हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करने वाले और आए दिन विवादों में रहने नेता आजम खान का पूरा परिवार धोखाधड़ी के मामले में घिर गया है। समाजवादी पार्टी सरकार के पूर्व मंत्री आजम खान, उनके बेटे विधायक अब्दुल्ला आजम व पत्नी राज्यसभा सदस्य डॉक्टर तजीन फात्मा के खिलाफ रामपुर के थाना गंज में मुकदमा दर्ज हुआ है। यह मुकदमा आईपीसी की धारा 193, 420, 467, 468 और 471 के तहत दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह मुकदमा भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक आकाश सक्सेना की शिकायत पर दर्ज किया है। उन्होंने विधायक अब्दुल्ला आजम पर दो जन्म प्रमाणपत्र बनवाने का आरोप लगाया था। भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने कानून पर भरोसा जताते हुए कहा है कि, इस मामले में जल्द गिरफ्तारी भी होगी। उन्होंने मुदकमा दर्ज होने पर इसे न्याय की जीत बताया।
गौरतलब है कि, बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने 17 दिसंबर को लखनऊ में प्रमुख सचिव गृह को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया था कि, विधायक अब्दुल्ला आजम के जन्म के दो-दो प्रमाणपत्र बने हुए हैं। उन्होंने बताया कि, विधायक अब्दुल्ला आजम का एक जन्म प्रमाणपत्र 28 जून 2012 को रामपुर नगरपालिका परिषद से जारी किया गया है। यह प्रमाण पत्र आजम खां और डॉक्टर तजीन फात्मा के शपथ पत्र के आधार पर जारी किया गया है। इस जन्म प्रमाण पत्र में अब्दुल्ला का जन्म स्थान रामपुर दिखाया गया है। इसके अलावा दूसरा प्रमाण पत्र 21 जनवरी 2015 को लखनऊ नगर निगम से बना है। यह प्रमाण पत्र क्वीन मेरी अस्पताल के डुप्लीकेट जन्म प्रमाणपत्र के आधार पर जारी किया गया है। इसमें अब्दुल्ला का जन्म स्थान लखनऊ दिखाया गया है। भाजपा नेता का आरोप है कि, रामपुर नगरपालिका से जारी प्रमाणपत्र का पासपोर्ट में गलत इस्तेमाल कर विदेश यात्राएं की गई हैं जबकि लखनऊ नगर निगम से जारी जन्म प्रमाणपत्र का सरकारी कागजों और जौहर यूनिवर्सिटी की विभिन्न मान्यताओं में उपयोग में किया गया है। सक्सेना की शिकायत पर प्रमुख सचिव गृह ने इस मामले की जांच का आदेश एसपी रामपुर को दिया था। एसपी की जांच पूरी होने के बाद गंज थाने में पूर्व मंत्री आजम खां, राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फात्मा और विधायक अब्दुल्ला आजम के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
बता दें कि, आजम खान के प्रतिद्वंदी आकाश और नवाब परिवार के नवाबजादे काजिम अली खान उर्फ नावेद मियां ने आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम के जन्म प्रमाण पत्र में उम्र विवाद को लेकर चुनाव आयोग और हाईकोर्ट में रिट दायर की थी। उस मामले में अभी तक कोर्ट से तो कोई बड़ा निर्णय नहीं आया लेकिन इस मुकदमें के बाद आजम परिवार की मुश्कीलें बहुत बढ़ गई है। आकाश ने आरोप लगाया है कि, आजम ने अपने बटे को चुनाव में लड़वाने के लिए दूसरा जन्म प्रमाण पत्र बनवाया है। उनका कहना है कि, आजम खान के बेटे की उम्र चुनाव लड़ने के लायक ही नहीं थी, लेकिन दूसरे प्रमाण पत्र से उन्हें चुनाव लड़वा दिया गया और वे चुनाव जीत भी गए।
केस दर्ज करने के बाद सीओ सिटी ओपी आर्या का कहना है कि, वे मामले की जांच कर रहे हैं। वहीं विधायक अब्दुल्ला का कहना है कि, इन सभी ज्यादतियों का बदला जनता आगामी लोकसभा चुनाव में लेगी। 2019 के लोकसभा चुनावों में चंद दिन ही रह गए हैं। ऐसे में आजम खान के परिवार का इस मुकदमें जुझना बताता है कि इससे आम चुनावों में आजम खान ही नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी का भी नुकसान होगा।