देश के विपक्ष के लिए एक और बुरी खबर आई है। टाइम्स नाउ और वीएमआर के एक सर्वे ने देश के तमाम राजनीतिक पार्टियों के लिए एक संदेश देने का काम किया है, जो कि देश के विपक्ष और खासतौर पर कांग्रेस के लिए किसी झटके से कम नहीं है। दरअसल यह सर्वे चुनाव से ठीक पहले लोगों के लिए सबसे बड़े चुनावी मुद्दों को जानने के लिए किया गया था। इस सर्वे में यह सामने आया है कि लगभग 40 प्रतिशत लोगों के लिए बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है लेकिन वोटर्स में से लगभग 83 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे देश में बेरोज़गारी के लिए मोदी सरकार को दोषी नहीं मानते। सर्वे में शामिल 39.5 प्रतिशत लोगों का यह भी मानना है कि विपक्ष बेरोजगारी को लेकर जितना हल्ला मचा रहा है, वास्तव में बेरोजगारी उससे कम है। जबकि 36.4 प्रतिशत लोगों का मानना है कि देश में बेरोजगारी सामान्य स्तर पर है।
टाइम्स नाउ के इस सर्वे में राहुल गांधी को निराश करने वाले आँकड़े सामने आए हैं। दरअसल, सर्वे में शामिल होने वाले मात्र 2.9 प्रतिशत लोग ही रफाल को एक चुनावी मुद्दा मानते हैं। आपको बता दें कि, राहुल गांधी एन्ड कम्पनी पिछले काफी महीनों से पीएम मोदी पर बिना किसी सबूत के रफाल डील में चोरी करने का आरोप लगा रही हैं। इसको लेकर कांग्रेस सड़क से संसद तक हल्ला मचाती आयी है, लेकिन जनता द्वारा केवल हवा में बने इस मुद्दे को पूरी तरह से नकार दिया गया है। वहीँ कांग्रेस समेत देश का विपक्ष सरकार पर पिछले काफी समय से बेरोजगारी बढ़ाने का आरोप लगा रहा था। विपक्ष के मुताबिक जीएसटी लाने के बाद देश में बेरोजगारी का स्तर काफी बढ़ गया था, लेकिन लोगों को विपक्ष का यह दावा भी रास नहीं आया।
वहीँ सर्वे में शामिल मात्र 18 % वोटर्स ही राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को चुनावों के लिए अहम् मुद्दा मानते हैं, जबकि किसानों के लिए कर्जमाफी एवं लाभकारी योजनाओं के मुद्दे को 17.7 फीसदी लोग महत्वपूर्ण मानते हैं। आपको बता दें कि राम मंदिर का निर्माण भाजपा के प्रमुख चुनावी मुद्दों में से एक रहा है, और यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है। भाजपा का शुरू से ही यह मानना रहा है कि विवादित जगह पर राम मंदिर का निर्माण शुरू होना चाहिए और केंद्र सरकार कोर्ट से इस मुद्दे को प्राथमिकता देने की गुहार भी लगा चुकी है। वहीँ इस वर्ष के बजट में किसानों के लिए किसान सम्मान निधि योजना का ऐलान करके मोदी सरकार पहले ही किसानों का दिल जीतने का काम कर चुकी है। आपको बता दें कि किसान सम्मान योजना के तहत हर वर्ष किसानों के बैंक खाते में 6 हजार रूपये डाले जाते हैं। इस सर्वे ने कांग्रेस को बुरी तरह से तोड़ कर रख दिया है। कांग्रेस के पास जो 2-3 मुद्दे थे, वे भी अब इस पार्टी से छिन गए हैं।