राहुल गांधी द्वारा भारतीय सैनिकों के अपमान पर पूर्व सैनिक ने दिया करारा जवाब

राहुल गांधी राज्यवर्धन सिंह राठौड़ सेना

PC: Haryana bhaskar

हाल ही में राफेल डील को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने न सिर्फ भारतीय सेना का अपमान किया था बल्कि देश के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले शहीदों का भी अपमान किया था। राहुल गांधी ने कुछ ऐसे शब्दों का अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस्तेमाल किया जिससे भारतीय सेना काफी आहत है। यही वजह है कि केंद्रीय मंत्री कर्नल (रिटायर्ड) राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने अब राहुल गांधी को करारा जवाब दिया और कहा कि राजनीति करिये लेकिन शहीदों का और अपनी सेना का अपमान मत कीजिए।

केंद्रीय मंत्री कर्नल (रिटायर्ड) राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भारतीय सेना और देश के शहीदों का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि, “राहुल गांधी जी आपको भारतीय सेना के बारे में कुछ भी नहीं पता। मैं यहां अपने क्षेत्र में हूं लेकिन दिल्ली में बैठकर जो आप प्रेस कॉन्फ्रेंस प्रेस कॉन्फ्रेंस खेलते हैं उसमें आपने भारतीय सेना का और हमारे शहीदों का अपमान किया है।

दिल्ली में राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर हमला करते हुए राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा, “आपने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ‘जब आप प्लेन क्रेश में मर जाते हैं’ ये शब्द आप हमारे शहीद सैनिकों के लिए कह रहे हैं?  आपको बता दूं कि मर्सिनरी और सैनिकों में अंतर होता है। मर्सिनरी वो होते हैं जो पैसों के लिए किसी भी देश के लिए लड़ते हैं लेकिन हमारे सैनिक सिर्फ भारत के लिए लड़ते हैं। हमारे सैनिक पैसों के लिए नहीं लड़ते। आत्म सम्मान, भारत की रक्षा और भारत के सम्मान के लिए लड़ते हैं।’ ये बातें मैं आपको एक सैनिक होने के नाते कह रहा हूं। आप राजनीति करिए लेकिन अपनी राजनीति में शहीदों का और अपनी सेना का अपमान मत कीजिए।” इस जवाब से जरुर ही राहुल गांधी को समझ आ गया होगा कि देश की सेना और शहीदों का अगर आप अपमान करेंगे तो देश का सैनिक चुप नहीं बैठेगा।

बता दें कि कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ एवीएसएम एक पूर्व पेशेवर शूटर रहे हैं। उन्होंने साल 2004 ओलंपिक खेलों में रजत पदक जीता। यही नहीं उन्होंने राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में कई पदक भी जीते। उन्हें साल 2005 में पद्मश्री से सम्मानित भी किया जा चुका है। सेना और शूटिंग से सेवानिवृत्ति के बाद वो सक्रिय राजनीति से जुड़ गये।

बता दें कि राफेल डील को लेकर राहुल गांधी केंद्र की मोदी सरकार को घेरने के लिए एक के बाद एक झोतोह बड़े ही आत्म विश्वास के साथ बोल रहे हैं और अब तो उन्होंने हद ही कर दी है। शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था, ‘ये 30,000 करोड़ रुपये जो अनिल अंबानी को दिए गये वो सेना के काम आ सकते थे। ये 30 हजार करोड़ तो प्लेन क्रेश में शहीद होने वाले पायलटों को मुआवजे के तौर पर मिल जाता।’

कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा इस तरह से भारतीय सेना और शहीदों का अपमान करने पर खुद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी राहुल गांधी को आईना दिखाया था। उन्होंने गांधी वंशज पर तंज कसते हुए कहा था, ‘वो सज्जन हैं जो एक सार्वजनिक मंच पर बैठकर कहते हैं कि अगर तुम शहीद हो जाओगे तो मैं पैसे दे दूंगा क्योंकि राजनीति छोड़कर मानवता की दृष्टि से देखें तो इस सज्जन की इस मानसिकता का संकेत है कि अगर कोई मर जाएगा तो पैसा भेज दिया जाएगा।’

राहुल गांधी के इस शर्मनाक बयान पर सोशल मीडिया पर भी खूब आलोचना हुई।

https://twitter.com/MalangMusafir/status/1094264686399406080

कम से कम राहुल गांधी अपने पद का न सही लेकिन देश के सैनिकों के मान का तो आप ख्याल रखते. आपके इस बयान से न जाने कितने सैनिकों की देश्ब्ख्ती आहत हुई होगी। क्या आप इसके लिए माफ़ी मागंगे? नहीं न? मोदी सरकार की आलोचना कीजिये लेकिन भारतीय सेना का सम्मान भी करिए।

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