कांग्रेस पार्टी की परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति से तो सब वाकिफ ही हैं लेकिन अब इस पार्टी का शराब पिलाओ-भीड़ जुटाओ वाली राजनीति का घटिया चेहरा भी देश के सामने आ गया है। मध्यप्रदेश के भोपाल में राहुल गांधी की आभार यात्रा में कांग्रेस ने इसी तरीके से भीड़ जुटाई थी। यहां पार्टी के दिग्गज नेता खुलेआम शराब बांटते हुए कैमरे में कैद हुए हैं। किसी ने इसकी एक वीडियो भी बना डाली जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और इस वीडियो के वायरल होने के साथ-साथ ही कांग्रेस की घटिया और प्रदूषित राजनीति वाला चेहरा भी जनता के सामने आ रहा है।
शुक्रवार को भोपाल से करीब 11 मील दूर कांग्रेस के दो नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ टैंट लगाकर शराब बांट रहे थे। वे बसों को रोक-रोककर खुलेआम शराब अंदर दे रहे थे और बस में बैठे लोग शराब पीकर केन नीचे फेंक रहे थे। वीडियो में साफ दिख रहा है कि, इस टैंट पर जिला कांग्रेस कमेटी सिवीनी का बैनर लगा हुआ था। साथ ही बैनर पर जिला अध्यक्ष राजकुमार पप्पू खुराना और उपाध्यक्ष संजय भारद्वाज का फोटो भी लगा था। जब लोगों ने खुलेआम शराब बांटने का नजारा देखा तो पुलिस को बुलाया लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस के सामने भी शराब बांटते रहे और पुलिस देखती रही।
दरअसल, यह शराब की व्यवस्था बसों में बैठकर कांग्रेस की आभार रैली के लिए जा रहे लोगों के लिए थी। राजस्थान पत्रिका की एक खबर के अनुसार, एक-एक करके रैली के लिए जा रही बसें इस टैंट के सामने रुक रही थीं। बस में से कुछ लोग एक पर्ची लेकर टैंट तक जा रहे थे। टैंट में बैठे कार्यकर्ता पर्ची देखकर यात्रियों की संख्या के हिसाब से बीयर की पेटियां बांट रहे थे। यह घटनाक्रम दिन भर चलता रहा। कई लोगों ने इसे अपने मोबाइल फोन्स में कैद कर लिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस टैंट से कुछ दूरी आगे लोगों के लिए खाने की भी व्यवस्था की गई थी।
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि, जिस जगह पर टैंट लगा हुआ था, वहीं पर एक एक्सयूवी 500 गाड़ी भी खड़ी थी। इस गाड़ी पर कांग्रेस पार्टी का झंडा लगा हुआ था। यह गाड़ी संजय भारद्वाज की थी जो कि जिला कांग्रेस कमेटी में उपाध्यक्ष पद पर हैं।
मीडिया ने जब सिवनी के कांग्रेस नेता राजकुमार खुराना से इस संबंध में पूछा, तो उनका कहना था कि, बियर के कार्टून में खाना पैक करके दिया गया था। जबकी सच यह है कि लोग बियर पीकर खाली केन बस से नीचे फेंक रहे थे।
वहीं भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि बियर बांटकर राहुल की रैली में भीड़ जुटाने का भी कांग्रेस का यह घटिया तरीका भी बिल्कुल असफल रहा। उनका कहना है कि, कर्जमाफी के वायदे में जनता को धोखा मिला है और वे राहुल की रैली में नहीं आना चाहते।
कुल मिलाकर बात यह है कि, राहुल गांधी की रैलियों में भीड़ जुटाना पार्टी के लिए एक बड़ा चैलेंज बना हुआ है। भाड़े के लोग बुलाकर और उन्हें शराब पिलाकर भी कांग्रेस पार्टी राहुल की सभा के लिए भीड़ नहीं जुटा पा रही है। जनता यह सब देख रही है और वह आम चुनावों में कांग्रेस की इस घटिया राजनीति का जवाब जरूर देगी।