जिन्होंने शहीद इंस्पेक्टर मोहनचंद को बदनाम कर बनाया अपना करियर, आज बहा रहे घड़ियाली आंसू

बाटला हाउस

भोपाल से भाजपा की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ने कुछ दिनों पहले जारी किए अपने बयान में कहा था कि मुंबई हमले के दौरान शहीद हुए आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे इसलिए मारे गए थे क्योंकि उन्होंने उनको श्राप दिया था। आपको बता दें कि हेमंत करकरे मुंबई एटीएस के वही अधिकारी थे जिनपर हिरासत के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने टॉर्चर करने के आरोप लगाये थे। साध्वी प्रज्ञा के इस बयान के बाद लिबरल गैंग तुरंत सक्रिय हो गया और उनके इस बयान की चौतरफा निंदा करने लगा। एक तरफ जहां आईपीएस संघ ने उनके इस बयान को दुर्भाग्यजनक बताया, तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी इसको लेकर भाजपा पर हमला बोला। हालांकि, कांग्रेस की यह चेतना इसलिए हास्यास्पद है क्योंकि आज एक आईपीएस अधिकारी के ‘सम्मान’ के लिए बोल रही कांग्रेस पार्टी ने बाटला हाउस एनकाउंटर के समय शहीद हुए एक अन्य पुलिस अफसर का जमकर अपमान करने का काम किया था। कांग्रेस अध्यक्ष ने तो बाटला हाउस एनकाउंटर में मरने वाले आतंकियों के लिए आंसू बहाने का काम किया था।

कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने साध्वी प्रज्ञा के बयान पर बहुत दुख जताते हुए कहा ‘यह भाजपा के देश विरोधी रुख को दिखाता है’। उनके इस बयान को सुनने के बाद यही लगता है कि एक बहादुर जवान की शहादत का ‘अपमान’ किए जाने पर कांग्रेस पार्टी वाकई बेहद आहत हुई है। होना भी चाहिए लेकिन आज कांग्रेस पार्टी को अपना इतिहास याद करने की आवश्यकता है। वर्ष 2008 में हुए बाटला हाउस एनकाउंटर में जब एक बहादुर जवान मोहन चंद शर्मा की शहादत हुई थी तो कांग्रेस ने उनका जमकर अपमान करने का काम किया था।

सबसे पहले तो कांग्रेस द्वारा इस एनकाउंटर की विश्वसनीयता पर ही सवाल खड़ा कर दिया गया। कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने ना सिर्फ इस एनकाउंटर को फेक बता डाला, बल्कि इसकी सत्यता की जांच करने के लिए भी मांग की थी। बता दें कि एनकाउंटर में इंडियन मुजाहिदीन के दो आतंकवादी मारे गए थे।

एक बहादुर पुलिस अफसर की शहादत का इससे बड़ा अपमान भला क्या हो सकता है? हालांकि बात यहीं नहीं रुकी थी। इसके कुछ दिनों बाद कांग्रेस पार्टी के एक और नेता सलमान खुर्शीद ने एक राजनीतिक रैली में यह खुलासा किया कि जब बाटला हाउस एनकाउंटर हुआ था उस वक्‍त इस एनकाउंटर की तस्‍वीरें देखकर सोनिया गांधी रो पड़ी थीं और उन्होंने तुरंत इस मुद्दे को प्रधान मंत्री कार्यालय में उठाने की बात की।

अपने राजनीतिक एजेंडे को साधने के लिए कांग्रेस शुरू से ही दोहरे मापदंड अपनाते आई है। आज बेशक कांग्रेस पार्टी अपना चुनावी माइलेज लेने के लिए ‘देशहित’ की बड़ी-बड़ी बातें कर रही हो, लेकिन इस बात को कोई नहीं भूला है जब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में की गई एयर स्ट्राइक का मज़ाक उड़ाते हैं, और यह सवाल पूछते हैं कि भारतीय वायुसेना ने वहां आतंकियों को मारा या सिर्फ पेड़ उखाड़े। लेकिन कांग्रेस पार्टी हर बार की तरह ऐसे बयान देकर पतली गली से नहीं निकल सकती, इस बार उसे लोगों द्वारा जरूर सबक सिखाया जाएगा।

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