‘सबसे अलग’ पार्टी बनकर राजनीति में आई AAP भी अन्य विपक्षी पार्टियों की तरह ही है

आम आदमी पार्टी महिला

(PC: Dainik Bhaskar)

जब पूर्व राजस्व अधिकारी अरविन्द केजरीवाल अपनी आम आदमी पार्टी बनाकर राजनीति में आये थे, तो उन्होंने अपनी पार्टी को ‘सबसे अलग’ बताया था। हाल ही में घटित कुछ घटनाओं ने यह बखूबी सिद्ध भी किया है। उन्होंने अपने कारनामों से अपनी पार्टी को वाकई ‘सबसे अलग’ साबित किया है।

हाल ही में रिठाला से आम आदमी पार्टी के मौजूदा विधायक मोहिंदर गोयल के खिलाफ एक महिला ने एफआईआर दर्ज कराई। महिला ने मोहिंदर गोयल पर दो साल पहले बलात्कार करने का आरोप लगाया, और इसके साथ ही उस पर लगातार उनको मानसिक प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है और जाँच अभी जारी है।

मोहिंदर गोयल दोषी हैं या नहीं, वो तो जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन महिलाओं के साथ व्यवहार को लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं का इतिहास सदैव ही अपमानजनक रहा है। महिलाओं के उत्पीड़न को ख़त्म करने की बजाय आम आदमी पार्टी ने इसे भरपूर बढ़ावा देने का काम किया है।

दरअसल, ये सिलसिला वर्ष 2015 में शुरू हुआ। तब आम आदमी पार्टी को एकतरफ़ा जीत मिलने के बाद सत्ता पर काबिज़ हुए सिर्फ एक महीना ही हुआ था। एक आम आदमी पार्टी की छात्रा कार्यकर्ता को कथित तौर पर एक व्यक्ति,सर्वजीत सिंह, द्वारा प्रताड़ित किया गया जिसके बाद उस छात्रा ने उस व्यक्ति की फोटो सोशल मीडिया पर डाल दी थी।

आम आदमी पार्टी को महिला सुरक्षा के प्रति अपना ‘कर्तव्य’ निभाने का एक अच्छा अवसर मिल चुका था, जिसे भुनाने की भरपूर कोशिश की गई थी। उस व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा दी गई लेकिन बाद में पता चला कि पूरा मामला ही उलटा है। बाद में यह सामने आया कि सर्वजीत सिंह दोषी नहीं बल्कि स्वयं प्रताड़ना के शिकार हैं, जो कि अपने आप को निर्दोष साबित करने के लिए यहां-वहां के चक्कर काट रहे थे।

इस मामले के अलावा महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने में आम आदमी पार्टी का रवैया वाकई बेहद ‘निराशाजनक’ रहा है। उस दुर्भाग्य घटना को कौन भूल सकता है जब एक  महिला ने इसलिए आत्महत्या कर ली थी क्योंकि उसके शारीरिक शोषण करने वाले दोषी के साथ मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कार्रवाई के नाम पर ‘एक समझौता’ करने की सलाह दी थी। वो दोषी दरअसल उनकी ही पार्टी में ‘एक बड़ा नाम’ था। हम राशन कार्ड वाले काण्ड को भी नहीं भूले हैं, नहीं ना?

आम आदमी पार्टी के नेताओं की सभी काली करतूतों को ट्विटर यूज़र ऋषि बागरी ने एक जगह प्रकाशित किया है:

https://twitter.com/rishibagree/status/1103607598635470848?s=20https://twitter.com/rishibagree/status/1103608277437464576?s=20https://twitter.com/rishibagree/status/1103608816434925569?s=20https://twitter.com/rishibagree/status/1103609491814318080?s=20https://twitter.com/rishibagree/status/1103610214912327682?s=20https://twitter.com/rishibagree/status/1103610606459015168?s=20

https://twitter.com/rishibagree/status/1103608277437464576?s=20

https://twitter.com/rishibagree/status/1103608816434925569?s=20

https://twitter.com/rishibagree/status/1103609491814318080?s=20

https://twitter.com/rishibagree/status/1103610214912327682?s=20

https://twitter.com/rishibagree/status/1103610606459015168?s=20

ये तो मात्र कुछ उदाहरण हैं। अब जब दिल्ली सरकार की कैबिनेट के पूर्व कानून मंत्री ही घरेलू हिंसा करने और एक अफ्रीकी मूल की महिला को ‘रेड’ के नाम पर प्रताड़ित करने के आरोपी हैं। ऐसे में हम बाकी पार्टी से उम्मीद भी क्या कर सकते हैं? यहां आपको बता दें कि अपने मंत्री को कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए केजरीवाल धरने तक पर बैठ गए थे! सच बोला जाए तो राजनीतिक अखाड़े में मौजूद कोई भी पार्टी दूध की धुली नहीं परन्तु आम आदमी पार्टी ने जिस तरह राजनीति का स्तर गिराया है, वह वाकई बेहद शर्मनाक है।

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