अंतर्राष्ट्रीय दबाव व भारत की कूटनीति के दबाव में आकर पाकिस्तान ने ऐलान किया है कि, वह भारत के विंग कमांडर अभिनंदन को कल रिहा कर देगा। पाकिस्तान की संसद द्वारा आयोजित आपातकालीन सत्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह ऐलान किया है। अभिनंदन को कल वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान द्वारा भारत को सौंपा जाएगा
इमरान खान ने अपनी संसद के आपातकालीन संत्र को संबोधित करते हुए कहा, “हिंदुस्तान का पायलट पकड़ा था, उसे शांति जेस्चर के तहत कल रिहा करेंगे। देखने वाली बात यह है कि, यह ऐलान करते हुए पाक पीएम बेबस और लाचार नजर आ रहे थे।
दरअसल, पाकिस्तान के पास हमारे पायलट अभिनंदन को रिहा करने के अलावा और कोई उपाय नहीं था। पाकिस्तान जेनेवा युद्द बंदी एक्ट के तहत बंधा हुआ है। जिस पर पाकिस्तान के साथ ही 190 से अधिक देशों ने हस्ताक्षर किये हुए हैं। ऐसे हालत में पाकिस्तान को हमारा पायलट सही सलामत छोड़ना ही पड़ता।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भी आज दोपहर कहा गया था कि भारत-पाकिस्तान के बीच जल्द ही बहुत अच्छी खबर सामने आने वाली है। शायद ट्रंप इसी खबर की बात कर रहे थे। इससे स्पष्ट है कि, पाकिस्तान के ऊपर अमेरिका का भी भारी दबाव था।
अमेरिका ही नहीं बल्कि चीन की ओर से भी पाकिस्तान पर एक तरह का दबाव बन रहा था। चीन भी इस मामले में पाकिस्तान से दूर होता हुआ दिखाई दे रहा था। वहीं सऊदी अरब से भी पाक पर लगातार दबाव बन रहा था। चौतरफा घिर जाने के बाद पाकिस्तान को यह निर्णय लेना पड़ा।
बता दें कि, जेनेवा एक्ट के कारण करगिल युद्द की हीरो नचिकेता को भी पाकिस्तान ने आठ दिन में छोड़ दिया था लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ जब 36 घंटे के अंदर पाक ने भारतीय सैनिक को रिहा किया हो।
बता दें कि भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के अगले दिन यानी बुधवार को पाकिस्तानी विमानों ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी सेक्टर में भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन किया था। इसकी जवाबी कार्रवाई में भारत ने एक पाकिस्तानी विमान एफ-16 को गिरा दिया था। इस संघर्ष में भारतीय वायुसेना का भी एक मिग-21 क्रैश हुआ था और वायुसेना के पायलट अभिनंदन को पाकिस्तान ने गिरफ्तार कर लिया था।
पाकिस्तान अब अभिनंदन को रिहा करने के फैसले को शांति संदेश के रूप में बता कर प्रोपेगंडा कर रहा है। यह फैसला कहीं से भी शांति संदेश नहीं है बल्कि पाकिस्तान व उसके प्रधानमंत्री इमरान खान की मजबूरी है। भारत ने भी आज पाकिस्तान से कह दिया था कि बिना किसी शर्तों के वह अभिनंदन को जल्द से जल्द रिहा करे। इस तरह अब यह भारत की कूटनीतिक जीत है और यह पूरे देश के लिये एक बड़ी खुशखबरी है।