चुनाव जीतते ही कांग्रेस मध्यप्रदेश में एक के बाद एक भाजपा द्वारा शुरू की गई योजनाओं को या तो बंद करती जा रही है या फिर उनकी फंडिंग बंद कर रही है। हाल ही में मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार ने लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान और तीर्थदर्शन जैसी योजनाओं की फंडिंग रोकी है। इन योजनाओं से जनता को सीधा लाभ मिलता था। इसी मुद्दे पर मध्यप्रदेश में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा है। पत्र में गोपाल भार्गव ने कमलनाथ पर राजनीतिक विद्वेष के चलते जनता से सीधी जुड़ी योजनाओं को फंडिंग न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान और तीर्थदर्शन सहित कई योजनाएं जो भाजपा सरकार ने शुरू की थीं, उनकी फंडिंग रोकी जा रही है। ये ऐसी योजनाएं हैं जिनसे हितग्राहियों को सीधा लाभ मिलता है।
भार्गव ने पत्र में लिखा है कि उन्हें यह जानकर बहुत दुख हुआ कि आम जनता को इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। सरकार तत्काल इन योजनाओं के लिए धनराशि की व्यवस्था करे। उन्होंने लिखा कि, राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की राशि 28 हजार से बढ़ाकर 51 हजार रुपए कर दी लेकिन अब तक यह एक भी स्थान पर नहीं पहुंची है।
Kamal Nath said before elections to a particular community to vote for Congress in large numbers and followed it up with"ELECTION KE BAD INSE NIPAT LENGE"Political intolerance & discourse has hit a new low and none of liberals r condemning these killings #CongressJungleRaj pic.twitter.com/qhBS0cnVq0
— एक बार फिर योगी सरकार (@YogiOnceAgain) January 21, 2019
बता दें कि इससे पहले भी नेता प्रतिपक्ष पत्र लिख चुके हैं। इससे पहले लिखे एक अन्य पत्र में नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा, “केन्द्र सरकार द्वारा संविधान संशोधन के बाद गरीब सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण की सुविधा प्रदान की है। गुजरात, झारखण्ड, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में इसे लागू किया जा चुका है। मध्यप्रदेश में बड़ी जनसंख्या इस वर्ग की है जो लंबे समय से आरक्षण की मांग करती आ रही है। समाज में विपन्नता की स्थिति में जीवन यापन कर रहे युवाओं का भविष्य सुनिश्चित करने के लिए तत्काल प्रभाव से मध्यप्रदेश में सवर्ण वर्ग को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए।”
मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना तथा तीर्थ दर्शन जैसी योजनाओं में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने कभी धन की कमी नहीं आने दी। ये सभी योजनाएं आमजन से जुड़ी होने के कारण इनसे हितग्राहियों को सीधा लाभ मिलता था। ये सभी योजनाएं आमजन के बीच अत्यधिक लोकप्रिय भी हैं।
गोपाल भार्गव का कहना है कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा राजनैतिक विद्वेश के चलते इन योजनाओं की राशि रोक दी गयी है। इन योजनाओं के लिए आवश्यक धनराशि मुहैया नहीं करायी जा रही है। कांग्रेस सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की राशि बढ़ाने के बावजूद राशि हितग्राहियों को नहीं मिल पा रही है, जिससे हितग्राहियों के पुत्र-पुत्रियों के रिश्ते तो कर दिए है परंतु योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
अब देखना यह है कि कांग्रेस इस पर क्या निर्णय लेती है। क्या वह ईर्श्या, नफरत, घृणा की राजनैतिक को भुलाकर जनता के लिए शुरू की गईं इन कल्याणकारी योजनाओं को फंडिंग देती है या फिर विरोध की राजनीति में इन्हें बंद करती है।