उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुंभ के इस पावन अवसर पर प्रयागवासियों को एक और सौगात दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेस-वे बनाने की घोषणा की है जो दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा। 600 किलोमीटर लंबा ये एक्सप्रेस-वे पश्चिमी यूपी को प्रयागराज से जोड़ देगा। खबरों की मानें तो ये एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक बनेगा। इसकी घोषणा करते हुए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इस पर कुल 36 हजार करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसके अलावा इतने लंबे एक्सप्रेसवे के लिए 6,556 हेक्टयर जमीन की जरूरत होगी। उन्होंने बताया कि ये एक्सप्रेस-वे मेरठ, अमरोहा, बुलंदशहर, बदायूं, शाहजहांपुर, कन्नौज, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से होता हुआ प्रयागराज तक पहुंचेगा। कैबिनेट की बैठक प्रयागराज में कुंभ मेला स्थल के इंट्रीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर में हुई।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पिछले छह साल में कुंभ में बड़ा बदलाव आया है, कम समय में बहुत काम किया गया है। सीएम योगी ने गंगा की सफाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद भी दिया। खबरों की मानें तो बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ पवित्र संगम में डूबकी भी लगाई। स्नान के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पूरे मंत्रिमंडल के सदस्य 450 साल के बाद खोले गए अक्षयवट और पवित्र सरस्वती कूप के दर्शन करने भी जाएंगे।
बता दें कि अभी उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे है। ये एक्सप्रेस वे अखिलेश के शासनकाल में बनवाया गया था। अभी तक ये उत्तर प्रदेश का ही नहीं, पूरे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे है। इस एक्सप्रेस वे की लंबाई 302 किमी है। ये छ: लेन का है। इस एक्सप्रेस वे से आगरा से लखनऊ के बीच की दूरी महज साढ़े तीन घंटे में तय की जा सकती है। इस तरह से योगी आदित्यनाथ द्वारा घोषणा किये गये गंगा एक्सप्रेस-वे के बन जाने के बाद ये एक्सप्रेस वे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे (302 किमी) ले भी लंबा (600 किमी) एक्सप्रेस हो जाएगा। इस तरह से गंगा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे हो जाएगा।
मजेदार बात ये है कि ये गंगा एक्सप्रेस-वे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे की अपेक्षा कम कीमत में तैयार किया जाएगा। बता दें कि आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे के निर्माण में कुल 13 हजार करोड़ रुपये की लागत आई थी। जबकि इस एक्सप्रेसवे की कीमत 30 करोड़ प्रति किमी आई थी। वहीं योगी आदित्यनाथ द्वारा बनवाये जाने वाले 600 किमी के इस मेरठ-प्रयागराज के निर्माण में कुल 36 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। यानी प्रति किलोमीटर की बात करें तो ये 60 करोड़ के आसपास की रकम में तैयार होगा। यानी अखिलेश सरकार द्वारा बनवाए गये इस आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की तुलना में अधिक मजबूती और अधिक मैटेरियल से तैयार किया जाएगा। जाहिर सी बात है कि अगर पैसे ज्यादा लगेंगे तो बिजली, सफाई, सुरक्षा समेत अन्य सुविधाएं भी ज्यादा चुस्त-दुरुस्त होंगी। इससे एक बात तो स्पष्ट है कि ये एक्सप्रेस-वे लंबाई के मामले में ही नहीं बल्कि सुविधाओं और मजबूती के मामलों में भी विश्वस्तर का होगा। बता दें कि अखिलेश द्वारा तैयार करवाया गया आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के धंसने की खबर आई थी जो ये बताती है कि इस एक्सप्रेस-वे को सिर्फ नाम कमाने के लिए जल्दबाजी में तैयार करवाया गया था। इसमें लगे मैटेरियल की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया था। बता दें कि इससे पहले कई बार एक्सप्रेस-वे में हुए घोटाले की बात भी उठ चुकी है।
इस तरह से एक बात तो स्पष्ट है कि योगी आदित्यनाथ द्वारा बनवाया जाने वाला गंगा एक्सप्रेस-वे हर मामले में विश्वस्तरीय होने जा रहा है।