राफेल को लेकर लगातार बिना प्रमाण और आधार के राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाते रहते हैं। कई बार वे हद से ज्यादा गलत और अभद्र बातें बोल जाते हैं। लेकिन इस बार उन्हें प्रधानमंत्री मोदी से करारा जवाब मिल है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार राहुल गांधी और कांग्रेस पर ‘मिशेल कार्ड’ खेला है।
महाराष्ट्र के सोलापुर में आयोजित एक रैली में जनता को संबोधिक करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगस्ता वेस्टलैंड चापर डील और मिशेल क्रिश्चियन को लेकर कांगेस पार्टी पर एक से बढ़कर एक तीर छोड़े। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मिशेल का कहना है कि, वह हेलीकॉप्टर खरीद की डील मामले में शामिल नहीं था। उसका कहना है कि, वह केवल लड़ाकू प्लेन की डील में बिचौलिए का काम कर रहा था। सीबीआई और ईडी की रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि, यूपीए सरकार में मिशेल मामा लड़ाकू विमान की खरीद फरोख्त के दौरान किसी दूसरी कंपनी के लिए लॉबिंग कर रहा था।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, जो कांग्रेस नेता राफेल सौदे पर सवाल उठाते हैं, अब उन्हें बताना होगा कि, उनके मिशेल मामा से उनके क्या कनेक्शन थे। प्रधानमंत्री ने पूछा कि, क्या कांग्रेस को अब इस बात का जवाब नहीं देना चाहिए? प्रधानमंत्री मोदी ने आगे पूछा कि, क्या चौकीदार को उनसे सवाल नहीं पूछना चाहिए? बता दें कि, प्रधानमंत्री ने यह सवाल हाल ही में आई उस रिपोर्ट के बाद किया है, जिसमें इस बात का दावा किया गया कि, क्रिश्चियन मिशेल ने राफेल के कंपटीटर यूरोफाइटर के लिए लॉबिंग की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि, इस सौदेबाजी में कमीशन खाने वाले सभी साथी सोच रहे हैं कि, वो चौकीदार से बच निकलेंगे लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगेगी क्योंकि चौकीदार सोता नहीं है और न ही डरता है। उन्होंने कहा कि, वे लोग मुझे गालियां दे सकते हैं, झूठ बोल सकते हैं लेकिन हमारा सफाई अभियान जारी रहेगी।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अंदाज में सोलापुर की जनता से पूछा, “क्या आप चौकीदार का सपोर्ट करते हैं? उन्होंने पूछा कि, क्या डील मिशेल मामा की सौदेबाजी के बाद रोकी गई थी? इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी खुद के लिए ‘चौकीदार’ शब्द का प्रयोग करते रहे। बता दें कि, राहुल गांधी इन दिनों प्रधानमंत्री के लिए चौकीदार’ शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं। ‘चौकीदार’ शब्द की आड़ में गांधी परिवार इसका इस्तेमाल उनपर हमले के लिए करता है।
बता दें कि, यह पहली बार नहीं है, जब प्रधानमंत्री मोदी के लिए कांग्रेस व विपक्षी नेता अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं। इसके पहले साल 2014 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणि शंकर अय्यर ने पीएम मोदी को ‘चायवाला’ कहा था। हालांकि, यह अभद्रता उल्टे उनपर ही वार कर गई। उनकी इस टिप्पणी ने पीएम मोदी की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। धीरे-धीरे ‘चाय वाले’ शब्द को ही प्रधानमंत्री ने अपनी पहचान बना ली। ऐसा ही कुछ वो ‘चौकीदार’ शब्द के साथ कर रहे हैं। बता दें कि, 2010 में अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले के मामले में भारत सरकार क्रिश्चियन मिशेल का प्रत्यर्पण कराके भारत लाई हैं। अगस्ता वेस्टलैंड में 12 AW101 हेलिकॉप्टर्स की खरीद के लिए भारत सरकार ने मंजूरी दी थी। इन 12 चापर की कीमत 3,546 करोड़ रुपये थी। इन 12 चापर्स में से 8 चापर्स को प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्यमंत्रियों के लिए मंगवाया गया था। क्रिश्चियन मिशेल इस केस में एक कथित आरोपी है। अभी जांच एजेंसियां कई आरोपियों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। जांच के दौरान सीबीआई ने पाया कि, क्रिश्चियन मिशेल ने अपनी बातचीत में बार-बार ‘गांधी’ शब्द का प्रयोग किया है। यहां तक कि, उसने मिस गांधी शब्द का प्रयोग भी किया है। जिसके कारण शक की सूई सीधे राहुल गांधी और उनके परिवार पर जाती है।
यही नहीं, मिशेल के संबंध तत्कालीन रक्षामंत्री एके एंटोनी समेत उस समय की सरकार यानी कांग्रेस सरकार के कई मंत्रियों से भी बताए जाते हैं। जिससे इस बात का अनुमान लगाया जा रहा है कि, अगर क्रिश्चियन मिशेल ने सारे राज खोल दिए तो कांग्रेस और राहुल गांधी जनता के सामने खड़े होने लायक नहीं रहेंगे। इसके बावजूद राहुल गांधी मामले को दबाने के कारण राफेल-राफेल का राग अलाप रहे हैं।