दिव्या स्पंदना ने पीएम मोदी की तुलना अडोल्फ हिटलर से करते हुए शेयर की फेक तस्वीर

दिव्या स्पंदना मोदी

अपने आप को देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कहने वाली कांग्रेस आजकल किसी फेक न्यूज फ़ैक्टरी से कम नहीं  है। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष से लेकर अन्य नेता तक, सभी फेक न्यूज़ फैलाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। ताजा मामला कांग्रेस आईटी सेल की अध्यक्ष और पूर्व सांसद दिव्या स्पंदना से जुड़ा है। दरअसल, आज दोपहर उन्होंने अपने ट्विटर पेज पर कुछ फ़ोटो अपलोड की, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी की तुलना जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर से करने की कोशिश की। अपने ट्वीट के माध्यम से दिव्या स्पंदना पीएम मोदी को एक तानाशाह के तौर पर दिखाना चाहती थीं, हालांकि यूजर्स ने उनके द्वारा फैलाई जा रही फेक न्यूज़ का जल्द ही पर्दाफाश कर दिया।

दरअसल, अपने ट्वीट में दिव्या स्पंदना ने दो फोटो अपलोड की थी। एक फोटो में एडोल्फ हिटलर एक बच्चे के दोनों कान पकड़कर फोटो खिंचाते नज़र आ रहे हैं, तो वहीं दूसरी फोटो में एडोल्फ हिटलर की तरह ही पीएम मोदी भी एक बच्चे के दोनों कान पकड़े हुए हैं। जाहिर है कि दिव्या स्पंदना यह दिखाना चाहती थीं कि पीएम मोदी और हिटलर का बच्चों के साथ बर्ताव करने का तरीका एक जैसा है। इन फोटो को शेयर करते हुए स्पंदना ने लिखा ‘आपके क्या विचार हैं?’ 

उनके द्वारा शेयर की गये इस फोटो पर यूजर्स ने खूब आलोचना की और उन्हें आईना दिखाया।

हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब कांग्रेस से जुड़े किसी ट्विटर पेज या फेसबुक पेज ने इस फोटो को साझा किया हो। पिछले वर्ष 25 जुलाई को ‘विद आईएनसी’ नाम के एक फेसबुक पेज ने इसी फोटो को शेयर करते हुए लिखा था ‘हिटलर-मोदी भाई भाई’।

ठीक उसी दिन संजीव भट्ट के नाम से एक आईपीएस अधिकारी ने भी अपने ट्विटर पेज पर इन दो फोटो को शेयर किया और कैप्शन में लिखा ‘अंतर खोजिए’। 

https://twitter.com/AnOpenLetter001/status/1122813418740666369

हालांकि जब इन दोनों फ़ोटोज़ की जांच की गई तो पता चला कि एडोल्फ हिटलर की वह फोटो पूरी तरह से एडिट की हुई थी। गूगल पर थोड़ी रिसर्च के बाद ही यह स्पष्ट हो गया कि असली फोटो में हिटलर ने बच्चे के कान नहीं बल्कि उसकी बाजुओं को पकड़ा हुआ था, यानि कांग्रेस आईटी सेल ने बड़ी चालाकी से इस फोटो में छेड़छाड़ कर ऐसा दिखाया मानों हिटलर उस बच्चे के दोनों कान पकड़े हुए हैं। यानि दिव्या स्पंदना ने एक एडिट की गई फोटो का इस्तेमाल करके अपना एजेंडा आगे बढ़ाने की कोशिश की, जो कि कांग्रेस पार्टी की एक नई चुनावी रणनीति का एक अहम हिस्सा बन चुका है।

इससे पहले भी स्पंदना एक एडिट की हुई फोटो को शेयर करके विवादों में आ चुकी हैं। इसी महीने उन्होंने ‘द हिन्दू’ के पहले पेज का एक एडिट किया हुआ स्क्रीनशॉट शेयर किया था जिसमें भाजपा के विज्ञापन को गलत ढंग से पेश किया गया था। भाजपा के विज्ञापन में कांग्रेस आईटी सेल ने छेड़छाड़ कर ‘फॉर ए करप्शन फ्री स्टेट’ को ‘फॉर ए करप्शन स्टेट’ दिखा दिया और इसी फोटो को दिव्या स्पंदना ने यह कहते हुए शेयर किया कि ‘सच्चाई हास्यास्पद है’। हालांकि बाद में वे इसको लेकर सफाई देंने लगी कि उनका मकसद सिर्फ व्यंग्य करना था।  

पिछले कुछ समय से फेक न्यूज़ फैलाना कांग्रेस पार्टी की चुनावी रणनीति का एक अहम हिस्सा बन चुका है। कांग्रेस के पास मुद्दों की भारी कमी है, जिसकी वजह से अब वह फेक न्यूज़ फैलाकर अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने में लगी है।

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