छत्तीसगढ़ में 15 सालों बाद सत्ता में आई कांग्रेस पार्टी का एक शर्मनाक रुख सामने आया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर पर राष्ट्र ध्वज का अपमान करने आरोप लगा है। ये बिलासपुर में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने लगाया है। धरमलाल कौशिक ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पर आजादी के बाद से चली आ रही परंपरा को तोड़ने और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर पर राष्ट्रीय ध्वाज को सलामी नहीं करने का आरोप लगाया है। जो वीडियो सामने आया है उसमें भी साफ़ देखा जा सकता है कि भूपेश बघेल कांग्रेस के झंडे को फहरा रहे हैं।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार बिलासपुर में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस के मौके पर राजीव भवन में राष्ट्रीय ध्वज की बजाय पार्टी का चरखावाला ध्वज फहराया था। ऐसा करके उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया है। उन्होंने कहा, आजादी के बाद से गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की परंपरा है लेकिन राष्ट्रीय पर्व के मौके पर बघेल का तिरंगा न फहराना उनकी मानसिकता को प्रदर्शित करता है। ऐसा करके उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया है। जिस झंडे को भूपेश बघेल ने फहराया था वो 1947 के पहले का कांग्रेस का झंडा बताया जा रहा है। इसके बाद बघेल के कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाते हुए कहा कि कवर्धा के पीजी कॉलेज ग्राउंड के मैदान में गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर अकबर ने तिरंगा फहराया लेकिन राष्ट्रगान के दौरान उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान में सलामी नहीं दी। ऐसा करके उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया है उन्हें इसके लिए माफ़ी चाहिए।
यहां कांग्रेस की गंदी मानसिकता एक बार फिर से सामने आ गयी है। एक संवैधानिक पर आसीन होने के बाद भी उन्होंने तिरंगा फहराने की बजाए एक राजनीतिक पार्टी का ध्वज फहराकर देश और राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान किया है। वैसे ये पहली बार नहीं है जब कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया है। ऐसे कई मौके आये हैं जब कांग्रेस पार्टी और उसके नेता ने इस तरह से राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान किया है।
पिछले साल अगस्त में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कांग्रेस सेवा दल द्वारा निकाली गई तिरंगा यात्रा में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया गया था। ये यात्रा भारत छोड़ो आन्दोलन की सालगिरह पर निकाली गयी थी। इस दौरान कांग्रेसियों ने तिरंगा उल्टा फहराया था। साल 2016 में राहुल गांधी के जन्मदिन पर भी राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया गया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के जन्मदिन पर जो एके काटा था उसपर राष्ट्रीय ध्वज बना था। इससे पहले 9 दिसंबर 2015 को सिरसा में भी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के जन्मदिन पर तिरंगे वाला केक काटा गया था। सिर्फ तिरंगा ही नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी के नेता राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत का अपमान भी कर चुके हैं। पिछले साल राहुल गांधी ने अपने जयपुर दौरे के दौरान राष्ट्रगान का अपमान किया था। जयपुर में एक कर्यक्रम में राष्ट्रगान शुरू होने के बाद भी राहुल गांधी हंसी मजाक में व्यस्त रहे। ऐसा करके उन्होंने राष्ट्रगान का अपमान किया था।
अब गणतंत्र दिवस के मौके पर एक बार फिर से एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का इस तरह से राष्ट्र ध्वज का अपमान करना साफ़ करता है कि ये पार्टी किस तरह से राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान करने में व्यस्त है। कई बार उसका ये चेहरा सामने आया है। इस तरह की हरकतों के लिए कांग्रेस पार्टी को शर्म आनी चाहिए।