आजम खान जैसों के लिए बनाया है एंटी रोमियो स्क्वाड : योगी आदित्यनाथ

योगी आजम खान

PC: Amar Ujala

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर चुनाव आयोग द्वारा लगाया गये 72 घंटे के बैन के बाद उनका अक्रामाक रुख देखने को मिला। वो न सिर्फ आजम खान पर बरसे बल्कि सपा-बसपा गठबंधन पर भी खूब बरसे। आजम खान द्वारा रामपुर की बीजेपी प्रत्याशी पर किये गये अभद्र टिप्पणी को उन्होंने आड़े हाथों लिया, साथ ही मुलायम सिंह यादव और बसपा प्रमुख मायावती पर निशाना भी साधा।

यूपी के इटावा लोकसभा में अपने तीखे तेवर दिखाने के बाद हरदोई जिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजम खान पर जमकर निशाना साधा। सीएम योगी आदित्यनाथ न सिर्फ बयान की निंदा की बल्कि ये तक कहा कि आजम खान जैसे लोगों के लिए उनकी सरकार ने एंटी रोमियो स्क्वाड बनाया है। उन्होंने कहा, ‘सपा सरकार में उत्तर प्रदेश में बिजली नहीं मिलती थी। बहन बेटियों की इज्ज़त खतरे में रहती थी। तेजाब हमले होते थे। आज ऐसा कोई नहीं कर सकता। ऐसा करने वाले को कठोर सजा मिलेगी।‘ सीएम योगी ने आगे कहा कि ‘आजम खान अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। आजम खान जैसे लोगों के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन भी हमारी सरकार ने किया।‘ बता दें कि एंटी रोमियो स्क्वाड के गठन का उद्देश्य मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश की महिलाओं और युवतियों के लिए भयमुक्त वातावरण बनाना है। योगी आदित्यनाथ ने अपने इस बयान से समाजवादी पार्टी पर सीधा हमला किया जो महिलाओं का सम्मान नहीं करते। महिलाओं के सम्मान को लेकर इस पार्टी का इतिहास कुछ अच्छा नहीं रहा है।

इसके अलावा अपने भाषण में योगी आदित्यनाथ ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती पर जमकर हमला किया और कहा कि रामपुर में सपा का एक नेता रहता है। वह बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के लिए किस तरह की गंदी भाषा का प्रयोग करता है। आज मायावती उसके लिए वोट मांग रही हैं। जो अपनी भाषा से बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करता है, उसके लिए मायावती वोट मांग रही हैं। मुरादाबाद की एक रैली में भी उन्होंने मायावती पर निशाना साधा और कहा, ‘मुझे यह कहते हुए अफसोस हो रहा है कि जो लोग बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को गाली देते हैं। उनके बारे में तरह तरह की अपमानजनक टिप्पणियां करते थे। मायावती जी आज ऐसे लोगों को समर्थन दे रही हैं और उनके लिए वोट मांगने जा रही हैं।’

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर चुनाव आयोग ने 72 घंटे के लिए चुनाव प्रचार पर बैन लगा दिया था। हालांकि, इस बैन के समय का इस्तेमाल उन्होंने मंदिरों में दर्शन करने में किया। इससे भी विपक्ष को तीखी मिर्ची लगी क्योंकि वो बैन के बावजूद खबरों में बने हुए थे।

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