जब डैमेज्ड पासपोर्ट के साथ मॉस्को एयरपोर्ट पर फंस गए बिग बॉस 12 के कंटेस्टेंट करणवीर बोहरा

सुषमा स्वराज करणवीर बोहरा

PC: peepingmoon.com

सुषमा स्वराज ने एक बार फिर से ये साबित कर दिया है कि वो देश के हर उस व्यक्ति की मदद के लिए तत्पर हैं जो विदेशी देशों में मुसीबत में फंसा हो। चाहे वो आम आदमी हो या बड़े सितारे, मदद के लिए सुषमा स्वराज कभी पीछे नहीं हटती तभी तो वो पीएम मोदी के कैबिनेट की सबसे लोकप्रिय मंत्रियों में से एक हैं। एक बार फिर से उन्होंने कुछ ऐसा ही किया है और इस बार जिसकी उन्होंने मदद की है वो बिग बॉस 12 के कंटेस्टेंट रह चुके हैं। ये हैं जाने मानें एक्टर करणवीर बोहरा।

दरअसल, करणवीर बोहरा मास्को में मैक्कोफी बॉलीवुड फिल्म फेस्टिवल में भाग लेने के लिए अपने क्षतिग्रस्त पासपोर्ट के साथ निकल गये। जहां उन्हें मास्को एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। वहां के सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें भारत भेजने की तैयारी भी कर ली थी जिसके बाद करणवीर बोहरा ने ट्विटर पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगाई। बस फिर क्या था, देश के लोगों की मदद के लिए तैयार रहने वाली सुषमा स्वराज ने इस मामले पर संज्ञान लिया और उन्होंने रशिया के मास्को शहर में स्थित भारत के राजनयिकों को मदद के लिए आदेश जारी कर दिया। इसके बाद भारत के राजनयिकों ने उन्हें तुरंत एक अस्थाई पासपोर्ट और वीजा जारी किया। इस मुश्किल स्थिति से निकलने के बाद करणवीर बोहरा ने अपने ट्विटर पर सुषमा स्वराज और भारतीय दूतावास को धन्यवाद कहा। उन्होंने लिखा, “मैं सुषमा स्वराज और सभी अधिकारियों का शुक्रिया कहना चाहता हूं। उन्होंने मेरी मदद की है। मुझे अस्थाई पासपोर्ट और वीजा मिल गया है। सेलिब्रिटी हों या नहीं एक बात मैं अच्छे से जानता हूं कि विदेश में हम कहीं भी यात्रा करते हों हम भारतीय बहुत सुरक्षित हैं।“

बता दें कि जब करणवीर मुश्किल में फंसे थे तब उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा था, “मॉस्को एयरपोर्ट पर इंतजार कर रहा हूं। ऐसा इसलिए क्योंकि मेरा पासपोर्ट थोड़ा खराब हो गया है। वह मुझे भारत वापस भेजने की सोच रहे हैं। भारतीय दूतावास काश आपने वीजा देने से पहले यह बता दिया होता। करणवीर बोहरा के इस ट्वीट पर मास्को में भारतीय दूतावास ने जवाब में कहा था, “इस मामले को लेकर हमारे अधिकारी रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं।”

बता दें कि पहली बार नहीं है जब सुषमा स्वराज ने मुश्किल में फंसे भारतीय नागरिक की मदद की हो। हाल ही में पाकिस्तान की जेल में पिछले चार सालों से बंद रहे हामिद अंसारी सुषमा स्वराज के प्रयासों की वजह से ही अपने वतन लौट सका। हामिद के अलावा और 1557 भारतीय कैदी हैं जो पिछले चार सालों में अपने वतन वापस लौटे हैं इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय ने दी थी। यही नहीं उन्हीं के प्रयासों के कारण ही पिछले साल सऊदी अरब के रियाद में एक कंपनी द्वारा बंधक बनाए गए हज़ारीबाग, गिरिडीह व बोकारो ज़िले के 41 मज़दूरों में से 32 को सकुशल भारत लौट सके थे। 

यही नहीं सुषमा ने एक माँ की गुजारिश को स्वीकार करते हुए उसके नवजात शिशु का दो दिन में पासपोर्ट बनवाया था। इसके अलावा उन्हें पड़ोसी देशों के नागरिकों को मेडिकल वीजा देने के लिए उन्हें कई बार सराहा गया है। ये सुषमा स्वराज के प्रयास ही हैं कि आज विदेश में रहने वाले सभी भारतीय सुरक्षित महसूस करते हैं।

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