दुश्मनों से घिरे अभिनंदन के जज्बे को सलाम कर रहा पूरा देश, पिता ने कहा, ‘गर्व है मुझे अपने बेटे पर’

बुधवार को क्रेश हुए मिग 21 के विंग कमांडर अभिनंदन एलओसी पार कर गये जिसके बाद उन्हें स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया और उनके साथ मार-पीट की। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया और जिनेवा कन्वेंशन एक्ट का उल्लंघन करते हुए उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेश किया। फ़िलहाल दुश्मनों से घिरे जाने के बाद भी अभिनंदन बेहद दृढ़ और शांत बने हुए हैं। वहीं उनके परिवार वाले बेहद चिंतित हैं। उनके परिवार ने पीएम मोदी से इस बारे में जरूरी कदम उठाने की अपील की है। वहीं सोशल मीडिया पर इस बहादुर पायलट के जज्बे को पूरा देश सलाम कर रहा है और जल्द ही उसे देश वापसी की मांग कर रहा है। सोशल मीडिया पर #AbhinandanMyHero और #GivebackAbhinandhan जैसे हैश टैग ट्रेंड कर रहे हैं।

बता दें कि पायलट अभिनंदन के पिता एस वर्धमान इस वक्त काफी दुखी हैं। उनका बेटा आज जिस स्थिति में है उस स्थिति को लेकर पूर्व एयर मार्शल एस वर्धमान ने कभी फिल्म बनवाई थी। ये डायरेक्टर मणिरत्नम की दक्षिणी फिल्म कातरु वेलियिदाई थी जो साल 2017 में रिलीज हुई थी। फिल्म में दिखाया गया है कि 1999 के करगिल युद्ध के दौरान एयरफोर्स लीडर वरुण चक्रपाणी पाकिस्तान की सीमा में घुस जाते हैं और उनका विमान क्रेश हो जाता है। इस क्रेश के बाद उन्हें रावलपिंडी में पाकिस्तानी आर्मी बंदी बनाकर काफी टॉर्चर भी करती है। इस फिल्म के लिए भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के पिता एयर मार्शल एस वर्धमान ने सलाहकार की भूमिका निभाई थी। अब वो अपने बेटे की सलामती की दुआ मांग रहे हैं।

वहीं, पाकिस्तानी सेना द्वारा पकड़े गये विंग कमांडर जिस तरह से कस्टडी में भी बेहद दृढ़ता और शांति के साथ संतुलन बनाए हुए हैं जो उनके जज्बे को बयां कर रहा है। पाकिस्तान ने उनसे जुड़ा एक-दो वीडियो सोशल मीडिया शेयर किया है। एक वीडियो में वो जख्मी हालत में एक ऑफिस रूम में नजर आ रहे हैं और उनके हाथ पीछे की तरफ बांध रखे हैं। इस दौरान उनसे सवाल किया जाता है तो वो कहते हैं “मेरा नाम विंग कमांडर अभिनंदन है। मेरा सर्विस नंबर 27981 है। मैं एक फ्लाइंग पायलट हूं। मेरा धर्म हिन्दू है।“ जब उनसे आगे सवाल किया जाता है तो वो कहते हैं “क्या मुझे ये बताना चाहिए? माफ कीजिएगा मेजर। मैं बस इतना बता सकता हूं कि मैं भारत के दक्षिणी हिस्से का रहने वाला हूं।” जिस दृढ़ता के साथ वो जवाब दे रहे हैं और अपने संतुलन को बनाये रखा है उसपर उनके पिता ने कहा कि उन्हें अभिनंदन पर गर्व है।

अभिनंदन के पिता ने एक पत्र में लिखा, ‘हमें अभिनंदन के लिए चिंतित मेरे दोस्तों और देशवासियों को धन्यवाद। मुझे मेरे बेटे पर गर्व है। हम भगवान के शुक्रगुजार है कि अभिनंदन जिंदा है, शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ है। बेटे की बहादुरी पर गर्व जताते हुए उन्होंने आगे लिखा, “देखो मेरा बेटा कितनी निडरता से बात कर रहा है। एक सच्चे सिपाही की तरह।“ इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही वो सकुशल अपने घर लौटेगा साथ ही उन्होंने इस मुश्किल घड़ी में साथ खड़े होने के लिए सभी का धन्यवाद किया।

अभिनंदन के अंदर ये आत्मविश्वास और हिम्मत अपने पिता से ही मिली है। उनके पिता ने 1999 के कारगिल युद्ध में हिस्सा लिया था और तो और वो ईस्टर्न एयर कमान के हेड रह चुके। ईस्टर्न एयर कमान चीन के खिलाफ अभियानों का जिम्मा संभालती है। अपने पिता के गौरवशाली पदचिन्हों पर चलते हुए अभिनंदन साल 2004 में फाइटर पायलट के रूप में वह वायुसेना में शामिल हुए। बुधवार को पाकिस्तान के वायुसेना के खिलाफ मोर्चा संभालते हुए वो पाकिस्तान की सीमा में पहुंच गये लेकिन इसके बावजूद वो निर्भीक हैं। भारत सरकार जल्द ही अपने विंग कमांडर को देश वापस लाने के लिए प्रयास में जुट गयी है। जल्द ही हमारा बहादुर पायलट अपने वतन लौटेगा जहां पूरा देश उनके सम्मान के लिए राह तक रहा है।

Exit mobile version