राहुल गांधी ने पटना रैली में किया बिहार और वहां की जनता का अपमान, बताया बेरोजगारी का गढ़

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PC: Firstpost Hindi

कांग्रेस बार-बार बिहारियों का अपमान करने से बाज नहीं आ रही है। अभी कुछ दिनों पहले मध्यप्रदेश में कमलनाथ ने कहा था कि यूपी-बिहार वाले हमारे यहां की नौकरियां खा जाते हैं। अब इस बार राहुल गांधी ने बिहार में जन आकांक्षा नाम की एक रैली में कहा है कि बिहार बेरोजगारी का केन्द्र बन गया है। राहुल गांधी ने ये सारी बातें बिना किसी तथ्यों की पड़ताल के कही है। ऐसा कहते वक्त शायद कांग्रेस अध्यक्ष ये भूल गये थे कि हाल ही में एक रेटिंग्स एजेंसी क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि बिहार में विकास दर साल 2017-18 में 10% के पार है और इस दौरान बिहार का जीएसडीपी यानी सकल राज्य घरेलू उत्पाद 11.3% की दर से बढ़ रहा है। इस तरह से बिहार विकास दर के मामलों में टॉप पर चल रहा है। इस श्रेणी में आंध्र प्रदेश दूसरे और गुजरात तीसरे पायदान पर रहा है। यह तथ्य अपने आप में मायने रखता है। इन आंकड़ों के बाद बिहार की जनता की पीठ थपथपायी जानी चाहिए, जिसकी बजाय राहुल गांधी ने बिहारियों का अपमान ही कर दिया।

दरअसल, लोकसभा चुनाव नजदीक देखते हुए इस समय विपक्ष जगह-जगह रैलियां करके मोदी सरकार की आलोचना करने में लगा है। इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कल यानी रविवार को गांधी मैदान में आयोजित जन आकांक्षा रैली को संबोधित कर रहे थे। इस रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने यह भी कहा कि अगर 2019 में यूपीए की सरकार सत्ता में आती है तो पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जायेगा। लेकिन इस दौरान राहुल गांधी ने बिहारियों की जमकर आलोचना की। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उस समय बिहारियों के अपमान की हद पार करते दिखे, जब उन्होंने बिना तथ्यों को जाने-समझे बिहार को बेरोजगारों का केन्द्र कह दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए ये तो कहा कि उन्होंने बिहार के लिए कुछ नहीं किया लेकिन वो शायद यह भूल गए कि कमलनाथ और बाल ठाकरे की तरह वो भी बिहारियों का अपमान करने के क्रम को आगे बढ़ा रहे हैं।

बता दें कि कांग्रेस अक्सर बिहार के लोगों का अपमान करती रहती हैं। इससे पहले अभी हाल ही में शपथ लेने के बाद कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के युवाओं को नौकरी न मिलने के पीछे उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को जिम्मेदार ठहराया था। यही नहीं, यहां तक कि उन्होंने कंपनियों के लिए ऐसे नियम बनाने की बात कही थी, जिनसे यूपी और बिहार के युवाओं को मध्यप्रदेश में नौकरियां मिलनी मुश्किल हो जाए। ये बताता है कि कांग्रेस बिहार के लोगों का अपमान करने में हमेशा आगे रही है। इससे पहले शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे भी बिहारियों समेत पूरे उत्तर भारत के प्रति अपनी हेय दृष्टि दिखाते रहे हैं।

इस बार राहुल गांधी ने बिहार के लोगों का अपमान करते समय तथ्यों की बिल्कुल ही अनदेखी कर दी। राहुल गांधी की यह हरकत बताती है कि उन्हें आज भी तथ्यों से कोई मतलब नहीं होता है। वह आज भी एकदम से नासमझी बातें करते हैं। इस नासमझी में वो भूल गये कि कमलनाथ और शिवसेना प्रमुख की तरह वह भी बिहार की जनता का अपमान कर रहे हैं। जानकारों का मानना है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करने के चक्कर में यह भूल गये कि वह बिहार की जनता के प्रति अपना नजरिया बता रहे हैं। अब जनता तो जनता होती है। चुनाव भी सिर पर है। ऐसे में बिहार की जनता राहुल गांधी समेत पूरे महागठबंधन को सबक सिखा दे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।

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