बिहार के महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी माथापच्ची खत्म भी नहीं हुई थी कि अब इसमें शामिल दलों के नेताओं के बागी तेवर भी सामने आने लगे हैं। महागठबंधन है तो कई जाहिर है इसमें शामिल कई पार्टियों के नेताओं का टिकट कटना तय है लेकिन जो अपने क्षेत्र में चर्चित चेहरे हैं या जो नेता इस बार भी चुनाव लड़ना चाहते हैं उनमें नाराजगी होना तय है। कुछ नेता टिकट न मिलने से इतने नाराज हैं कि वो अपनी पार्टी बदल रहे हैं, कुछ भरे मन से पार्टी के फैसले को स्वीकार कर रहे हैं लेकिन बिहार की स्थिति इस मामले में कुछ अलग ही नजर आई। यहां राजद पार्टी के एक नेता ने तो टिकट न मिलने की स्थिति में पार्टी के मुखिया के सभी राज खोलने की धमकी दे डाली। ये बात किसी और ने नहीं बल्कि बल्कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी नेता अशरफ फातमी ने कही है।
Former Union Minister and RJD leader Mohammad Ali Ashraf Fatmi: I have been with Lalu through all the highs and lows since the last 30 years, I'm party to many of his secrets. I have humbly sent my message, If I'm not getting the ticket then I should be told the reason. pic.twitter.com/99RPaDiQML
— ANI (@ANI) March 27, 2019
दरअसल, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद अली अशरफ फातमी ने बुधवार को राजद से टिकट की मांग करते हुए पार्टी के हाई कमान कको अपना संदेश भेजा है। साथ ही ये भी कहा कि वो लालू यादव के साथ 30 साल से हैं और उनके कई राज जानते हैं। अगर पार्टी उन्हें टिकट नहीं देगी तो पार्टी को वाजिब कारण बताना होगा। राजद नेता मोहम्मद अली अशरफ फातमी ने कहा, “मैं बीते 30 सालों से लालू यादव के अच्छे और बुरे वक्त में उनके साथ रहा हूं। मैं उनके कई सीक्रेट्स का साथी भी रहा हूं, इसलिए मैंने पार्टी को अपना एक विनम्र संदेश भेजा है। अगर मुझे टिकट नहीं दिया जाता है तो नेतृत्व को मुझे इसके लिए एक वाजिब कारण जरूर बताना होगा।“ फातमी का बयान स्पष्ट शब्दों में राजद पार्टी के हाई कमान को एक धमकी है कि अगर वो उन्हें टिकट नहीं देते हैं तो वो लालू यादव के कई बड़े राज खोल देंगे। फातमी का यह बयान उस वक्त आया है, जबकि बिहार की प्रतिष्ठित दरभंगा लोकसभा सीट को लेकर महागठबंधन के कांग्रेस और राजद के बीच एकमत राय नहीं बन पाई है।
बता दें कि राजद नेता मोहम्मद अली अशरफ फातमी लालू प्रसाद यादव के बेहद ख़ास मानें जाते हैं। वो बिहार की दरभंगा सीट से 12 वर्षों तक सांसद रह चुके हैं यही वजह है कि वो इस बार इस सीट से लड़ना चाहते हैं। वहीं साल 2014 में वो और 2014 में वह मधुबनी की सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं, बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए कीर्ति आजाद भी दरभंगा सीट से लड़ना चाहते हैं और इसी शर्त पर ही वो कांग्रेस पार्टी में शामिल भी हुए थे। वहीं, राजद कांग्रेस को ये सीट नहीं देना चाहता। राजद ने बिहार के पूर्व वित्त मंत्री और पार्टी के कद्दवार नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी को दरभंगा से टिकट देना चाहता है। अब ऐसे में आरजेडी फातमी को क्या स्पष्टीकरण देगी पता नहीं लेकिन फातमी इससे बिलकुल खुश नहीं होंगे। अब वो लालू यादव के राज खोलते हैं या नहीं ये आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन उन्होंने जो धमकी दी उससे राजद जरुर सहमा होगा। बता दें कि बिहार में महागठबंधन में सीटों का बंटवारा तो हो गया है लेकिन अभी भी कुछ सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है।