हिंदू और राष्ट्रवाद के नाम पर ये लोग इस तरह की अश्लील और गंदी तस्वीरें मैसेज में भेज रहे हैं। ये बोल लेफ्ट-लिबरल पत्रकारों के थे जब उनकी चहेती पत्रकार बरखा दत्त को एक अज्ञात व्यक्ति ने अश्लील तस्वीर भेजी थी। ये आरोपी पकड़ा भी गया और इसकी पहचान एक मुस्लिम के तौर पर हुई तो इन सभी पत्रकारों ने चुप्पी साध ली है।
दरअसल, पिछले महीने 18 फ़रवरी को बरखा दत्त ने अपना नंबर कश्मीरी छात्रों की मदद के पोस्ट शेयर किया था। इसके बाद एक अंजान नंबर से उनके व्हाट्सएप पर अशलील तस्वीर भेजी गयी थी। इसकी शिकायत बरखा दत्त ने दिल्ली पुलिस के साइबर सेल में दर्ज कराई थी। ये तस्वीर प्राइवेट पार्ट की थी जिसे उन्होंने हिंदू राष्ट्रवाद से जिद दिया और कहा कि देखिये ये राष्ट्रवाद के नाम पर उन्हें ऐसी गंदी तस्वीर भेज रहे हैं।
शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने एक्शन लेते हुए जल्द ही गिरफ्तार कर लिया। बरखा को गंदी तस्वीर भेजने वाला व्यक्ति का नाम शब्बीर गुरफान पिंजरी था जिसे गुजरात के सूरत शहर से गिरफ्तार किया गया है। शब्बीर गुरफान के अलावा अश्लील मैसेज वालों में तीन अन्य युवक (23 वर्षीय राजीव शर्मा, 31 वर्षीय हेमराज कुमार, 34 वर्षीय आदित्य) हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हें बरखा दत्त का नंबर सोशल मीडिया के जरिये मिला था। एक अधिकारी के मुताबिक गुरफान ने कथित रूप से अश्लील तस्वीरें भेजी थीं जबकि अन्य ने गाली वाले संदेश भेजे थे।
अब जब आरोपी की पहचान मुस्लिम के तौर पर सामने आ गयी है तो सभी लेफ्ट-लिबरल लोगों ने अब चुप्पी साध ली है। इस घटना को लेकर हिंदू इर राष्ट्रवादी लोगों पर निशाना साधा गया था जो हमेशा ये लेफ्ट-लिबरल पत्रकार करते आये हैं। जब किसी घटना में अपराधी हिंदू समुदाय से होता है तो ये ओत्र्कार पूरे समुदाय को दोषी ठहराते हैं लेकिन जब वो हिन्दू समुदाय का न होकर कसी अन्य समुदाय का निकलता है तो ये सभी लोग चुप्पी साध लेते हैं। ये इनकी कुत्सित मानसिकता को दर्शाता है।
किसी एक समुदाय को लेकर हल्ला मचाना और विशेष समुदाय का बचाव करना भी गलत है। अपराधी अपराधी होता है और इसके लिए किसी भी धर्म को निशाना बनाना साफ़ दर्शाता है कि ऐसे लोग सिर्फ नफरत को बढ़ावा देते हैं।