किसी ने सच ही कहा है कि, ‘कितनी भी कोशिशें क्यों ना कर ली जाए लेकिन सच को दबाया नहीं जा सकता। इन दिनों पाकिस्तान के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक को नकारने के लिए पाकिस्तान को बहुत पापड़ बेलने पड़ रहे हैं लेकिन फिर भी सच पूर्णिमा के चांद की तरह दुनिया को दिखाई दे रहा है और पाकिस्तान को मुंह चिढ़ा रहा है। हाल ही में एयर स्ट्राइक से जुड़ा एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बालाकोट में जिन आंतकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना ने बम बरसाए थे, वहां अभी तक भी आतंकियों की लाशें पड़ी हुई हैं। ऐसी खबरे हैं कि, उस स्थान के आस-पास शवों के सड़ने की भयंकर बदबू फैल रही है। यही कारण है कि, पाकिस्तान सरकार ने पख्तूनख्वा प्रांत के मानसेहरा इलाके को अपने कब्जे में लेकर वहां मीडिया के प्रवेश को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है।
पत्रकारों को नहीं लेने दे रहे मौका मुआयना
पाकिस्तानी सुरक्षाबलों द्वारा लगातार हमले की जगह से पत्रकारों की टीम को बैरंग लौटाया जा रहा है। पिछले नौ दिनों में यह तीसरी बार है जब पाकिस्तानी अधिकारियों ने अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की मीडिया टीम को बालाकोट में बने जैश- ए- मोहम्मद के आतंकी शिविरों और आसपास की इमारतों के करीब जाने से रोक दिया। पाकिस्तान ने इसके लिए सुरक्षा कारणों का हवाला दिया है। सूत्रों के अनुसार, मीडिया को हमले वाले इलाके से करीब 1000 मीटर दूर रखा गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर अभी भी आतंकियों के कईं शव पड़े हैं। पाकिस्तान को लगता है कि अगर इन डेडबॉडीज पर मीडिया की नजर पड़ गई तो भारत का पक्ष मजबूत हो जाएगा और पाकिस्तान बेनकाब हो जाएगा।
पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने रॉयटर्स की एक टीम को गुरुवार को जाबा टॉप पर जाने से एक बार फिर रोक दिया हैं। बता दें कि, जाबा टॉप वह जगह है जहां से भारतीय वायुसेना ने मिराज लड़ाकू विमान के जरिये बमबारी की थी। पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा रोके जाने के बाद रॉयटर्स की टीम ने पहाड़ी के नीचे और दूर से ही हमले की जगह को देखने की कोशिश की। इसके बाद पत्रकारों ने बताया कि उस इमारत के चारों तरफ ऊंचे-ऊंचे पेड़ हैं। इस वजह से कुछ भी कह पाना मुश्किल है।
गौरतलब है कि पुलवामा में 14 फरवरी को CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करके बदला लिया था। इसमें भारतीय वायुसेना के मिराज लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर बम बरसाए थे। इस एयर स्ट्राइक में करीब 300 आतंकियों के मारे जाने की बात कही जा रही है।
हालांकि, पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना की इस एयर स्ट्राइक से किसी भी तरह का नुकसान होने से इनकार किया था। पाक बार-बार कई बहाने बनाकर इस एयर स्ट्राइक को झुठलाने की कोशिशें कर रहा है लेकिन वह एयर स्ट्राइक की सफलता के सच को झुपाने में पूरी तरह नाकामयाब हुआ है। पाक सरकार भारी संख्या में आतंकियों के शवों को ठिकाने लगाने में नाकामयाब रही है। यही कारण है कि, आतंकियों के शव अब सड़ रहे हैं और इससे इलाके में भयंकर बदबू फैल रही है। शवों को ठिकाने लगाना पाकिस्तान के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। यही कारण है कि विश्व भर में अपनी बदनामी के डर से पाक सेना एयर स्ट्राइक वाली जगह पर किसी को नहीं जाने दे रही है।
आपको बता दें कि, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक के सबूत सरकार को सौंपे हैं। सूत्रों के अनुसार वायुसेना ने सरकार को एयर स्ट्राइक पर 12 पेज की रिपोर्ट सौंपी है। इसमें बालाकोट में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों की सैटेलाइट तस्वीरें भी हैं। रिपोर्ट के अनुसार इस रिपोर्ट में वायुसेना ने माना है कि 26 फरवरी को हुई एयर स्ट्राइक में भारतीय फाइटर जेट के निशाने 80 फीसदी सही लगे। अर्थात हमारे मिराज विमानों ने जो बम गिराए वे सीधे लॉन्च पैड्स पर गए और उन्हें तबाह कर दिया। सूत्रों के अनुसार इस रिपोर्ट में बताया गया है कि एयर स्ट्राइक में भारतीय वायुसेना ने जिन बमों का उपयोग किया था उन्होंने जैश के आतंकी ठिकानों की छतों को भेदते हुए सभी आतंकियों को ढेर कर दिया। अब पाकिस्तान में घटनास्थल के आस-पास से आ रही लाशों के सड़ने की बदबू की खबर उस दावे को और पक्का कर रही है कि, एयर स्ट्राइक में भारी संख्या में आतंकी मारे गए थे। आशा की जा रही है कि, धीरे-धीरे स्थितियां और साफ होंगी और पूरा सच जल्द ही दुनिया के सामने आ जाएगा।