लोकसभा चुनावों का ऐलान होते ही राजनीतिक गलियारों में सरगर्मियां तेजी से बढ़ी हैं। हर कोई नेता अपनी जीत सुनिश्चित करने में लगा है। यही कारण है कि, लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों का ऐलान होने के बाद रोज कोई ना कोई नेता बीजेपी ज्वाइन कर रहा है। इसी कड़ी में आज कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस को यह झटका केरल से लगा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गांधी परिवार के करिबी टॉम वडक्कन आज बीजेपी में शामिल हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बीजेपी में आने पर उनका स्वागत किया। टॉम वडक्कन केरल के त्रिशूर जिले से हैं। वे काफी लंबे समय से कांग्रेस में थे। टॉम काग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के पूर्व सहायक भी रह चुके हैं। राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद वे उनके करीबी माने जाते थे। साथ ही वे लंबे समय से कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता थे। यही नहीं, टॉम वडक्कन पूर्व पीएम और दिवंगत कांग्रेस नेता राजीव गांधी के सहायक भी रहे हैं।
Delhi: Congress leader Tom Vadakkan joins Bharatiya Janata Party in presence of Union Minister Ravi Shankar Prasad. pic.twitter.com/7AtbF2QfHj
— ANI (@ANI) March 14, 2019
टॉम वडक्कन ने काफी भारी मन से कांग्रेस पार्टी को छोड़ा हैं। उन्होंने पार्टी से अलग होने के लिए कांग्रेस की नीतियों को ही जिम्मेदार ठहराया। बीजेपी में शामिल होने के बाद टॉम वडक्कन ने कहा, ‘मैंने 20 साल कांग्रेस को दिए। कांग्रेस में वंशवाद की राजनीति हावी है। पुलवामा हमले के बाद कांग्रेस के रुख से मैं काफी दुखी हूं। कांग्रेस पुलवामा हमले पर राजनीति कर रही है। मैं भारी मन से कांग्रेस को छोड़ रहा हूं। पाकिस्तानी आतंकियों का हमारी जमीन पर हमला हुआ और आप उस पर भी राजनीति करते हैं।’
टॉम ने कहा कि जब आप देश की सेनाओं पर सवाल उठाते हैं तो इससे बहुत दुख होता है। उन्होने कहा, ‘कांग्रेस को छोड़ना और बीजेपी में शामिल होना विचारधारा की बात नहीं है, यह देश प्रेम की बात है।’
बीजेपी में शामिल होने के बाद टॉम ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी मुलाकात की। वडक्कन ने कहा, ‘‘ मैं बेहद आहत हूं, इसलिये यहां हूं।’’ उन्होंने बड़ी पीड़ा के साथ कहा कि, कांग्रेस सशस्त्र बलों की ईमानदारी पर सवाल उठा रही है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में कांग्रेस की प्रतिक्रिया निराशजनक रही है।
टॉम ने कहा, ‘‘अगर कोई पार्टी राष्ट्रीय हितों के खिलाफ काम करती है, तब पार्टी छोड़ने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचता है।’’ राहुल गांधी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि वे अब इस्तेमाल करो और फेंकों की नीति अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि वंशवादी राजनीति कांग्रेस में चरम पर है और उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की सबका साथ-सबका विकास की सोच पर पूरा भरोसा है।
केरल में कांग्रेस को अपना एक वरिष्ठ नेता खो देने से बड़ा झटका लगा है। सबसे बड़ी बात यह है कि टॉम गांधी परिवार के बेहद करीबी नेता थे। अब केरल में ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि, वहां टॉम की तरह और भी कांग्रेसी नेता पार्टी छोड़ सकते हैं। कांग्रेस ने टॉम के पार्टी छोड़ने पर कहा कि वडक्कन के जाने पर उन्हें दुख है, आशा है कि, बीजेपी में उनकी आकांक्षाएं पूरी होगीं। अब ऐसा माना जा रहा है कि, बीजेपी लोकसभा चुनाव में वडक्कन को केरल की किसी खास सीट से उम्मीदवार बना सकती है।