कांग्रेस के फायर ब्रांड नेता माने जाने वाले और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्दू ने पुलवामा आतंकी हमले पर बहुत ही लापरवाह और बचकाना बयान दिया है। इस आतंकी हमले के बारे में सिद्दू ने कहा कि, आतंकवाद का कोई देश नहीं होता, आतंकियों का कोई मजहब नहीं होता और उनकी कोई जात नहीं होती।
एक तरफ जहां पूरा देश पाकिस्तान के प्रति आक्रोश से भरा हुआ है और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और उसके सरगना पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है, ऐसे में सिद्दू का यह बयान बहुत ही बचकाना है। खबरों के अनुसार, पूरे संकेत मिल रहे हैं कि इस हमले की साजिश पाकिस्तान में ही रची गई थी। जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान का ही जिहादी आतंकी संगठन है। उसके बावजूद सिद्दू का यह कहना कि आतंकवाद का कोई देश नहीं होता, शर्मनाक बयान है।
गौरतलब है कि, चंडीगढ़ में नवजोत सिंह सिद्धू से पत्रकारों ने पुलवामा आतंकी हमले को लेकर सवाल पूछे थे। जब सिद्दू से पूछा गया कि पाकिस्तान की इस हरकत पर आपका क्या कहना है? तो नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि जो घटना हुई है, वह कायरतापूर्ण है। उसकी वह निंदा करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई देश नहीं होता। आतंकियों का कोई मजहब नहीं होता। उनकी कोई जात नहीं होती।
उनके इस बयान से साफ है कि, वे आतंकी हमले की निंदा तो कर रह हैं लेकिन पाकिस्तान का बचाव भी कर रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्दू को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का एक अच्छा दोस्त माना जाता है। वे एक से अधिक बार उनसे मिलने पाकिस्तान भी जा चुके हैं। करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के समय उनकी और इमरान खान की गलबहियां सबने देखी थीं। सवाल यह है कि, क्या सिद्दू इमरान खान की दोस्ती का कर्ज इस तरह उतार रहे हैं?
जब सिद्दू से पूछा गया कि क्या इस हमले की वजह से करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण और खुलने पर कोई असर पड़ सकता है, तो वे इस सवाल को टाल गए। सिद्धू बोले कि क्या इससे ज्यादा कुछ बोलना जरूरी है?
गौरतलब है कि गुरुवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए जैश-ए-मोहम्मद के फिदायिन हमले में देश के 44 जवान शहीद हो गए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकवादी ने 350 किलो विस्फोटक से भरी कार से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी थी। पाकिस्तान के जिहादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का पूरा-पूरा हाथ होने के बावजूद सिद्दू का इस घटना के बाद यह कहना कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, शर्मनाक है। कांग्रेस पार्टी को सामने आकर इस बयान पर माफी मांगनी चाहिए।