एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाने वाले ‘पाक ऑक्यूपाइड नेताओं’ को वायुसेना प्रमुख का करारा जवाब

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PC : aajtak

भारत में पाकिस्तान के स्टार प्रचारक बन चुके नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर पाकिस्तान का राग अलापते हुए भारतीय वायु सेना पर हमला बोला है। भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में किये एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए सिद्धू ने ट्वीट किया ”300 आतंकवादी मरे? हाँ की ना? इसका क्या उदेश्श्य था? आप वहाँ आतंकवादी मार रहे थे या सिर्फ पेड़ उखाड़ रहे थे? या फिर यह सिर्फ राजनितिक हितों को साधने के लिए किया गया? दुश्मन को जवाब देने की आड़ में हम पर झूठ थोपा जा रहा है, भारत राष्ट्र के जैसी पवित्र सेना का राजनीतिकरण करना बंद करो!” आखिरी में उन्होंने लिखा ”ऊंची दुकान फीका पकवान”!

आज ही एयर स्ट्राइक को लेकर भारतीय वायु सेना प्रमुख बीएस धनोआ ने प्रैस कॉन्फ्रेंस में यह साफ़ किया कि वायुसेना के हमले में निर्धारित लक्ष्य को निशाना बनाया गया था। उन्होंने यह भी साफ़ किया कि अगर भारतीय वायुसेना द्वारा आतंकी ठिकानों को निशाना ना बनाया गया होता तो क्या पाकिस्तान की तरफ से कोई जवाब आता? इसके बाद भी नवजोत सिंह सिद्धू का ऐसा बेतुका बयान आना उनकी हताशा को दिखाता है| इससे पहले जब भारतीय जवानों पर पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था तो सिद्धू ने गैर-जिम्मेदाराना बयान देते हुए पाकिस्तान को बेक़सूर बताया था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उनको जमकर ट्रोल किया। लोगों के विरोध के बाद सोनी टीवी ने भी उनको अपने ‘द कपिल शर्मा शो’ से बाहर का रास्ता दिखाया था।

अपने देशविरोधी बयानों की वजह से ही आज वे पाकिस्तानी मीडिया के सितारे बन चुके हैं। नवजोत सिंह सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम कईं मौकों पर देखने को मिला है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में जाकर पाकिस्तानी सेना प्रमुख से गले मिलकर आना हो या फिर अपनी रैली में लगने वाले ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ के नारों पर मुस्कुराना, हर बार वे पाकिस्तान में बैठे अपने ‘यारों’ को खुश करने में कामयाब रहें हैं।

सिद्धू के अलावा कुछ अन्य नेता जैसे पी.चिदंबरम और ममता बनर्जी भी वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक्स पर सवाल उठा चुके हैं।इनके बयानों को सुनकर ऐसा प्रतीत होता है मानों पाकिस्तानी सेना के अफसरों व हमारे इन नेताओं के बयान को कोई एक ही शख्स लिख रहा है। दलहित को देशहित से ऊपर रखने वाले इन नेताओं को देश की सुरक्षा व संप्रभुता से कोई लेना देना नहीं होता।

इन्हीं नेताओं में से कुछ नेताओं ने भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर में की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर भी सवाल उठाये थे। तब भी लोगों ने इन्हें जमकर ट्रोल किया था और पाकिस्तानी मीडिया में इनको एक रॉकस्टार के तौर पर दिखाया गया था, लेकिन ये नेता है कि अपनी राजनैतिक हित को साधने में सही गलत का फर्क ही नहीं कर पाते।

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