पुलवामा में आतंकी हमले के बाद से भारत सरकार और आम जनता में आक्रोश है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छिनने के बाद अब भारत ने पाकिस्तानी प्रोडक्ट पर 200% कस्टम ड्यूटी भी बढ़ा दी है। भारत के आक्रामक रुख से पाकिस्तान में अब एक और सर्जिकल स्ट्राइक का डर सता रहा है। शायद इसी वजह से पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पास मौजूद लॉन्च पैड्स से अपने आतंकियों को हटाना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक इन आतंकियों को पैड्स के पास मौजूद सेना कैंपस ले जाया गया है। ऐसा लगता है पाकिस्तान के जहन से अभी तक भारतीय सेना द्वारा किया गया सर्जिकल स्ट्राइक का डर गया नहीं है। अब तो इमरान खान भारत के आक्रामक रुख से इतना डर गये हैं कि उनकी रातों की नींद गायब हो गयी है। हालांकि, अभी तो ये बस शुरुआत है। भारत पाक को उसकी घिनौनी हरकत के लिए सबक सिखाने की पूरी तैयारी कर रहा है।
बता दें कि पुलवामा में गुरुवार को भीषण आतंकी हमला हुआ था जिसमें भारतीय सेना के 44 जवान शहीद हो गये थे। इस हमले के बाद बाद से भारत में चारों तरफ पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग तेज हो गयी थी। वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैश-ए-मोहम्मद की इस हरकत का कड़ा जवाब देने की बात कही थी और भारतीय सेना को किसी भी कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी थी। भारत सरकार के इस कदम के बाद अब पाकिस्तान सहम गया है। उसे लगा था कि हमेशा की तरह भारत इस बार भी थोड़ा रोष दिखाएगा और शांत हो जायेगा लेकिन वो ये नहीं जानता कि ये नया भारत है जो खून का बदला खून से लेगा। जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाने देगा।
खुफियां सूत्रों के मुताबिक इस वक्त तक 50-60 विंटर पोस्ट खाली करा लेता था लेकिन अभी तक उसने ऐसा नहीं किया है। इन विंटर पोस्ट पर पाकिस्तानी सैनिक तैनात हैं। कश्मीर में टॉप इंटेलिजेंस सूत्रों ने अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘फिलहाल नियंत्रण रेखा के पार बने आतंकियों के लॉन्च पैड्स पर कोई स्ट्राइक करने का लक्ष्य नहीं है।’ जिस तरह का हमला पाकिस्तान की तरफ से किया गया है उससे भारत के पास इस तरह का कदम उठाने का विकल्प बचता है लेकिन सेना के ठिकानों पर एक्शन लेने का लक्ष्य नहीं है क्योंकि इससे तनाव और बढ़ सकता है। ऐसे में भारतीय सेना भी सतर्कता से कदम रख रही है।
बता दें कि कश्मीर के पुलवामा में हुए फिदायीन हमले के पीछे भी आदिल नाम के आतंकी का हाथ था जिसे जैश-ए-मोहम्मद ने ट्रेनिंग दी थी। कश्मीर में इस्लामिक आतंकी संगठन कश्मीरी युवकों का इस्तेमाल अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने के लिए कर रहा है ताकि कश्मीर के बाकि युवक जिहाद के लिए तैयार हो सके। इन युवकों का इस्तेमाल वो भारत में फिदायीन हमले के लिए करते हैं। पिछले साल कश्मीर में आतंक के रस्ते भटके कई युवा ‘ऑपरेशन ऑलआउट’ के तहत मारे भी गये थे। इनमें जैश सरगना मसूद अजहर की बहन का बेटा तल्हा और भाई का बेटा उस्मान भी शामिल थे। राज्य में भारतीय सेना लगातार आतंक के खिलाफ कार्रवाई कर रही है लेकिन फिर भी पाक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा।