लोसभा चुनाव जब पास होते हैं तो नए मीडिया चैनल, न्यूज़ पोर्टल्स का बनना आम बात होती है. कांग्रेस और उसके नेता भी लेफ्ट लिबरल के प्रोपेगंडा को फैलाने का काम भी बहुत जोर-शोर से करना शुरू कर दिया है। अब ‘हार्वेस्ट टीवी’ नाम के एक न्यूज चैनल की फंडिंग कांग्रेसी नेता और वरिष्ठ वकील कपिस सिब्बल और पी. चिदंबरम करेंगे। इस न्यूज चैनल में देश भर के उन भूल बिसरे वामपंथी पत्रकारों को आप पाएंगे जिन्हें देश ने नकार दिया है। ये कोई और नहीं बल्कि एनडीटीवी की पूर्व पत्रकार बरखा दत्त, पुण्य प्रसून वाजपेयी और करण थापर हैं। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस न्यूज चैनल में कितनी निष्पक्षता होगी। इस न्यूज चैनल में कितनी ईमानदारी के साथ तथ्यों को दिखाया जाएगा।
खबरों की मानें तो वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त अपना खुद का अंग्रेजी न्यूज़ चैनल लेकर आ रही हैं। इस चैनल का नाम ‘हार्वेस्ट न्यूज़ चैनल’ होगा। बताया तो यहां तक जा रहा है कि कई बड़े न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर्स ने हार्वेस्ट चैनल ज्वाइन भी कर लिया है। यहां तक कि इस चैनल के रिपोर्टर्स ने अपनी-अपनी बीट पर काम शुरू कर दिया है। वो खबरें तलाशने के काम में लग चुक हैं।
खबरों की मानें तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व केन्द्रीय मंत्री और मशहूर वकील कपिल सिब्बल और पी. चिदंबरम इस चैनल को फंडिंग करेंगे। फिलहाल अभी तक ये तय नहीं हो पाया है कि इस चैनल को कब लांच किया जायेगा लेकिन ये तय है कि लोकसभा चुनाव से पहले ओउब्लिक डोमेन में आयेगा। मगर इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि चैनल से जुड़े रिपोर्टरों ने काम करना जरूर शुरू कर दिया है।
बता दें कि इससे पहले पिछले दिनों बरखा दत्त ने खुद भी ट्वीट के माध्यम से ये जानकारी साझा की थी कि वो एक चैनल के प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं। हालांकि उस समय उन्होंने ये भी आरोप लगाए थे कि कुछ लोग उन्हें काम करने से रोकने की कोशिश भी कर रहे हैं। इस पर उनकी जमकर चुटकी ली गई थी। यही नहीं, बरखा ने आरोप लगाए थे कि लोग उनकी जासूसी भी कर रहे हैं।
हालांकि जल्द ही उनका यह आरोप ठन्डे बसते में चला गया। लोगों ने इस सस्ती पब्लिसिटी और सुर्खियों में बने रहने की कवायद बताई थी। हालांकि, अब ऐसा माना जा रहा है कि इस चैनल की खबरों का मिजाज बीजेपी विरोधी रहेगा। चुनाव के समय नया चैनल लॉन्च करने के पीछे की वजह के बारे में ऐसा माना जा रहा है कि इस चैनल के माध्यम से कांग्रेस पार्टी और लेफ्टिस्ट पत्रकार मिलकर मोदी सरकार के खिलाफ अपना एजेंडा साधेंगे। इस चैनल के माध्यम से वामपंथी पत्रकार और कांग्रेस समर्थक लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बैतरणी पार करवाने की दिशा में काम करेंगे।