“वो खाकी अंडरवियर पहनती है”, आज़म खान का जया प्रदा के लिए अश्लील तंज़

आजम खान सुषमा स्वराज

PC: .Bhaskar

समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान वैसे तो अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते ही हैं, लेकिन अब की बार उन्होंने मर्यादा की सारी सीमाएं लांघते हुए उनके खिलाफ चुनाव लड़ रही भाजपा नेता जया प्रदा पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी कर डाली। उन्होंने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘वे सिर्फ 17 दिन में यह जान गए थे कि उनका नीचे का जो अंडरवियर है, वह खाकी रंग का है।‘ इस बेहद निंदनीय बयान पर अब भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने ट्वीट करते हुए समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव पर चुप ना रहकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। आजम खान के इस बयान को लेकर महिला आयोग ने भी उनको एक नोटिस जारी किया है।

आज़म खान सपा के टिकट पर रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, और उनके खिलाफ बीजेपी ने जया प्रदा को मैदान में उतारा है। अपनी चुनावी सभा में वे जया प्रदा पर हमला बोलते हुए राजनीति के स्तर को इतना गिरा गए कि उन्होंने उनपर निजी टिप्पणी करने से भी गुरेज नहीं किया। उन्होंने कहा ‘मैं उसे (जया प्रदा) रामपुर लेकर आया, यहां की सड़कों, गलियों से उसका परिचय कराया, किसी को उसे छूने तक नहीं दिया, इस बात को तो आप भी जानते होंगे। लेकिन मेरे में और आप में यह फर्क है कि आपको उसे समझने में 17 बरस लग गए जबकि मैं 17 दिनों में जान गया कि उनका नीचे का का जो अंडरवियर है, वह खाकी रंग का है’। हालांकि, इस बयान के शुरुआत में वे बड़े ही बेशर्मी से ये भी कहते हैं कि जया प्रदा को रामपुर से चुनाव लड़कर राजनीति का स्तर नहीं गिराना चाहिए, लेकिन अपने इस बयान से तो उन्होंने स्वयं अपनी अमर्यादित तहजीब का परिचय दे डाला।

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इस बयान के बाद भाजपा आज़म खान पर हमलावर है। सुषमा स्वराज ने जया प्रदा के इस अपमान की तुलना द्रौपदी के चीरहरण से करते हुए मुलायम सिंह से भीष्म की तरह मौन ना साधने के लिए कहा है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ‘मुलायम भाई – आप पितामह हैं समाजवादी पार्टी के। आपके सामने रामपुर में द्रौपदी का चीर हरण हो रहा हैं. आप भीष्म की तरह मौन साधने की गलती मत करिये’।  इसके अलावा उन्हें सोशल मीडिया पर भी जमकर ट्रोल किया जा रहा है। 

सुषमा स्वराज ने अपने ट्वीट के माध्यम से एक बेहद जरूरी मुद्दे को उठाया है। अक्सर देखा जाता है कि जब भी किसी पार्टी का नेता कोई आपत्तिजनक बयान देता है तो उसे उस नेता की निजी सोच बताकर पार्टी हाइकमान द्वारा पल्ला झाड़ लिया जाता है। आज़म खान इससे पहले जया प्रदा को नाचने वाली भी कह चुके हैं, लेकिन तब भी सपा हाइकामन द्वारा उन्हें तलब तक नहीं किया गया। आज़म खान के इस बयान के बाद भी समाजवादी पार्टी के किसी बड़े नेता ने उनके इस शर्मनाक बयान की अब तक निंदा नहीं की है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अबतक अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है, जो अपने आप में यह सवाल खड़ा करता है कि क्या उन्हें पार्टी हाइकामन द्वारा ही ऐसे बयान देने की खुली छूट मिली हुई है ताकि वे सुर्खियां बंटोर सकें!

हालांकि, इस बयान के बाद अब उनकी मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही हैं। महिला आयोग ने उनके इस बयान के बाद अपना कड़ा एतराज़ जताया है। महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है ‘हम चुनाव आयोग को लिखकर इसकी शिकायत कर रहे हैं, अब उन्हें सबक सीखना ही होगा। वोटर्स को ऐसे नेताओं को पहचानकर उन्हें सत्ता से बाहर कर देना चाहिए। वहीं उनके खिलाफ रामपुर के शाहबाद थाने में एक एफ़आईआर भी दर्ज़ की गई है। अब हमारे सिस्टम को जागकर आज़म खान पर एक अनुकरणीय कारवाई करने की जरूरत है ताकि कोई भी नेता भविष्य में किसी सार्वजनिक मंच से महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ करने की सोच भी ना सके।

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