कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी, रिटायर्ड सैनिक को जमकर कर दी पिटाई

आर्मी मैन कांग्रेस

PC: ANI

मध्य प्रदेश में कांग्रेस का राज है और इसी कारण कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हौसलें इतने बुलदं हो गये हैं दबंगई पर उतर आये हैं। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की इस दबंगई का नजारा मध्य प्रदेश के जबलपुर में सोमवार को देखने को मिला। सोमवार को यहां कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं ने नगर निगम मुख्यालय में अतिक्रमण शाखा में बैठे गार्ड (रिटायर्ड सैनिक) की जमकर पिटाई की और जब गार्ड ने भागने की कोशिश की तो उसे दौड़ा कर मारा। गंभीर हालत में गार्ड को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

दरअसल, सोमवार की शाम जब नगर निगम के सुरक्षा के लिए तैनात गार्ड (रिटायर्ड सैनिक) एचके पटेल अतिक्रमण शाखा पर बैठे थे तभी वहां कांग्रेस नेता शक्ति चौकसे करीब आधा दर्जन से अधिक साथियों के साथ आये। इसके बाद इन लोगों ने सुरक्षा के लिए बैठे गार्ड को कमरे से बाहर खींचा और जमकर पिटाई की और जब गार्ड ने भागने की कोशिश की तो उसे दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इसके बाद गार्ड (रिटायर्ड सैनिक) के शोर मचाने पर जब वहां नगर निगम के कर्मचारी पहुंचे तो हमलावर घटनास्थल से भाग खड़े हुए लेकिन इस दौरान नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी का भी ऐसा ही हाल करने की धमकी भी देते गये। फिलहाल, कर्मचारी गार्ड को विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस पूरी घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है। सबूत होने के बाद भी अभी तक प्रदेश में कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है। ये प्रदेश में सुस्त कानून व्यवस्था को दर्शाता है वहीं कांग्रेस के हाई कमान ने भी चुप्पी सधी हुई है।

इस पार्टी ने किसानों के लिए और प्रदेश की कानून व्यवस्था को सही करने के वादे किये थे लेकिन सत्ता में आते ही किसानों पर लाठीचार्ज करवाया। यही नहीं सत्ता में आने के 20 दिनों से भी ज्यादा होने के बाद किसानों के कर्ज माफ़ी को पूरा करने के लिए कदम उठाये लेकिन यहां भी किसानों के साथ मजाक किया गया। वास्तव में चुनावी रैलियों के दौरान प्रदेश में कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने का दम भरने वाली ये पार्टी जब से सत्ता में आई है राज्य में आये दिन बीजेपी नेताओं की हत्या और अब एक गार्ड (रिटायर्ड सैनिक) को बुरी तरह से पीटने की खबर सामने आ रही है।

बता दें कि पिछले कुछ दिनों में मध्य प्रदेश के इंदौर, मंदसौर के बाद बड़वानी में बीजेपी नेताओं की हत्या का मामला सामने आया था। इस तरह से एक के बाद एक नेता की हत्या ने कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब खुलेआम कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं की दबंगई और सबूत होने के बावजूद कोई गिरफ्तारी न होना प्रदेश में कानून व्यवस्था की पोल खोल रहा है। ये घटनाएं इस पुरानी पार्टी की गंदी राजनीति साथ इस पार्टी के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार को दर्शाता है।

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