कल तक तेवर दिखाने वाला पाकिस्तान आज कह रहा है कि हम लौटा देंगे आपका पायलट

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PC: Newsd

बुधवार को क्रेश हुए मिग 21 के विंग कमांडर अभिनंदन एलओसी पार कर गये। रिपोर्ट्स की मानें तो जब वो विमान क्रेश होने के बाद गिरे तो उन्हें वहां के स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया और उनके साथ मार-पीट की। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया और जिनेवा कन्वेंशन एक्ट का उल्लंघन करते हुए उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेश किया। फ़िलहाल, दुश्मनों से घिरे जाने के बाद भी अभिनंदन बेहद दृढ़ और शांत बने हुए हैं। वहीं उनके परिवार वाले बेहद चिंतित हैं। उनके परिवार ने पीएम मोदी से इस बारे में जरूरी कदम उठाने की अपील की। इस बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने अभिनंदन को रिहा करने को लेकर बड़ा बयान दिया है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक , पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि ‘पाकिस्तान अभिनंदन को रिहा करने पर विचार कर सकता है, लेकिन इससे पहले दोनों देशों के बीच हालात सामान्य होने चाहिए।‘

बता दें कि पाकिस्तान को विंग कमांडर अभिनंदन को हर हाल में छोड़ना ही है क्योंकि पाक ने भी जिनेवा युद्ध बंदी एक्ट पर दस्तखत किए थे। जिनेवा युद्ध बंदी एक्ट युद्धों के समय में सेना के साथ संधि की एक श्रृंखला है। इसे फर्स्ट वॉर पावर्स एक्ट भी कहते हैं जिसे सशस्त्र बलों के बीमार और घायल होने पर उनकी रक्षा करना उस देश का काम है। ये एक्ट दूसरे विश्वयुद्ध के बाद 1949 में तैयार किया गया था जिसका मकसद युद्ध के समय मानवीय मूल्यों को बनाये रखना है। वो युद्धबंदियों को डराने-धमकाने का काम या उनका अपमान नहीं किया जा सकता और न ही उन्हें लेकर जनता में उत्सुकता पैदा कर सकता है। युद्धबंदियों पर या तो मुकदमा चलाया जाएगा या फिर युद्ध के बाद हालात स्थिर होने और उन्हें वापस उनके देश लौटा दिया जाएगा। पकड़े जाने पर युद्धबंदियों को अपना नाम, सैन्य पद और नंबर बताने का प्रावधान किया गया है। जिनेवा युद्ध बंदी एक्ट के आर्टिकल 13 में कहा गया है कि युद्धबंदियों के साथ अच्छा व्यवहार करना और किसी भी तरह की स्थिति में उन्हें सुरक्षा पर सुविधा मुहैया कराना उस देश का काम है जिसने सेना के जवान को बंदी बनाया है। 

वहीं अब ऐसा लगता है कि पाकिस्तान को समझ आ गया है कि अगर अभिनंदन को वो रिहा नहीं करता है तो उसके लिए मुश्किलें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ जायेंगी। पहले से ही वो कर्ज की मार और आतंकवाद को पनाह देने की वजह से चारों तरफ से घिरा हुआ है। ऐसे में वो कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहता है। स्पष्ट रूप से भारत की ओर से बनाये जा रहे दबाव की वजह से पाकिस्तान नरम पड़ रहा है।

इससे पहले शाह महमूद कुरैशी ने अन्य देशों के दबाव पर कहा था कि ‘हम युद्ध नहीं चाहते हैं. हमें उम्मीद है कि भारत सभी मुद्दों का हल निकालने के लिए बातचीत करेगा।’ युद्ध जैसे हालात पाक ही बना रहा है और कहता है कि वो युद्ध नहीं चाहता. एक तरह नियंत्रण रेखा पर लगातार गोलीबारी कर रहा है, सैन्य ठिकानों पर हमले करवा रहा है और सफाई दे रहा है कि युद्ध नहीं चाहते।

बता दें कि बुधवार को पाक के विमानों ने भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की थी। पाकिस्तान को करार जवाब देते हुए भारतीय वायुसेना ने उसके एफ-16 विमान को मार गिराया था। इस दौरान भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान मिग 21 पाकिस्तान की सीमा में जा गिरा जिसे पायलट विंग अभिनंदन वर्धमान चला रहे थे। इसके बाद पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग ने कल शाम को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को आपत्ति पत्र भेजा था जिससे विंग कमांडर अभिनंदन की तुरंत और सकुशल रिहाई हो सके। इसी तरह का एक और आपत्ति पत्र नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान के कार्यकारी उच्चायुक्त को भी भेजा गया था। इसके बाद आज सुबह पाक की तरफ से ये बयान आना ये स्नाकेट है हमारा पायलट जल्द ही अपने वतन लौटने वाला है।

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