पाकिस्तान का अपने आतंकियों के प्रति नर्म रुख एक बार फिर सामने आया है। अब पाकिस्तान ने यह मानने से इंकार किया है कि उसके यहां ‘जैश-ए-मोहम्मद’ नाम का कोई संगठन है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफ्फूर ने यह बयान दिया कि पाक का ‘जैश-ए-मोहम्मद’ से कोई लेना-देना नहीं, यह संस्था पाकिस्तान व अमेरिका द्वारा पहले ही बैन हो चुकी है। साथ ही भारतीय वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि स्ट्राइक वाली जगह पर ‘एक ईंट भी नहीं मिली है’। उनका यह बयान एक बार फिर दर्शाता है कि पाक सेना का हाथ हमेशा की तरह अब भी आतंकियों के ऊपर से नहीं हटा है। आपको बता दें कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाक आधारित जैश-ए-मोहम्मद ने ही ली थी, और खुद पाक के विदेश मंत्री अपने हाल ही के दिए बयानों में यह बात स्वीकार कर चुके हैं कि जैश सरगना मसूद अज़हर पाकिस्तान में ही मौजूद है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने अपने दिए बयान में कहा था कि मसूद अज़हर बहुत बीमार है और वह घर से बाहर भी नहीं निकल सकते। खबरें तो यह भी आई थी कि उनका इलाज पाक सेना के अस्पताल में चल रहा था और वहां उनकी मौत भी हो चुकी है। इन सभी खबरों का खंडन करते हुए मसूद अज़हर ने अपने जिन्दा होने का ही नहीं बल्कि पूर्ण रूप से स्वस्थ होने का भी दावा किया है। मसूद अज़हर ने एक ऑडियो क्लिप जारी करते हुए कहा कि ”मेरी मौत की खबर चल रही है, लेकिन केवल अल्लाह ही जीवन और मौत तय करते हैं”। इस ऑडियो क्लिप में उसने इस बात को भी स्वीकार किया कि वो अपने संगठन से भली-भांति जुड़ा हुआ है। इसके साथ ही उसने ‘जैश-ए-मोहम्मद’ की वैबसाइट पर एक ब्लॉग भी लिखा है जिसमे उसने साल 2000 में जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग जिलों में रहने के दौरान घटित हुई तीन घटनाओं का ज़िक्र किया है। ब्लॉग में मसूद अजहर ने लिखा है कि भले ही दुनिया के लोग उससे मुर्दा घोषित करें लेकिन फिलहाल वह जिंदा है। अपने ब्लॉग के जरिए जैश प्रमुख ने भारत में सुरक्षाकर्मियों पर तंज भी कसा है। जैश के मुखपत्र “रंग नूर नई” का ताज़ा ब्लॉग मौलाना मसूद अजहर ने कल ही लिखा है और कल ही इस ब्लॉग को अपनी वेबसाइट पर भी डाला है।
मसूद अज़हर के जिन्दा होने के दावे व उसका जैश की आधिकारिक वैबसाइट पर ब्लॉग लिखना इस बात का सबूत है कि यह आतंकी पाकिस्तान में बेखौफ अपना जीवन यापन कर रहा है। इससे पहले जब भारत ने पाकिस्तान को इस आतंकी पर संतोषजनक कार्रवाई करने का दबाव बनाया था तो पाकिस्तान ने इसके खिलाफ ठोस सबूत देने की बात कही थी। खुद पाक के प्रधानमंत्री इस बात को कई बार कह चुके थे कि वे भारत के साथ मिलकर इन आतंकियों के खात्मे के लिए तैयार हैं, लेकिन यही पाक भारत द्वारा दिए गए डोज़ियर को स्वीकार करने से कतराता रहा। इससे यह साबित होता है एक बार फिर पाक भारत तथा दुनिया की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहा है। कल ही पाकिस्तान से यह खबर आई थी कि मसूद अज़हर के भाई व बेटे समेत 44 आतंकियों को हिरासत में लिया गया है। लेकिन भारत का मानना है की पाकिस्तान पहले भी ऐसे ‘कॉस्मेटिक-कदम’ लेता आया है। इन आतंकियों को कुछ दिन नज़रबंद करने के बाद फिर इनको खुलेआम छोड़ दिया जाता है।