पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी अपने ही दांव में बुरी तरह से फंस गयी हैं। जिस तरह से उनकी सरकार ने सीबीआई अधिकारियों के साथ बर्ताव किया था उससे उनकी सरकार की हर तरफ आलोचना हो रही है। अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलिकॉप्टर को पश्चिम बंगाल में उतरने की अनुमति न देना भी उनके लिए मुश्किलों का सबब बन गया है। ममता बनर्जी की सरकार ने न सिर्फ योगी आदित्यनाथ बल्कि शिवराज सिंह चौहान, शाहनवाज़ हुसैन जैसे कई बीजेपी नेताओं के हेलीकॉप्टर को राज्य में उतरने की अनुमति नहीं दी। इससे ममता का पश्चिम बंगला में तानाशाही रवैया पूरे देश के सामने आ गया है।
पुरुलिया, पश्चिम बंगाल में जनसभा को संबोधित कर रहा हूँ। देखिये :- https://t.co/PlQMGIqlfX
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) February 5, 2019
यहां ममता बनर्जी को सबसे ज्यादा किसी ने झटका दिया तो वो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हैं। दरअसल, हेलिकॉप्टर को उतरने की मंजूरी न मिलने की स्थिति में योगी ने राज्य में प्रवेश के लिए दूसरा रास्ता अपनाया। यूपी के मुख्यमंत्री योगी हेलिकॉप्टर से झारखंड-बंगाल के बॉर्डर नगेन मोड़ तक गए फिर यहां से सड़क मार्ग पुरुलिया में रैली करने पहुंचे और यहां उन्होंने जमकर ममता बनर्जी पर निशाना साधा। इस दौरान योगी ने कहा, “आप सभी देख रहे हैं कि किस तरह से ममता के नेतृत्व वाली बंगाल सरकार घोटाले में शामिल भ्रष्ट अधिकारी को बचाने का प्रयास कर रही है इससे ज्यादा शर्मनाक, अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक क्या होगा कि किसी राज्य की मुख्यमंत्री ये सुनिश्चित करने के लिए धरने पर बैठी हैं, ताकि भ्रष्टाचार के राज बाहर न आ जाएं।“
राजनीतिक हिंसा में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या करवाने वाली, गरीबों को लूटने वाले भ्रष्टाचारी लोगों के साथ खड़े होने वाली तथा अराजकता की भेंट चढ़े पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री, @MamataOfficial बौखला गई हैं।
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) February 5, 2019
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीएमसी की सरकार भ्रष्ट और अलोकतांत्रिक कहा और ममता की आलोचना भी की जो केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ राज्य के लोगों तक नहीं पहुंचने दे रही। उन्होंने ये भी कहा कि “पश्चिम बंगाल सरकार को अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक गतिविधियों ने उलझा दिया है और यही कारण है कि मेरे जैसे ‘संन्यासी’ और ‘योगी’ को राज्य में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गयी।“ योगी ने ममता पर हमला करते हुए कहा, “राजनीतिक हिंसा में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या करवाने वाली, गरीबों को लूटने वाले भ्रष्टाचारी लोगों के साथ खड़े होने वाली और अराजकता की भेंट चढ़े पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बौखला गई हैं।“
राजनीतिक हिंसा में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या करवाने वाली, गरीबों को लूटने वाले भ्रष्टाचारी लोगों के साथ खड़े होने वाली तथा अराजकता की भेंट चढ़े पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री, @MamataOfficial बौखला गई हैं।
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मुझे अत्यंत दुःख है कि हमारा बंगाल, आज ममता बनर्जी जी और उनकी सरकार की अराजकता और गुंडागर्दी से पीड़ित है। अब समय है कि बंगाल को एक सशक्त लोकतांत्रिक आंदोलन के माध्यम से संविधान की रक्षा हेतु इस सरकार से मुक्त किया जाय।
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पुरुलिया में रैली से पहले योगी ने ममता राज में पश्चिम बंगाल में चल रहे घटनाक्रम पर दुःख जताया और कहा, “मुझे अत्यंत दुःख है कि गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की कर्मभूमि, हमारा बंगाल, आज ममता बनर्जी और उनकी सरकार की अराजकता और गुंडागर्दी से पीड़ित है।“ उन्होंने आगे कहा, “अब समय है कि बंगाल को एक सशक्त लोकतांत्रिक आंदोलन के माध्यम से संविधान की रक्षा हेतु इस सरकार से मुक्त किया जाय। मैं आज पुरुलिया में आप सबके बीच इस आंदोलन की ध्वजा लेकर भ्रष्टाचारियों के गठबंधन के लिए चुनौती बनकर खड़ा होऊंगा।“ राज्य में चल रहे सियासी घमासान पर उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री के लिए धरने पर बैठने से ज्यादा शर्मनाक बात कुछ नहीं हो सकती है।”
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath in Purulia, West Bengal: Nothing can be more shameful for a democracy than a Chief Minister sitting on a dharna. pic.twitter.com/5HKFsKDbmx
— ANI (@ANI) February 5, 2019
जिस तरह से योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम बंगाल की सरकार पर हमले किये उससे कहीं न कहीं ममता को बीजेपी नेताओं के हेलिकॉप्टर को राज्य में उतरने की अनुमति न देकर अब शायद अपने किये पर पछतावा हो। उनके तानाशाही रवैये ने राज्य में बीजेपी नेताओं के हेलिकॉप्टर को उतरने की अनुमति नहीं दी जिससे दो चीजें साफ़ हो गयीं। पहली उनका तानाशाही रवैया और दूसरा राज्य में बीजेपी की मजबूत होती जमीनी पकड़ से उनका डर सामने आ गया।
हालांकि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कोलकाता पुलिस प्रमुख राजीव कुमार के खिलाफ सीबीआई की याचिका पर सर्वोच्च अदालत के फैसले का स्वागत किया और इसे नैतिक की जीत बताया। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कोलकाता पुलिस प्रमुख राजीव कुमार को सीबीआई के समक्ष पेश होने और सीबीआई की जांच में सहयोग करने के लिए कोलकाता पुलिस राज्य की सरकार को आदेश दिया है।