जैश-ए-मोहम्मद को और आत्मघाती हमले करने से रोकने के लिए यह जरुरी था: विदेश सचिव

पाकिस्तान विदेश सचिव

PC: Satyagrah

पुलवामा हमले के 13 दिनों बाद ही भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान पर की गयी एयर स्ट्राइक पर विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इस जवाबी कार्रवाई की पुष्टि की। विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत ने इस कार्रवाई के बाद एक बार फिर से पाकिस्तान से आग्रह किया है कि वो आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। पुलवामा हमले के 12 दिनों बाद ही भारत ने बदला ले लिया है और इस हमले में 200 से 300 आतंकवादी मारे गए हैं। इस हमले में कई आतंकवादी ठिकाने और कैंप ध्वस्त किये गये हैं। वहीं बालाकोट में चल रहे मसूर अजहर के बहनोई द्वारा चलाए जा रहे आतंकी ट्रेनिंग कैंप पर हमला किया गया और के 6 से 7 किमी में फैले आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया गया है।

विदेश सचिव ने आगे कहा कि ये प्रीएम्पिटव स्ट्राइक थी। मतलब ये है कि ये लोग भारत में हमले के लिए तैयार हो रहे थे। जैश कमांडर यूसुफ गौरी इस हमले में मारा गया है। विदेश सचिव ने कहा कि खुफिया जानकारियों के बाद तड़के सुबह भारतीय वायुसेना ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस हमले में बड़ी संख्या में जैश आतंकी, कमांडर और जिहादी ढेर हुए हैं। ये आतंकी कैंप जैश प्रमुख मसूद अजहर का बहनोई मौलाना यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद घौरी चलाता था। विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान में दो दशक से सक्रिय है। पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद ने संसद पर हमला किया,  पठानकोट एयरबेस हमला किया और  कई बार जवानों को निशाना भी बनाया। पाकिस्तान हमेशा से इससे इंकार करता रहा है। पुलवामा हमला भी जैश ने किया और ये बिना पाकिस्तान के सहायता के ऐसा नहीं कर सकता था।’ विदेश सचिव ने स्पष्ट शब्दों में कहा, ‘भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए सभी कदम उठाने को प्रतिबद्ध है। ये गैर सैन्य कार्रवाई जैश-ए-मोहम्मद के कैंप को निशाना बनाते हुए की गई है। हमने आम नागरिकों को ध्यान रखते हुए ये कार्रवाई की गयी है।’

बता दें कि आज तड़के सुबह ही वायुसेना के मिराज विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत और चकोटी में जबरदस्त बमबारी की और आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर दिया। धमाकों की गूंज इस्लामाबाद तक सुनाई दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये कार्रवाई भारतीय वायुसेना ने तब की जब खुफिया एजेंसियों से सूचना मिली कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी भारत में फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा है। इस सूचना के मिलते ही भारतीय वायुसेना ने उनके ठिकानों पर बमबारी की गई और हमला होने से पहले ही उनका ठिकाना ध्वस्त कर दिया गया। यही नहीं जब आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर भारतीय वायुसेना ने कार्रवाई की तब पीएम मोदी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल वॉर रूम में ही मौजूद थे।

खबरों की मानें पाकिस्तान के विमान इस जवाबी कार्रवाई के लिए निकले तो थे लेकिन भारतीय वायुसेना का फार्मेशन देखकर पीछे हट गये।न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस हमले के बाद पाकिस्तान के एफ16 विमानों ने जवाबी कार्रवाई करने की कोशिश की लेकिन भारतीय वायुसेना का फॉर्मेशन देखकर उन्होंने अपने कदम पीछे खींच लिए।

वास्तव में पाकिस्तान को इस हमले से बड़ा झटका लगा है और अब भी वो अपने घर में पल रहे आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करता तो उसे भविष्य में और बड़ा झटका लग सकता है।

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