जेएनयू के पूर्व छात्र और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के नेता कन्हैया कुमार ने कुछ दिनों पहले बिहार के बेगूसराय से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। अब निर्वाचन आयोग को अपनी आय, संपत्ति, और रोजगार की जानकारी देते हुए अपने हलफनामे में उन्होंने यह खुलासा किया है कि वे ‘बेरोजगार’ हैं। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि कथित तौर पर बेरोजगार होने के बावजूद उनकी संपत्ति पिछले 2 सालों में साढ़े आठ लाख रुपये तक बढ़ गई। अपने हलफनामे में उन्होंने यह बात भी लिखी है कि वे एक स्वतंत्र लेखक और वक्ता हैं, और उनकी कमाई उनकी एक पुस्तक ‘बिहार की तिहार’ की रॉयल्टी मिलने से हुई है। पिछले दिनों एक चैनल को दिये इंटरव्यू में कन्हैया कुमार ने कहा था कि उनके पास एलपीजी सिलेन्डर को रिफिल करवाने के भी पैसे नहीं हैं, लेकिन उनके इस हलफनामे के बाद लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या वे जानबूझकर गरीब होने का नाटक कर रहे हैं, ताकि गरीब वोटर्स की सहानुभूति प्राप्त की जा सके।
WHY is Kanhaiya Kumar LYING?? The CYLINDERS can BE SEEN IN THE CORNER. Whole thing is RIGGED- STRATEGICALLY placed "Chulha" -See how Rahul Kanwal looks at it. Then the Q & SCRIPTED answer. They should have at least hidden the cylinders to match story😂 #Begusarai #KanhaiyaKumar pic.twitter.com/oGXdNLKpfO
— Rosy (@rose_k01) April 6, 2019
देशद्रोह का आरोप झेल रहे कन्हैया कुमार ने अपने हलफनामे में यह भी कहा है कि उनके पास साढ़े तीन लाख रुपये का बैंक बैलेन्स है जबकि उनके पास 24 हजार रुपये की नकदी है। उन्होंने बेगूसराय में अपना एक मकान होने की बात भी बताई है जिसकी कुल कीमत 2 लाख रुपये है। आपको बता दें कि कन्हैया कुमार अपनी गरीबी का भरपूर प्रचार कर रहे हैं ताकि वे अपनी छवि को एक गरीब, बेसहारा और आम आदमी के तौर पर दुनिया के सामने रख सके, लेकिन उनके इस भ्रामक प्रचार का तब पर्दाफाश हुआ जब लोगों से सोशल मीडिया पर इस बात को उजागर किया कि वे ट्वीट करने के लिए महंगे आईफोन का इस्तेमाल करते हैं।
Kanhaiya can afford iPhone but cannot afford to refill LPG.
Watch this video and you can find two cylinders placed in the corner. Then he goes on to claim one cylinder gets over in 3-4 days!!
Is so much gas required for cooking false stories and narratives? 😀😀 pic.twitter.com/c4SCGKTCiv
— V K (@VinayMi10102388) April 9, 2019
कन्हैया कुमार बिहार के बेगूसराय से चुनाव लड़ रहे हैं, जिनके सामने भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह मैदान में हैं, तो वहीं महागठबंधन की ओर से राजद नेता तनवीर हसन की किस्मत दांव पर लगी है, जिसके बाद अब इस सीट पर त्रिकोणीय मुक़ाबला होने जा रहा है। कन्हैया कुमार को वामपंथी गैंग के सदस्यों का पूरा समर्थन हासिल है, फिर चाहे वे सीपीआई के नेता हों या स्वरा भास्कर जैसे बॉलीवुड के अभिनेता। हालांकि, इस पूरी लिबरल गैंग के समर्पित समर्थन के बावजूद इस बार कन्हैया की नैया पार लगते नहीं दिखाई दे रही, क्योंकि उनके विपक्ष में दो बड़े मजबूत जनाधार वाले नेता मैदान में हैं।
यहां आपके लिए यह भी जानना जरूरी है कि जेएनयू विवाद केस में दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार के खिलाफ अपनी चार्जशीट में राजद्रोह का मुकदमा दर्ज़ किया हुआ है। पहले वे बेगूसराय से महागठबंधन के उम्मीदवार तय होने वाले थे लेकिन उनके इसी राजद्रोह के केस की वजह से राजद नेता तेजस्वी यादव ने उनको अपनी पार्टी से दूर रखना बेहतर समझा और वहां से अपने उम्मीदवार तनवीर हसन को मैदान में उतार दिया। अब वे सीपीआई के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन इस पार्टी का बेगूसराय सीट पर कोई खास प्रभाव नहीं है, जिसकी वजह से अब वे झूठ और फरेब की राजनीति कर अपनी जमानत जब्त होने के बचाव के उपाय खोज रहे हैं।