रेलवे सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी के उम्मीदवारों को 10 प्रतिशत आरक्षण मुहैया कराने वाला पहला सरकारी विभाग बनने वाला है। खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इसका ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि, रेलवे आने वाले दिनों में करीब 4 लाख लोगों को जॉब देगा। एक आरटीआई में रेलवे में 3 लाख पदों के खाली होने की बात सामने आने के बाद बुधवार को पीयूष गोयल ने यह घोषणा की। गोयल ने कहा कि सभी खाली पड़े पदों को भरा जाएगा, साथ ही एक लाख लोगों की एडवांस भर्ती की जाएगी। रेल मंत्री ने कहा कि, भारतीय रेलवे देश में सबसे बड़ा नौकरीप्रदाता है। रेलवे में 12 लाख लोग सेवारत हैं और हर साल 40-50 हजार लोग रिटायर होते हैं।
रेल मंत्री ने कहा, “पिछले वर्ष हमने करीब 1.50 लाख लोगों को नई नौकरी देने का काम शुरू किया था। इसके बावजूद रेलवे में आज लगभग 1.32 लाख लोगों की जरूरत है। इसके अलावा अगले दो साल में लगभग एक लाख कर्मचारियों के रिटायर होने का अनुमानित आंकड़ा है।” रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे अगले छह महीनों में करीब 1.31 लाख कर्मचारियों की भर्ती करेगा और अगले दो वर्षों में करीब एक लाख और कर्मचारियों की भर्ती करेगा।
देश में सबसे अधिक लोग भारतीय रेलवे में काम करते हैं, पिछले वर्ष डेढ लाख के लगभग नई नौकरियां निकाली गयी थी, और देश में अगले दो वर्षों में लगभग 4 लाख नौकरी अकेले रेलवे देने जा रहा है#JobsHeeJobs pic.twitter.com/nvBQ1CH6HD
— Piyush Goyal (मोदी का परिवार) (@PiyushGoyal) January 23, 2019
गौरतलब है कि, भारतीय रेलवे में 15,06,598 कर्मचारियों का मंजूर संख्या बल है। इनमें से 12,23,622 कर्मचारी वर्तमान में रेलवे में कार्यरत हैं। इस तरह रेलवे में अभी 2,82,976 पद खाली हैं। रेल मंत्री ने कहा कि 1.50 लाख लोगों की भर्ती की प्रक्रिया बहुत आगे बढ़ चुकी है जो करीब दो से ढाई महीने में पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि, करीब 2.25-2.50 लाख लोगों को रोजगार देने का काम भी जल्द शुरू हो जाएगा। साथ ही पीयूष गोयल ने बताया कि रिटायर होने वाले स्टाफ के बदले अडवांस में भर्ती की जाएगी।
बता दें कि, 2008-09 में भारतीय रेलवे में 13,86,011 कर्मचारी थे। इसके बाद साल 2016-17 में भारतीय रेलवे में कुल 13,08,323 कर्मचारी थे। अर्थात 8 साल में 77,688 कर्मचारी कम हो गए। वहीं तकरीबन 53,000 रेलवे कर्मचारी 2019-2020 में और 46000 कर्मचारी 2020-2021 में सेवानिवृत्त होंगे। इससे रेलवे में करीब एक लाख लोगों के लिए नौकरियों के अवसर बनेंगे।
रेलवे ने बताया है कि भर्तियां दो चरणों में की जाएंगी। 1,31,328 पदों के लिए ताजा भर्ती का पहला चरण इस साल फरवरी-मार्च में शुरू किया जाएगा। यह चरण अप्रैल-मई 2020 तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद करीब 99000 कर्मियों की भर्ती का दूसरा चरण सेवानिवृत्ति से खाली हुए पदों के लिए शुरू होगा।
रेल मंत्री ने कहा, ‘‘हमने अग्रिम में योजना बनायी है ताकि रेलवे में अब कोई भी पद खाली नहीं रहे। जब भी सेवानिवृत्ति होगी, पद भर दिये जाएंगे। इसके अलावा रेलवे नये संशोधन के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को 10 प्रतिशत आरक्षण मुहैया कराने वाला पहला सरकारी विभाग बन जाएगा जिसमें अगले दो वर्षों में उनके लिए 23 हजार नौकरियां आरक्षित की जाएंगी। यद्यपि इससे वर्तमान में अन्य वर्गों जैसे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अन्य के लिए आरक्षण प्रभावित नहीं होगा।’’ सामान्य वर्ग के गरीब तबके के लिए 10 पर्सेंट आरक्षण लागू होने के बाद रेलवे की यह निर्णय आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए एक बड़ा मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है।