पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पूरी दुनिया के सामने भारत के साथ शांति स्थापित करने का राग अलाप रहे हैं। विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने का ऐलान करते हुए इमरान खान ने इसे शांति की ओर कदम बढ़ाने की पहल कहा था। इमरान खान के इस रुख से अब पाकिस्तान उनके लिए नोबेल पुरस्कार की मांग कर रहा है। इमरान खान को नोबेल पुरस्कार देने के लिए पाकिस्तानी संसद में प्रस्ताव पेश किया गया है। यही नहीं भारत के भी कुछ बुद्धिजीवी वर्ग पाक द्वारा चलाई जा रही मुहीम का समर्थन कर रहे हैं। शायद इस वर्ग को पाक द्वारा लगातार जम्मू-कश्मीर की सीमा पर किये जा रहे हमले और जवानों के ठिकानों पर हमला नजर नहीं आ रहा। वास्तव में पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान इस पुरस्कार के लायक ही नहीं है। हालांकि, इस तरह के लोगों को सोशल मीडिया पर यूजर्स उनकी भाषा में जवाब देते हैं।
https://twitter.com/ippatel/status/1101474420655190016
Now, Pakistan violated ceasefire at Gawahalan, Chokas, Kiker and Kathi posts in Uri sector. One civilian injured, his condition is critical and currently in a hospital.
Liberals of India: What a peaceful gesture, such a great Statesman..Awww Imran Khan my angel. Modi must resign
— Anshul Saxena (@AskAnshul) March 1, 2019
दरअसल, पाक के लोगों का कहना है कि भारत-पाक के बीच जारी तनाव के बीच जिस तरह से पाक पीएम इमरान खान ने शांति के लिए तत्परता दिखाई वो उल्लेखनीय है। इसलिए पाक इमरान को नोबेल पुरस्कार दिया जाना चाहिए। वास्तव में इमरान खान का ये शांति की पहल की बात करना ही एक ढोंग है। एक तरफ इमरान खान दुनिया को ये बता रहे हैं कि वो युद्ध नहीं शांति चाहते हैं और दूसरी तरफ लगातार जम्मू-कश्मीर में सीमा पर पाक की तरफ से फायरिंग जारी है। आतंकियों से मुठभेड़ जारी है जिसमें सीआरपीएफ के एक इंस्पेक्टर सहित चार जवान शहीद हो गये। वहीं आज सुबह जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर पाक की तरफ से की गयी गोलीबारी में तीन सदस्यों की मौत हो गयी।
RK Angral, SSP Poonch: 3 civilians have died in ceasefire violation by Pakistan in Poonch district's Krishna Ghati sector. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/LsxNOkWEIq
— ANI (@ANI) March 1, 2019
जम्मू कश्मीर के पुलिस के मुताबिक नियंत्रण रेखा के पास के कृष्णाघाटी सेक्टर में झलास इलाके के सलोत्री गांव में पाकिस्तानी सेना द्वारा गोला दागा गया था जिसके फटने से शुक्रवार देर रात एक ही घर के तीन सदस्यों की मौत हो गयी। इस हमले में हुई मौत में एक महिला और दो बच्चे हैं। इसके अलावा पाकिस्तानी गोलीबारी में दो और नागरिकों और सेना के दो सैनिकों सहित चार घायल हो गये। यही नहीं उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा के लंगेट के बाबागुंड गांव में रात भर सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया और एक आतंकी ने मलबे में छुपकर सुरक्षबलों पर गोलियां बरसा दी जिससे हमारे चार जवान शहीद हो गये वहीं कई घायल हो गये। पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों पर गोलीबारी तो कभी गोला दागकर करवा सेना की अग्रिम पोस्टों के साथ ही रिहायशी इलाकों को निशाना बना रहा है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ के शाहपुर, बालाकोट, मेंढर सेक्टर, राजोरी के नौशेरा सेक्टर तथा उड़ी में गोले दाग रहा है जिससे नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में दहशत है। और कह रहा है कि पाक शांति का दूत है। ऐसा दोगलापन पाकिस्तान ही दिखा सकता है। ढोंग करना झूठ बोलना, तथ्यों के साथ तोड़-मोड़ करना पाक की आदत रही है। ये बात भारत अच्छी तरह से समझता है और यही वजह है कि इस बार पाक कितना भी दिखावा करले लेकिन भारत सरकार उसके खिलाफ अपनी कार्रवाई और मजबूत करने की दिशा में प्रयासरत है। बार-बार पाक ये दिखाने के बहुत प्रयास कर रहा है कि वो भारत के साथ शांति की पहल कर रहा है लेकिन भारत सरकार हर मोर्चे पर उसे मात दे रही है।
यही वजह है कि जब इमरान खान ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ़ोन कर बात करनी चाही तो उन्होंने फ़ोन ही नहीं उठाया और इमरान खान बार बार हताश होकर फ़ोन करते रहे कि पीएम मोदी उनसे बात करे। ये बात खुद इमरान खान ने नेशनल एसेंबली के ज्वॉइन्ट सेशन में बताई। यहां पर उन्होंने कहा, “मैं कल शाम को नरेंद्र मोदी को कॉल करता रहा क्योंकि मैं ये बात साफ कर देना चाहता था कि हम इस तनाव को और नहीं बढ़ाना चाहते हैं। मैं किसी डर की वजह से उन्हें फोन नहीं कर रहा था।“ पता नहीं किस तरह की शांति की बात इमरान खान कर रहे हैं एक तरफ गोले बरसा रहे हैं भारतीय सीमा पर और दूसरी तरफ तनाव को खत्म करने की बात कर रहे हैं।
भारत सरकार ने साफ़ कर दिया है कि वो पाक के साथ किसी भी तरह की कोई डील नहीं करेगा और न ही बात जब तक वो अपने देश में पल रहे आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करता। जबतक वो उन आतंकियों को भारत के हवाले नहीं करता जिन्होंने भारत में बड़े आतंकी हमले कर कई निर्दोषों को मारा है और जवानों पर हमले किये हैं।