कमलनाथ के करीबियों पर पड़े छापों में पता चला कि हवाला से दिल्ली कांग्रेस दफ्तर भेजे गए थे 20 करोड़ रुपये

(PC: zee news)

आयकर विभाग ने सोमवार को कहा कि उसे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों के घर रेड मारने के दौरान एक संगठित रैकेट का पता चला है जिसके पास से 281 करोड़ रुपये की संपत्ति बरामद हुई है। आयकर विभाग ने यह भी जानकारी दी कि उसे मध्यप्रदेश एवं दिल्ली के बीच हवाला के जरिये 20 करोड़ रुपये भेजने का भी पता चला है। आयकर विभाग ने अपने बयान में कहा, ‘कैश का कुछ हिस्सा दिल्ली में मौजूद एक बड़े राजनीतिक दल के दफ्तर में ट्रांसफर हुआ था, जिसमें शामिल 20 करोड़ रुपये हवाला के जरिए पार्टी के एक बड़े नेता को दिए गए, जिनका निवास तुगलक रोड में है।’ जब बात आगे बढ़ी तो पता लगा कि ये पैसे दिल्ली कांग्रेस दफ्तर में रिसीव किए गए हैं।

इसी कड़ी में सोमवार की शाम आयकर विभाग ने दिल्ली में कांग्रेस दफ्तर के मुख्य अकाउंटेंट एसएम मोइन के घर छापा मारा। आयकर विभाग का कहना था कि मध्यप्रदेश से हवाला के जरिये एसएम मोइन को ही 20 करोड़ रुपये भेजे गए थे। एसएम मोइन के घर छापेमारी में विभाग को 14.6 करोड़ की नकदी बरामद भी हो गयी है। इसके अलावा विभाग को 250 शराब की बोतलें और कुछ हथियार भी मिले हैं। सीबीडीटी ने इस मामले पर अपने बयान में कहा, “नकदी का एक हिस्सा दिल्ली में बड़े राजनीतिक दल के मुख्यालय तक भेजा गया है, जिसमें वह 20 करोड़ रुपये भी शामिल हैं जो हाल में हवाला के जरिए दिल्ली के तुगलक रोड पर रहने वाले वरिष्ठ पदाधिकारी के घर से राजनीतिक दल के मुख्यालय पहुंचाए गए।”

हालांकि इस पूरे मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी अहमद पटेल भी विवादों में घिरते नज़र आ रहे हैं। दरअसल, छापेमारी के दौरान खुद अहमद पटेल एसएम मोइन के घर पहुंच गए। उनकी सोशल मीडिया पर कुछ असत्यापित फोटो भी वायरल हो रही है जिसमें अहमद पटेल अकाउंटेंट एसएम मोइन के साथ बैठे दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, इस फोटो को लेकर अभी तक आयकर विभाग ने कोई पुष्टि नहीं की है। इसकी जांच चल रही है।

उनकी इस फोटो के सामने आने के बाद अब यह कयास लगाये जा रहे हैं । कहा जा रहा है कि अहमद पटेल का भी इस पूरे हवाला लेनदेन में अप्रत्यक्ष रूप से कोई हाथ हो सकता है। आपको बता दें कि अहमद पटेल का नाम ऑगस्टा वेस्टलैंड घोटाले में भी सामने आया था, जिसको लेकर जांच एजेंसी अभी अपनी जांच कर रही है।

आपको बता दें कि आयकर विभाग द्वारा पिछले रविवार को देशभर के 50 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की गई थी, उनमें कमलनाथ के ओएसडी कक्कड़ के घर समेत, कमलनाथ के भांजे रातुलपुरी, अमीरा ग्रुप और मोजेर बेयर के ठिकानों पर भी छापे मारे गए थे। आयकर सूत्रों के मुताबिक भोपाल, गोवा, इंदौर के अलावा दिल्ली की लगभग 35 जगहों पर छापे मारे गए थे। भोपाल के प्रतीक जोशी और कमलनाथ के अन्य करीबियों के यहां से विभाग को लगभग 9 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी। कमलनाथ के भांजे रातुलपुरी मनी लॉन्ड्रिंग केस में भी फंसे हुए हैं। अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में फंसे एक अन्य आरोपी राजीव सक्सेना से पूछताछ में उसने रातुलपुरी का नाम लिया था जिसके बाद उनपर यह छापेमारी की गई थी। राजीव सक्सेना का दुबई से अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील मामले में प्रत्यर्पण हुआ था।

यह घोटाला जिस समय हुआ था, उस समय कांग्रेस सत्ता में थी।  इस मामले में केवल कांग्रेसी नेता ही नहीं, बल्कि कुछ बड़े पत्रकार भी सुप्रीम कोर्ट की रडार में आए थे। इन पत्रकारों पर भी सौदा करवाने की एवज में रिश्वत खाने का आरोप लगा था। खबरों की मानें, तो इस सौदे में कांग्रेस के कई पूर्वमंत्रियों, दिग्गज नेताओं और कांग्रेस से नजदीकी रखने वाले कई बड़े अधिकारियों के भी नाम आने की संभावना है। ऐसे में कांग्रेस के लिए जल्द ही बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। नजदीक आ रहे आम चुनावों के इस समय में यूपीए सरकार के इस घोटाले के एक बार फिर सुर्खियों में आने से कांग्रेस सकते में है। कांग्रेस पार्टी को चुनावों में इसका नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।

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