पुलवामा में कल हुए भीषण आतंकी हमले के बाद आज सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक हुई। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी उपस्थित थीं। इस बैठक में बड़े निर्णय लिये गए हैं। भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया है। इसके साथ ही मोदी सरकार ने सुरक्षाबलों को पूर्ण स्वतंत्रता प्रदान कर दी है। बैठक में शीर्ष सुरक्षा अधिकारिरयों ने हमले और राज्य में सुरक्षा के संबंध में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।
बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, “हमले की विस्तृत जानकारी मांगी गई है और पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया गया है। विदेश मंत्रालय प्रयास करेगा कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग करने के सभी कूटनीतिक तरीके आजमाए जाएं।” उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले के जिम्मेदार और समर्थकों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
इसके बाद वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन करने पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘पुलवामा में हुए आतंकी हमले से पुरे देश में रोश है। लोगों का खून खौल रहा है, यह मैं समझ रहा हूं। इस समय देशवासियों में कुछ कर गुजरने की भावनाएं हैं, जो कि स्वाभाविक है। इसी को देखते हुए हमने सुरक्षाबलों को पूर्ण स्वतंत्रता प्रदान कर दी गई है। हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर पूरा भरोसा है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां कहा कि, “मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वो बहुत बड़ी गलती कर गए हैं। मैं देश को भरोसा देता हूं कि हमले के पीछे जो ताकते हैं, इस हमले के जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किए की सजा अवश्य मिलेगी। मेरा सभी से अनुरोध है कि, राजनीतिक छींटाकशी से दूर रहें। इस हमले का देश एकजुट होकर मुकाबला कर रहा है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि, कई बड़े देशों ने बहुत कड़े शब्दों ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। मैं उन सबका आभारी हूं और आव्हान करता हूं कि सभी मानवतावादी शक्तियों को एक साथ मिलकर आतंकी शक्तियों से लड़ना होगा। उन्होंने कहा, अभी देश आंतकवादियों के खिलाफ आक्रोश से भरा हुआ है। हमारे वीर शहीदों ने प्राण की आहुति दी है और उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि, जम्मू कश्मीर के पुलवामा में कल अब तक का सबसे बड़ा फिदायिन हमला हुआ। आतंकियों ने बेहद कायराना तरीके से विस्फोटक से भरी गाड़ी को सेना के वाहन पर दे मारा। इस हमले में इस्तेमाल किया गया विस्फोटक इतना शक्तिशाली था कि उसकी आवाज 10-12 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। यहां तक कि पुलवामा से जुड़े श्रीनगर के कुछ इलाकों तक भी यह धमाका सुनाई दिया। तबाही का ऐसा खौफनाक मंजर देख स्थानीय निवासियों का दिल दहल गया था। इस हमले में देश के 44 जवान शहीद हो गए हैं। इस घटना के बाद अब भारत सरकार कड़े कदम उठा रही है।