किसी ने सच ही कहा है कि जनता का दिल जीतने के लिए खुद का दिल भी बड़ा होना चाहिए। यह बात मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बिल्कुल सही उतरती है। शिवराज सिंह चौहान ‘मामा’ तीसरी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनते-बनते भले ही चूक गए हों लेकिन आज भी राज्य में उनका क्रेज बरकरार है। तभी तो मामा आज भी जिस किसी भी मंच पर पहुंचते हैं, वहां पूरे आत्मविश्वास के साथ कांग्रेस को जनहित में फैसले लेने और जनता पर उत्पीड़ित बंद करने के लिए अल्टीमेटम देते फिरते हैं। इसी क्रम में मामा ने रविवार को दिल्ली भाजपा युवा मोर्चा की ‘युवा विजय संकल्प महारैली’ में कहा कि यह ना सोचें कि ‘मामा’ कमजोर हो गया है और उन्होंने दावा किया कि भाजपा राज्य में 29 लोकसभा सीटों में से कम से कम 27 पर जीत प्राप्त करेगी।
इस मौके पर मामा ने कहा कि कांग्रेस ने राज्य में बेशक सरकार बना ली हो लेकिन उनकी सरकार ‘किसी भी समय’ गिर सकती है क्योंकि उनके पास बहुमत नहीं है। आगे बोलते हुए चौहान ने कहा, ‘‘यह मत सोचिए कि मामा कमजोर हो गया है। मैं वादा करता हूं कि हम आगामी चुनावों में 29 लोकसभा सीटों में से कम से कम 27 सीटें जीतेंगे जैसा कि हम 2014 में जीते थे।’’
इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की सरकार पर जमकर हमला बोला। चौहान ने कहा कि भाजपा भी ‘पंगु’ सरकार बना सकती थी लेकिन उसने फैसला किया कि वह भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। वहीं दूसरी ओर कोलकाता में शनिवार को विपक्षी नेताओं की रैली पर शिवराज ने करारा तंज भी कसा। शिवराज ने उस रैली को ‘भानुमति का कुनबा’ बताते हुए कहा कि ‘महागठबंधन’ की योजना बना रही पार्टियों के बीच नेतृत्व को लेकर कोई सर्वसम्मति नहीं है। शिवराज ने कहा, ‘‘यह बिना दूल्हे के शादी की तरह है। दूसरी तरफ हमारे पास रणभूमि में हमारा नेतृत्व करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में एक नेता है।’’
चौहान ने विपक्ष पर जमककर तंज कसा। उन्होंने कहा, “महागठबंधन में प्रधानमंत्री उम्मीदवार कौन है? सामने वाली सेना में सेनापति का पता नहीं, बाराती तैयार हैं, लेकिन घोड़ी पर बैठे कौन, इसका कोई ठिकाना नहीं। बिना दूल्हे की घोड़ी कितना आगे जाएगी? अगर 4-6 बैठ गए तो घोड़ी दुल्हन के पास पहुंचेगी भी या नहीं, कोई ठिकाना नहीं।”
शिवराज सिंह ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है और सभी योजनाएं भारत को आगे ले जाने के लिए हैं। आज भारत सर्जिकल स्ट्राइक कर जवाब देता है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी देश का मान बढ़ा है। इससे घबराकर 22 दल भी कल एक साथ आ गए, जो इससे पहले कभी साथ नहीं रहे।” इस रैली में केंद्रीय मंत्री विजय गोयल समेत भाजपा के कई और वरिष्ठ नेता शामिल हुए। गोयल ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में उनकी सरकार ने शहर को ‘बर्बाद’ कर दिया। इस तरह से शिवराज सिंह ने एक बात तो स्पष्ट कर दी कि उनके हौसले बुलंद हैं। वे बहुमत तक पहुंचते-पहुंचते भले ही रुक गए हैं लेकिन मध्यप्रदेश में आज भी उन्हीं को जनसमर्थन प्राप्त है।