राफेल, नोटबंदी, जीएसटी, सीबीआई सहित कई मुद्दों पर जेटली ने कांग्रेस को सुनाई खरी-खरी

अरुण जेटली विपक्ष

(PC: Deccan Chronicle)

चुनाव नजदीक देखते हुए कांग्रेस सरकार को नए-नए तरीकों और बेबुनियादी आरोपों से घेरने का प्रयास कर रही है। इसके लिए कांग्रेस लगातार राफेल, नोटबंदी, जीएसटी, जस्टिस लोया समेत तमाम मुद्दों उछाल रही है केंद्र सरकार पर आरोप मढ़ रही है लेकिन, इस बार विपक्ष को केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली का करारा जवाब मिला है। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने न सिर्फ विपक्षी दलों को जवाब दिया बल्कि जमकर उन्हें तथ्यात्मक और तार्किक रूप से लताड़ा भी है।  

दरअसल, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने ब्लॉग के जरिए एक बार फिर विपक्ष पर जोरदार हमला बोला है। जेटली ने इस बार एक-एक करके विपक्ष के उन सभी मुद्दों का जवाब दिया, जिन्हें विपक्षी दल चुनाव से पहले सरकार के खिलाफ माहौल बनाने के लिए बेबुनियादी तरीके से आरोप लगा रही है। यही नहीं, वित्त मंत्री ने दावा करते हुए लिखा कि कुछ लोग स्वार्थ के कारण एनडीए सरकार की सत्ता में वापसी नहीं चाहते हैं। ऐसे लोग सरकार के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार कर रहे हैं। जेटली इन दिनों इलाके के लिए अमेरिका में हैं।

वित्तमंत्री ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए लिखा, “कुछ लोग हमारे राजनीतिक व्यवस्था में ऐसे हैं, जिन्हें लगता है कि उनका जन्म ही शासन के लिए हुआ है। कुछ ऐसे लोग हैं जो लेफ्ट या अल्ट्रा लेफ्ट की विचारधारा से प्रभावित हैं, उनके लिए एनडीए सरकार यूं भी पूरी तरह से स्वीकार नहीं करने लायक हैं। इस बीच एक दूसरा वर्ग भी सामने आया है, जिनका काम बस लगातार दुष्प्रचार चलाना है।”  वास्तव में कुछ लोग स्वार्थ के कारण एनडीए सरकार की सत्ता में वापसी नहीं चाहते हैं और ये लोग सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार करने का एक मौका नहीं छोड़ रहे।

 वित्तमंत्री ने एजेंडा चलाने वालों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “ये लगातार आलोचना करने वाले लोग सरकार के हर उस प्रस्ताव में, जो लोगों के विकास के लिए हैं, कुछ कमियां ढूंढते रहते हैं। चाहे वह 10 फीसदी आरक्षण देने की बात हो, आधार, नोटबंदी, जीएसटी, सीबीआई विवाद, आरबीआई और सरकार के संबंध, राफेल फाइटर एयरक्राफ्ट और बिना किसी मुद्दे के सुप्रीम कोर्ट ही हो, या फिर जज लोया केस हो।”  

यही नहीं, वित्तमंत्री अरुण जेटली इस बार चुन-चुनकर हर मुद्दों पर बोला। जेटली ने जज लोया मामले में आगे कहा कि “जब जस्टिस चंद्रचूड़ की बेंच ने इस पर फैसला सुनाया तो लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना की। कल्पना कीजिए अगर ये फैसला चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने दिया होता तो क्या करते? “ इसके अलावा वित्त मंत्री ने चार जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस की घटना को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

इसके बाद वित्तमंत्री ने राफेल मुद्दे पर बोलना शुरू किया। ऐसा लग रहा था मानों जेटली आज सोचकर चले थे कि वो हर मुद्दे पर कांग्रेस को आइना दिखाते हुए चाटा जड़ेंगे। राफेल मुद्दे पर वित्त मंत्री ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि “संसद से सड़क तक कांग्रेस ने झूठा और सरकार की छवि पर चोट पहुंचाने वाला दुष्प्रचार किया। संसद में डिबेट में वे हारे, लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस के झूठ फैलाने का कारोबार जारी है।“ इस दौरान जेटली ने साधारण विमान और हथियारबंद विमान के बीच अंतर को भी स्पष्ट किया. जेटली ने दावा किया कि सरकार ने बार बार कांग्रेस के दावों को गलत साबित किया है लेकिन फिर भी ये पार्टी झूठ फैलाने का कम कर रही है।

आरबीआई और सरकार के बीच संबंध को लेकर जो झूठ फैलाया गया उसपर जेटली ने दुःख जताया और कहा कि आरबीआई ने देश की बहुत से अच्छी सेवा की है और जो विवाद देखा उससे दुःख हुआ। इससे पहले भी कई बार ऐसा हो चुका हैं जब सरकार और आरबीआई की अलग-अलग राय रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि, इस तरह से विरोध करने से राष्ट्र का निर्माण नहीं होगा बल्कि सकारात्मक मानसिकता वाले लोगों और राष्ट्रीय शक्ति से राष्ट्र का निर्माण होता। क्या वाम उदारवादियों को आजादी के संग्राम के दौरान गांधीजी द्वारा उठाए विभिन्न कदमों में खामियां नजर नहीं आयीं थीं? संप्रभु निर्वाचित सरकार को कमजोर करके और निर्वाचन के अयोग्य को मजबूत करना केवल लोकतंत्र का विनाश है।”

वित्तमंत्री अरुण जेटली के इन करारे जवाबों से कांग्रेस समेत विपक्षी दल थोड़े समय के लिए मानों सहम से गए हैं। हालांकि अभी तक किसी की प्रतिक्रिया नहीं आई है। वित्तमंत्री ने बाकायदा आईना दिखा दिया है, इसलिए आशा है कि, कुछ दिनों तक कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों का मुंह बंद रहेगा। हालांकि इस बात की संभावना भी कम ही है क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस व विपक्षी दलों को करारा जवाब मिला है। इसके पहले भी उन्हें जवाब मिले हैं लेकिन वो चिकने घड़े जैसे हैं, जिनपर किसी बात का कोई प्रभाव ही नहीं पड़ता है।

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