जनवरी में उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक फिल्म रिलीज़ हुई थी जिसने गणतंत्र दिवस से पहले ही देश में एक बार फिर से देशभक्ति की भावना को जागृत कर दिया था। इस फिल्म के रिलीज़ को हफ़्तों हो चुके हैं लेकिन इसकी कमाई अभी भी जारी है जिससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये फिल्म लोगों के सिर चढ़कर बोल रही है। जहां इस फिल्म से देश भर में जवानों को सराहा जा रहा है वहीं इस फिल्म से पाकिस्तान की रातों की नींद उड़ गयी है। सर्जिकल स्ट्राइक की दहशत पाकिस्तान के अंदर अभी भी है यही वजह है कि पाकिस्तानी सेना के शीर्ष कमांडर्स सीमा पर अग्रिम चौकियों का दौरा कर रहे हैं।
जी न्यूज़ की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के घर में जिस तरह से भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी उससे पाकिस्तान आज भी डरा हुआ है। उरी फिल्म के रिलीज़ ने पाकिस्तानी सैनिक अधिकारी और दूसरी एजेंसियों को बेचैन कर दिया है। जी न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी हेडक्वार्टर वाले 10 कोर और गिलगिट हेडक्वार्टर वाले कमांडर लगातार छंब, गुलटारी, बाघ, मुज़फ्फराबाद, हाजी पीर और कोटली सेक्टरों के फॉरवर्ड इलाक़ों का दौरा कर रहे हैं। पाकिस्तान की सेना की 23 डिवीज़न, 16 डिवीज़न, 12 डिवीज़न, 7 डिवीज़न और 6 पीओके ब्रिगेड की तैनाती के इलाक़ों में कमांडरों ने दौरे किए हैं। यही नहीं इन सभी इलाकों में पाकिस्तानी सेना हाई अलर्ट पर हैं। ये वो इलाके हैं जो जहां से आतंकवादियों के लांच पैड्स हैं और कभी कभी पाक सेना कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराती है।
दरअसल, इस डर की वजह पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर तनाव भी है। पिछले साल अफगानिस्तान के कबायली लोगों ने पाकिस्तान सेना के पांच जवानों को मार गिराया था और एक सैनिक को पकड़ लिया था। इस घटना के बाद से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्तों में काफी खटास आ चुकी है यहां तक कि पिछले साल पाकिस्तान ने तो फ्रेंडशिप गेट भी बंद कर दिया था। एक तरफ पाक भारत में आतंकियों का निर्यात करता है और सीजफायर का उल्लंघन करता है। दूसरी तरफ अफगानिस्तान से उसके रिश्ते भी बिगड़ चुके हैं। पाक का ध्यान फिलहाल अफगानिस्तान सीमा पर है और पाकिस्तानी सेना वहां मुस्तैद हैं। ऐसे में पाकिस्तान को डर है कि अगर भारत ने फिर से सीमा पर कोई कार्रवाई की तो पाक के लिए दोनों मोर्चे पर लड़ना और स्थिति को संभालना मुश्किल हो जायेगा। इससे एक चीज अच्छी जरुर हुई है वो ये कि जो पाकिस्तान साल 2016 में भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक को ‘भारतीय कल्पना की उड़ान’ करार देकर खारिज कर दिया था वो आज वास्तव अंदर से डरा हुआ है।
बता दें कि 18 सितंबर 2016 में जम्मू-कश्मीर के उरी बेस कैंप में हुए हमले में देश के 19 जवान शहीद हुए थे। इस हमले के 10 दिनों बाद ही आतंकियों को करारा जवाब देने के लिए भारत ने 29 सितंबर 2016 को सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इस सर्जिकल स्ट्राइक 38 आतंकी और 2 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे।