कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने स्मृति ईरानी पर किया हमला, मिला समर्थकों से करारा जवाब

स्मृति ईरानी कांग्रेस

PC: Haribhoomi

राजनीति सिर्फ राज करने की नीति नहीं बल्कि लोगों को अटकाने, भटकाने और बरगलाने की नीति भी है, और देश की सबसे पुरानी पार्टी होने के नाते कांग्रेस न सिर्फ इन तीन कलाओं को अच्छे से जानती है बल्कि ये कह सकते हैं कि कांग्रेस इन कलाओं की महारथी भी है। अब जबकि मोदी सरकार के साढ़े चार साल बीत चुके हैं और एक भी घोटाला सामने नहीं आया है। न मंत्री न सांसद और ही किसी विधायक पर किसी तरह की हेरा फेरी का आरोप लगा है जिससे विपक्षी पार्टियों में हताशा और बढ़ गयी है और इनके पास केंद्र सरकार पर हमला करने के लिए मुद्दों की कमी पड़ गयी है। ऐसे में विपक्षी पार्टियां मुद्दे बना रही और अपने इस बनावटी मुद्दों के जरिये बीजेपी पर निशाना साधना शुरु कर दिया। इसके लिए इस पुरानी पार्टी ने बड़ी चालाकी से कांग्रेस ने बीजेपी के चार नेताओं का चयन किया है।

पहले तो खुद मोदी जी है जिनके विदेश यात्रा के खर्चे से लेकर उनकर डिग्री तक पर ये पार्टी सवाल उठाती रही है। दूसरे हैं बीजेपी के मुखिया श्री अमित शाह जिन्हे कांग्रेस तंत्र एक अपराधी घोषित करने की फिराक में लगी रहती है। तीसरे हैं रेल मंत्री पियूष गोयल जिनपर कांग्रेस अपने फ्रेंडली मीडिया हाउस के द्वारा हेर-फेर के इलज़ाम लगाती रहती है और इस लिस्ट में चौथा नाम केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का है। जिस तरह से स्मृति ईरानी अपनी बेबाकी और तीखे प्रहारों से कांग्रेस के लिए एक बड़ा खतरा बनकर उभरी हैं उससे अब ये पारिवारिक पार्टी थर थर कांपने लगी है।

ये तो सबको पता है की स्मृति जी ने साल 2014 के आम चुनावों में कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले में अमेठी में राहुल गांधी को लगभग हरा दिया था लेकिन ये काम लोग ही जानते हैं कि समाजवादी पार्टी अगर आखिरी मौके पर अपने वोट ट्रांसफर नहीं कराती तो राहुल आज सांसद भी नहीं होते। ऐसे में स्मृति ईरानी के मनोबल को तोड़ना अभी कांग्रेस के पहली प्राथमिकता है। अक्सर कांग्रेस तंत्र स्मृति ईरानी जी का चरित्र पर टिप्पणी करता रहता है, और जो हाला में देखा गया वो भी इसी सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। दरअसल,  युपीए सरकार के पूर्व मंत्री, कांग्रेस के दिग्गज नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल के एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हुआ है जिसमें लिखा था:

कपिल सिब्बल जी ये बात शायद जेएनयू कांड में कन्हैया कुमार और उनके साथियों पर लगे महाभियोग के फैसले पर कह रहे थे। मज़े की बात तो ये है कि ये मैसेज यूपीए सरकार के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम ने ठीक वैसे के वैसा ट्वीट भी कर दिया।

व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी का इतना उम्दा और टॉप लेवल  प्रयोग आपने शायद ही कहीं देखा होगा। जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो सिबल ट्वीट डिलीट  करके खिसक लिए लेकिन भाजपा समर्थक झंकृत ओज़ा ने दोनों ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट्स निकाल कर दोनों कांग्रेसी दिग्गजों की कलई खोल दी है।

वाकया मज़ेदार तो है लेकिन काफी घिनौना भी है। राजनीति मुद्दे पर होनी चाहिए ना कि अटकाने, भटकाने और बरगलाने की नीति पर। फिर भी जैसा कि मैंने पहले आपको बताया था कांग्रेस ने मुद्दे की राजनीति न कभी की है न शायद कभी करेगी लेकिन ये सोशल मीडिया का दौर है, यहां झूठ तुरंत पकड़ लिए जाते हैं। ऐसे में कांग्रेस को इस तरह राजनीति करने से अब बाज आना चाहिए नहीं तो उसकी ये गंदी राजनीति उसपर ही भारी पड़ सकती है।

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