बेंगलुरु पुलिस ने कांग्रेस-जेडीएस सरकार के इशारे पर की मोदी समर्थकों की पिटाई, राहुल गांधी के सामने नारे लगा रहे थे ये लोग

बंगलुरु कांग्रेस मोदी

PC : Zee News

राहुल गांधी अपनी पार्टी का प्रचार करने के लिए इस समय दक्षिण भारत के दौरे पर हैं। इसी बीच कल उन्होंने कर्नाटक की राजधानी बंगलुरु में भी एक रैली को सम्बोधित किया, लेकिन जब वे अपनी रैली के लिए बंगलुरु के मान्यता टेक पार्क पहुँचे, तब एक चौंकाने वाली घटना घटित हुई। दरअसल वहाँ मौजूद लोगों ने राहुल गांधी के काफिले को देखकर मोदी-मोदी के नारे लगाना शुरू कर दिया। इस घटना के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारे लगाने वाले लोगों पर हमला बोल दिया, जिसमें उनको वहाँ मौजूद पुलिस का भी भरपूर साथ मिला। पुलिस ने हमलावर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को काबू करने के बजाय मोदी के समर्थन में नारे लगाने वाले लोगों पर ही लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया, और उनको हिरासत में ले लिया।

भाजपा ने इस घटना की निंदा करते हुए ट्वीट किया ”लोकतंत्र खतरे में है, बंगलुरु के मान्यता टेक पार्क में मोदी समर्थन में नारे लगाने के लिए पुलिस ने कुछ टेकीज़ को गिरफ्तार कर लिया है, यह है कांग्रेस और जेडीएस के राज में लोकतंत्र का असली चेहरा, यह तानाशाही है जहाँ लोगों की पसंद एवं अभिव्यक्ति की आज़ादी को दबाया जा रहा है।”

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वहीँ इस घटना के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का हिंसक चेहरा एक बार फिर सामने आया है। इससे पहले गांधी परिवार के गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली से भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बेरहम चेहरा सामने आया था जब एक व्यक्ति ने कांग्रेस के नारे ‘चौकीदार चोर है’ पर सवाल उठाया था। उस व्यक्ति ने पूछा था कि चौकीदार चोर क्यों है? उस व्यक्ति के मुताबिक कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मात्र सवाल उठाने पर उसे सड़क पर घसीट-घसीट के मारा। वह एक हृदय रोगी है एवं कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उसके चश्मे के भी दो टुकड़े कर दिए।” हमेशा भाजपा की तथाकथित ‘असहनशीलता’ पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस का अपने कार्यकर्ताओं के ऐसे हिंसक बर्ताव पर अब तक कोई सफाई सामने नहीं आई है।

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब कांग्रेस की रैली के दौरान लोगों ने पीएम मोदी या भाजपा के समर्थन में नारे लगाए हों। गुजरात विधानसभा चुनावों के दौरान जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हिन्दू वोटर्स को लुभाने के लिए लगातार मदिरों के दौरों पर थे, तब रणछोड़जी मंदिर के दर्शन के समय लोगों की भीड़ ने उनका स्वागत ‘मोदी-मोदी’ के नारों से किया था। राहुल गांधी अधमरी पड़ी कांग्रेस को पुनर्जीवित करने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनकी पार्टी के भ्रष्टाचार से पूर्ण इतिहास एवं विकास को लेकर निराशाजनक रवैये को लोग अब तक नहीं भूल पाए हैं। वहीँं लोगो द्वारा पीएम मोदी के समर्थन में नारे लगाना भी यह साबित करने के लिए काफी है कि कर्नाटक की जनता भाजपा सरकार के प्रति आशावादी हैं। कर्नाटक के लोग कांग्रेस एवं जेडीएस के अनैतिक गठबंधन की सरकार से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं।

कर्नाटक विधानसभा चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस जमकर जेडीएस तथा भाजपा पर हमला बोल रही थी, लेकिन नतीजों में 104 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी अकेली पार्टी बनकर उभरी, जबकि 112 सीटों का पूर्ण बहुमत पाने में कोई भी सफल नहीं हुआ। कांग्रेस मात्र 80 सीटों पर सिमट गयी और जेडीएस को सिर्फ 37 सीटें ही मिली थी। जाहिर है कि अधिकतर लोग भाजपा को राज्य की सत्ता पर काबिज़ करना चाहते थे, लेकिन जेडीएस एवं कांग्रेस के गठबंधन के बाद लोग अपनी सरकार के काम करने के तरीके से असहज महसूस कर रहे हैं। अब जब जनता पीएम मोदी और बीजेपी का समर्थन कर रही है तो राज्य की सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए उन पर लाठीचार्ज करने का काम कर रही है।

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