उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गुरुवार को अपने कार्यकाल का तीसरा बजट पेश किया जिसमें सभी के लिए कुछ न कुछ था। उन्होंने किसी भी वर्ग को नाराज नहीं किया। यहां तक कि हिंदुओं का भी ख़ास ध्यान रखा। इस बजट को पेश करने के बाद उन्होंने राम मंदिर निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया जिसने राम भक्तों के विश्वास को और मजबूती दी है। योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि राम मंदिर का निर्माण ठीक उसी स्थान पर किया जायेगा जहां भगवान राम का जन्म माना जाता है।
गुरुवार को पूर्णिया में बीजेपी कार्यकर्ताओं ‘शक्ति केंद्र प्रभारियों’ की बैठक को संबोधित किया। बीजेपी कार्यकर्ताओं की ‘शक्ति केंद्र प्रभारियों’ की बैठक में पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज लोकसभा क्षेत्रों से आये कार्यकर्ता शामिल थे। इस दौरान उन्होंने शहरों के नाम बदलने और राम मंदिर निर्माण को लेकर कार्यकर्ताओं के मन में उठ रहे सवालों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘भगवान राम के जन्मस्थान पर आने वाले तीर्थयात्री अब फैजाबाद जिले नहीं आते बल्कि अयोध्या आते हैं और कुंभ में स्नान के लिए लोग अब इलाहाबाद नहीं प्रयागराज आते हैं। वहीं राम मंदिर निर्माण पर उन्होंने कहा, “आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में काफी कुछ होने वाला है। नए बदलाव होंगे। चिंता मत करिए, हमने स्पष्ट कर दिया है कि भगवान श्रीराम का मंदिर बिल्कुल उसी स्थान पर बनेगा जहां उनका जन्म माना जाता है। इसमें कोई भ्रम नहीं होना चाहिए।’ गुरुवार को बजट में उन्होंने हर वर्ग के विकास के लिए कई खास घोषणाएं की हैं। इसका मतलब साफ़ है कि प्रदेश में बदलाव को लेकर उन्होंने पहले ही योजना बना ली है और अब उसपर काम भी शुरू हो गया है। उनकी इस योजना में अयोध्या में मंदिर का निर्माण प्रमुख है।
वैसे ये पहली बार नहीं है जब योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर निर्माण को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को जाहिर किया है। उन्होंने कई मौकों पर ये स्पष्ट शब्दों में कहा है कि केंद्र सरकार राम मंदिर का निर्माण करेगी। बार-बार विपक्षी पार्टियां सरकार पर राम मंदिर को लेकर आम जनता को गुमराह करने की बात कहती रही है फिर भी केंद्र सरकार और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राम मंदिर का निर्माण होगा। उन्होंने आलोचकों को जवाब देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा था, “यहां कुछ लोग राम जन्मभूमि के बारे में बोल रहे थे। मित्रों, यह कार्य जो भी करेगा, जब भी करेगा, ये कार्य हम ही करेंगे, कोई दूसरा नहीं कर पाएगा।”
यही नहीं, योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यूपी के लिए पेश किये बजट में अयोध्या में एयरपोर्ट के लिए 200 करोड़ रुपये और अयोध्या में प्रमुख पर्यटन स्थलों के समेकित विकास के लिए 101 करोड़ रुपए की घोषणा भी की। इसके साथ सार्वजनिक रामलीला स्थलों में चारदीवारी निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये की घोषणा की। उनकी इस घोषणा से अयोध्या वासियों में खुशी की लहर है जो पिछली सरकारों में उपेक्षित रहे हैं। योगी आदित्यनाथ का मानना है कि जहां रामलीला होती है वहां भगवान राम सदैव रहते हैं और यही वजह है कि उन्होंने सार्वजनिक रामलीला स्थलों में चारदीवारी निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये की।
बता दें कि राम मंदिर निर्माण को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के इस बयान से कि मंदिर का निर्माण होगा ही उससे स्पष्ट है कि इसपर जल्द ही काम शुरू भी होने वाला है। जब बार-बार सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर मामले पर सुनवाई टाल रहा है तो ऐसे वक्त में केंद्र सरकार मंदिर निर्माण के लिए याचिका भी दायर कर चुकी है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि विवादित स्थल पर 2.77 एकड़ भूमि छोड़कर शेष भूमि को रामजन्मभूमि न्यास को दे दिया जाए। केंद्र सरकार की तरफ से पहले ही संकेत दिए जा चुके हैं जल्द ही राम मंदिर का निर्माण होगा। अब योगी के बयान के बाद ऐसा लगता है कि लोकसभा चुनाव से पहले ही राम भक्तों को बड़ी खुशखबरी मिल सकती है।