पाकिस्तान के पीएम इमरान खान अक्सर भारत में अल्पसंख्यक समुदाय पर कथित अत्याचार को लेकर अपनी छाती पीटते रहते हैं, लेकिन अपने पाक में अल्पसंख्यक हिन्दुओं अथवा ईसाइयों पर होने वाले अत्याचारों पर बोलने में उनके होठ सिल जाते हैं। अब उनकी सोशल मीडिया पर हो रही एक वायरल वीडियो में यह सामने आया है कि चीन में उइगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचारों से न ही मतलब है और न ही उन्हें कुछ पता है। जब एक इंटरव्यू के दौरान एक पत्रकार ने उनसे चीन में उइगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचारों पर सवाल पूछा तो उन्होंने जवाब में कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है क्योंकि इस खबर को मीडिया द्वारा इतना प्रसारित नहीं किया गया।
Question: what's your stance on China's treatment of Uyghur Muslims?
PM Khan: frankly, I don't know much about that.. pic.twitter.com/lNoNDdN6NX— Naila Inayat (@nailainayat) March 27, 2019
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ब्रिटिश अखबार ‘द फाइनेंशियल टाइम्स’ को दिए इंटरव्यू में कहा, “साफ-साफ कहूं तो मुझे इसके बारे में ज़्यादा पता नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “मेरे पास अगर अधिक जानकारी होती तो मैं इसके बारे में बोलता…इस बारे में अखबारों में भी बहुत ज़्यादा नहीं छपा है।” जबकी सच्चाई यह है कि भारतीय मीडिया के अलावा पश्चिमी मीडिया ने भी इस खबर को कई बार प्रकाशित किया और पूरी दुनिया की तरफ से इसपर प्रतिक्रिया दी गई। यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र भी चीनी सरकार द्वारा उइगर मुस्लिमों पर किये जा रहे अत्याचार को लेकर जांच करने की बात कह चुका है।
इमरान खान भारतीय मुसलमानों से जुड़े मुद्दों पर अपनी विशेष प्रतिक्रिया देते आएं है। इतना ही नहीं वे भारत को अपने मुस्लिमों से व्यवहार करने का तरीका सिखाने की बात भी कर चुके हैं। उन्होंने ट्वीट किया था ”क़ायदे आज़म ने पाकिस्तान इसलिए बनाया क्योंकि उन्हें पता था कि हिन्दू बहुल भारत में उन्हें उनका अधिकार नहीं मिलेगा, नया पाकिस्तान क़ायदे आज़म का पाकिस्तान है जहाँ अल्प-संख्यक समुदाय को बराबरी का दर्जा दिया गया है, भारत के बिल्कुल उलट।”
His struggle for a separate nation for Muslims only started when he realised that Muslims would not be treated as equal citizens by the Hindu majority. Naya Pak is Quaid's Pak & we will ensure that our minorities are treated as equal citizens, unlike what is happening in India. https://t.co/xFPo8ahJnp
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 25, 2018
चीन में उइगर मुस्लिमों पर खुलेआम अत्याचार किया जाता है। उन्हें जबरदस्ती पोर्क खाने व मदिरापान के लिए बाध्य किया जाता है। इसके अलावा मुस्लिम बहुल प्रांतो में बुरखा पहनने एवं दाढ़ी रखने पर भी चीनी प्रशासन द्वारा पूर्ण प्रतिबन्ध लगाया हुआ है। चीनी सरकार का मानना है कि ऐसा करके वे मुस्लिमों में फैली कट्टरपंथी सोच को दबाना चाहते हैं। आपको बता दें की पाकिस्तानी सरकार की आज तक चीन में रह रहे उइगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। पाकिस्तान के पीएम के इस दोहरे मापदंड पर कटाक्ष करते हुए ट्विटर यूजर अंशुल सक्सेना ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा ”जब भारत द्वारा आतंकी बुरहान वानी को मारा गया था, तो पाक पीएम द्वारा उसको शहीद बताया गया था, लेकिन चीन में मुस्लिमों पर अत्याचार को लेकर संयुक्त राष्ट्र द्वारा आरोप लगने के बाद भी पाक पीएम कहते हैं कि उन्हें इसके बारे में कुछ नहीं पता।”
When Terrorist Burhan Wani was Killed.
Pakistan PM called Wani a 'Martyr' & 'Youth leader' in UN
UN accused China of holding Muslims in detention centers & forced to have alcohol & pork. China bans burqas & beards in Muslim province.
Pakistan PM: I know nothing about the issue
— Anshul Saxena (@AskAnshul) March 29, 2019
भारत के मुस्लिमों की तथाकथित ‘दयनीय’ स्थिति पर ट्वीट कर सुर्खियां बंटोरने वाले इमरान खान को चीन के मुस्लिमों की पीड़ा ना दिखना उनके अज्ञान को नहीं बल्कि उनकी मज़बूरी को दिखाता है। पैसों की भारी तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को चीन ने पिछले वर्ष नवम्बर में 6 बिलियन यूएस डॉलर का कर्ज दिया था। चीन पाकिस्तान में ‘चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे’ को भी विकसित कर रहा है जिसके तहत पाकिस्तान में लम्बी सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। चीन को पाक का ऑल वेदर फ्रेंड भी माना जाता है, जिसके तहत वह संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतर्राष्ट्रीय मंचो पर पाकिस्तान की बात को रखता आया है। ऐसे में पाकिस्तान अपने आका चीन के खिलाफ बोलने की हिम्मत बिल्कुल नहीं कर सकता। उसे इस बात का पूरा ज्ञान है कि यदि उसने ऐसा करने की हिम्मत जुटाई तो पाक का हुक्का-पानी बंद होना तय है।