जिस राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर कांग्रेस पार्टी व उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सड़क से लेकर संसद तक भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोपों की झड़ी लगाए हुए थे, वह अब एक नया मोड़ लेता दिख रहा है। यह एक ऐसा मोड़ है जिसमें क्रिश्चियन मिशेल के खुलासे पूर्व की यूपीए सरकार और गांधी परिवार की पूरी कलई खोल कर रख देंगे। दरअसल, वीवीआईपी हेलिकॉप्टर अगस्ता वेस्टलैंड डील के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल के तार सिर्फ गांधी परिवार से ही जुड़ते नहीं दिख रहे हैं बल्कि राफेल विमान सौदेबाजी में भी उसकी पूरी भूमिका रही है। जिस समय पूर्व की यूपीए सरकार राफेल विमान को लेकर सौदा कर रही थी तब क्रिश्चियन मिशेल, 2011 में राफेल विमान के खिलाफ सौदेबाजी कर रहा था। मतलब यह कि, क्रिश्चियन मिशेल की पूरी कोशिश थी कि, राफेल सौदा हो ही ना।
बता दें कि, भारत ने 2007 में 126 मीडियम मल्टी रोल एयरक्राफ्ट खरीदने की बात कही थी। उस समय कई कंपनियों ने बोली लगाई थी और फ्रांस के एयरक्राफ्ट राफेल के साथ कुल 5 कंपनियां इस लड़ाई में थी। उसके बाद 2011 तक सिर्फ दो ही कंपनिया इस बोली में बचीं। पहली दसॉल्ट राफेल और दूसरी यूरोफाइटर टाइफून। ताजा खुलासा यह हुआ है कि, क्रिश्चियन मिशेल उस समय यूरोफाइटर टाइफून के लिए बिचौलिए का काम कर रहा था।
आज तक की एक खबर के अनुसार, क्रिश्चियन मिशेल के साथ इटली का बिचौलिया Guido Haschke भी यूरोफाइटर टाइफून के लिए लॉबिंग कर रहा था। इंडिया टुडे के अनुसार, Guido Haschke के घर से जो सबूत मिलें हैं उनमें Guido Haschke और क्रिश्चियन मिशेल दोनों शामिल हैं, जो कि यूरोफाइटर टाइफून के लिए लॉबिंग कर रहे थे।
दस्तावेजों से पता चला है कि, मिशेल और उसका साथी कह रहे थे कि, इस काम के लिए सिर्फ तीन कैंडिडेट है, इनमें से एक ही उपलब्ध है। इसमें कहा गया है कि, सौदेबाजी के लिए नेताओं के अलावा एयरफोर्स के तीन प्रमुखों को भी मनाना पड़ेगा। एयरफोर्स के इन तीन प्रमुखों में चीफ अयर कमांड, एयर ऑफिसर मेंटेनेंस और चीफ ऑफ इंजीनियरिंग शामिल थे।
स्पष्ट है कि, अगस्ता वेस्टलैंड डील का बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल यूरोफाइटर टाइफून को सौदा दिलवाने के लिए हरसंभव प्रयास में जुटा था। क्रिश्चियन मिशेल के सामने इस सौदे के बीच अगर कोई आ रहा था तो वह सिर्फ फ्रांस का एयरक्राफ्ट राफेल ही था।
यहां एक खास बात यह भी है कि, यूरोफाइटर विमान यूके, जर्मनी, इटली और स्पेन की मल्टीनेशनल कंपनी बनाती हैं। इटली की Finmeccanica कंपनी जो अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर बनाती है, उसका इस यूरोफाइटर कन्सॉटियम में 21 फीसदी शेयर है
हेलिकॉप्टर घोटाले में फंसे बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल ने अपने प्रत्यर्पण के बाद कई दबे राज खोले हैं। बता दें कि, अगस्ता वेस्टलैंड मामले में कांग्रेस बुरी तरह घिरी हुई है। वह इसलिए क्योंकि इस मालले में आए इटली की एक अदालत के फैसले के पेज नंबर 193 और 204 पर 4 बार ‘सिन्योरा गांधी’ का नाम आया था। जांचकर्ताओं को बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल का एक पत्र भी मिला था। पत्र से पता चलता है कि, इस डील के पीछे ‘सिन्योरा गांधी’ यानी ‘श्रीमती गांधी’ ही मुख्य शक्ति रही हैं। गौरतलब है कि, इटालियन में सिन्योरा का मतलब श्रीमती होता है।
भारत प्रत्यर्पण के बाद ईडी ने मिशेल से पूछताछ की थी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट को बताया था कि, क्रिश्चियन मिशेल ने पूछताछ में श्रीमती गांधी का नाम लिया है। ईडी ने कोर्ट में बताया था कि, इस डील में कोड वर्ड में बात हुई थी। निदेशालय ने बताया कि, क्रिश्चियन मिशेल ने पूछताछ में इटैलियन महिला का नाम लिया था और साथ ही वह बार-बार इटैलियन महिला के बेटे की भी बात कर रहा था।
ऐसे में क्रिश्चियन मिशेल के साथ सोनिया गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के संबध नजर आ रहे हैं। हो सकता है मिशेल से पूछताछ में और भी कई ऐसे राज सामने आएं, जो राफेल सौदे से भी जुड़े हों। गौरतलब है कि इस समय क्रिश्चियन मिशेल अगस्ता वेस्टलैंड डील से जुड़े मामले में सीबीआई और ईडी की कस्टडी में है। कोर्ट ने क्रिश्चियन मिशेल को 26 परवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
बुधवार को लोकसभा में जब विपक्ष के नेताओं की तरफ से अरुण जेटली पर कागज के हवाई जहाज उड़ाए जा रहे थे, तब वित्त मंत्री अरुण जेटली ने तंज कसा था कि, मुझे लगता है कि ये प्लेन यूरोफाइटर की याद में उड़ाए जा रहे हैं। वित्त मंत्री के इस तंज का मतलब है कि, हो सकता है यूरोफाइटर टाइफून को सौदा नहीं मिलने के कारण ही कांग्रेस राफेल सौदे को लेकर इनते आरोप प्रत्यारोप कर रही हो। अगर ऐसा है तो यह पूरे देशवासियों के साथ एक बड़ा धोखा है।