हरियाणा के जींद में बीजेपी की बड़ी जीत, सीएम खट्टर के काम को लोगों ने सराहा

खट्टर जींद हरियाणा

PC: india.com

हरियाणा के जाटलैंड जींद में आज विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने भारी जीत दर्ज की है। जैसा ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चुनाव के नतीजों पर कहा था ठीक वैसे ही भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव में जीत दर्ज की है जो ये बताने के लिए काफी है कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन जबरदस्त होगा। 28 जनवरी को जींद में उपचुनाव हुए थे जिसके नतीजे 31 जनवरी को साफ़ हो गये। जींद विधानसभा उपचुनाव कांग्रेस, बीजेपी, जननायक जनता पार्टी (JJP) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली लेकिन बीजेपी ने बड़ी आसानी से 6 राउंड में बाजी पलट दी और वोटों का अंतर भी बहुत ज्यादा हो गया। जींद में बीजेपी कभी नहीं जीती है लेकिन अब इस पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। जींद से बीजेपी प्रत्याशी कृष्ण मिड्डा ने भारी जीत दर्ज की।

वास्तव में इसका श्रेय काफी हद तक सीएम मनोहरलाल खट्टर को जाता है। जब बीजेपी विधायक हरिचंद मिड्डा का अचानक निधन हुआ था तब विधानसभा में खट्टर ने विधानसभा सत्र से पहले ही जींद विधानसभा क्षेत्र की तमाम समस्याओं से संबंधित मांगों को सदन में पूरा करने का ऐलान कर दिया। उन्होंने मांगों को तुरंत पूरा करने का सदन में ही आश्वासन दिया। उनके इस कदम से जींद की जनता में खुशी की लहर दौड़ गयी। इसके बाद हरिचंद मिड्डा के बेटे कृष्ण मिड्डा ने बीजेपी का हाथ थाम लिया। हरिचंद मिड्डा को जींद के लोगों के चहेते हैं और इसी कारण जींद में बीजेपी को कामयाबी मिली है। 

गौरतलब है कि इन नतीजों पर पहले ही सीएम खट्टर लाल ने पूरे आत्मविश्वास से कहा था, “जैसे ही शहरी क्षेत्र के बूथों की गिनती शुरू होगी भाजपा आगे निकल जायेगी। हम करीब दस हजार से ज्यादा वोटों से जीतेंगे।” उनकी ये भविष्यवाणी सच साबित हुई। उन्होंने ये भविष्यवाणी यूं ही नहीं की थी बल्कि अपने काम पर उन्हें भरोसा था कि जनता के लिए जो उन्होंने किया है वही जनता उनका साथ देगी और हुआ भी ऐसा ही। बड़े बड़े दावें करने वाले कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरजेवाल को हरियाणा की जनता ने आईना भी दिखा दिया है। यही नहीं जब कांग्रेस को लगने लगा कि वो हार चुकी है उसने EVM को लेकर हंगामा शुरू कर दिया लेकिन जिसकों जनता ने चुन लिया है भला उसे ये पार्टी कैसे बदलती।

बता दें कि जींद में कुल 21 उम्मीदवार मैदान में हैं लेकिन मुकाबला चार प्रत्याशियों के बीच ही है जिसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, भाजपा ने यहां से कृष्ण मिड्ढा, इनेलो ने उमेद सिंह रेढू और इनेलो से अलग होकर बने जेजेपी ने दिग्विजय चौटाला को मैदान में हैं। इन चारों पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा था लेकिन जब नतीजे सामने आये तो इस मुकाबले में इनेलो पीछे रह गया जबकि बीजेपी, जननायक जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। हालांकि, शुरूआती रुझान में जननायक जनता पार्टी के प्रत्याशी दिग्विजय चौटाला पहले स्थान पर थे और बीजेपी दूसरे स्थान पर थे लेकिन, बाजी जल्दी ही बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में हो गयी। यहां ख़ास बात ये है कि जींद विधानसभा उपचुनाव में रणदीप सुरजेवाला की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है लेकिन अब वो इसे बचा पाने में असफल नजर आ रहे हैं। अगर इस चुनाव में बीजेपी हारती तो यहां विरोधी स्वर तेज हो जाते और सत्ता विरोधी लहर को हवा देकर शायद कांग्रेस पार्टी अपनी तैयारी शुरू कर देती लेकिन इन नतीजों ने विपक्षी पार्टियों के इरादों पर पानी फेर दिया है। 

हालांकि, ये जीत वास्तव में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अथक प्रयासों की देन हैं जिन्होंने सिर्फ जींद ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में बिना किसी हो-हल्ला के विकास की दिशा में प्रयासरत हैं। वो अन्य नेताओं की तरह चिल्लाते नहीं हैं बल्कि अपने कार्यों पर भरोसा रखते हैं। जबसे उन्होंने प्रदेश की बागडोर संभाली है तबसे वो प्रदेश में विकास को गति देने के प्रयासरत हैं। राज्य में लिंगानुपात समस्या से लेकर के भ्रष्टाचार, सड़कों पर जाम जैसी समस्याओं से आम जनता को निजात दिलाने के लिए काम कर रहे हैं।

हरियाणा की पिछली कांग्रेस सरकार ने राज्य की स्थिती को बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी खासकर जाम की समस्या दिनों दिन बढती जा रही थी जिसके बाद हरियाणा के गुरुग्राम में ट्रैफिक जाम की समस्या से आम जनता को निजात दिलाने के लिए चौड़ीकरण कार्य को बढ़ावा दिया। दिल्ली रोड स्थित अतुल कटारिया चौक से जाम की समस्या को समाप्त करने के लिए फ्लाईओवर व अंडरपास बनाने की योजना लायी गयी जिसपर तेजी से काम चल रहा है और उम्मीद की जा रही है कि शहरवासियों को वर्ष 2020 की शुरुआत में अंडरपास-फ्लाईओवर की सौगात मिल जाएगी।  इसी साल दिल्ली और गुरुग्राम के बीच ट्रैफिक जाम खत्म करने के लिएलंबे वक्त से प्रस्तावित द्वारका एक्सप्रेस-वे के निर्माण को भी मंजूरी मिल चुकी है। प्रोजेक्ट के तहत 1050 करोड़ की लागत से 5 किमी लंबी टनल भी बनेगा  जो एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा और ये कार्य 2020 तक में पूरा कर लिया जायेगा।

अपने शासनकाल में उन्होंने राज्य के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। उनके प्रयासों का परिमाण उनकी उपलब्धियां साफ़ बयां करती है और अब तो जनता ने भी उपचुनाव में जीत का तमगा उनकी पार्टी के नेता को थमा दिया है। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि आगामी लोकसभा चुनाव में हरियाणा की सीट पर बीजेपी का प्रदर्शन लाजवाब होगा। हालांकि, चुनाव के नतीजे इसपर मुहर लगाने का काम करेंगे।

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