‘बेरोजगार’ कन्हैया कुमार के पास है लाखों की संपत्ति

कन्हैया कुमार संपत्ति

PC: NDTV

जेएनयू के पूर्व छात्र और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के नेता कन्हैया कुमार ने कुछ दिनों पहले बिहार के बेगूसराय से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। अब निर्वाचन आयोग को अपनी आय, संपत्ति, और रोजगार की जानकारी देते हुए अपने हलफनामे में उन्होंने यह खुलासा किया है कि वे ‘बेरोजगार’ हैं। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि कथित तौर पर बेरोजगार होने के बावजूद उनकी संपत्ति पिछले 2 सालों में साढ़े आठ लाख रुपये तक बढ़ गई। अपने हलफनामे में उन्होंने यह बात भी लिखी है कि वे एक स्वतंत्र लेखक और वक्ता हैं, और उनकी कमाई उनकी एक पुस्तक ‘बिहार की तिहार’ की रॉयल्टी मिलने से हुई है। पिछले दिनों एक चैनल को दिये इंटरव्यू में कन्हैया कुमार ने कहा था कि उनके पास एलपीजी सिलेन्डर को रिफिल करवाने के भी पैसे नहीं हैं, लेकिन उनके इस हलफनामे के बाद लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या वे जानबूझकर गरीब होने का नाटक कर रहे हैं, ताकि गरीब वोटर्स की सहानुभूति प्राप्त की जा सके।

देशद्रोह का आरोप झेल रहे कन्हैया कुमार ने अपने हलफनामे में यह भी कहा है कि उनके पास साढ़े तीन लाख रुपये का बैंक बैलेन्स है जबकि उनके पास 24 हजार रुपये की नकदी है। उन्होंने बेगूसराय में अपना एक मकान होने की बात भी बताई है जिसकी कुल कीमत 2 लाख रुपये है। आपको बता दें कि कन्हैया कुमार अपनी गरीबी का भरपूर प्रचार कर रहे हैं ताकि वे अपनी छवि को एक गरीब, बेसहारा और आम आदमी के तौर पर दुनिया के सामने रख सके, लेकिन उनके इस भ्रामक प्रचार का तब पर्दाफाश हुआ जब लोगों से सोशल मीडिया पर इस बात को उजागर किया कि वे ट्वीट करने के लिए महंगे आईफोन का इस्तेमाल करते हैं।

कन्हैया कुमार बिहार के बेगूसराय से चुनाव लड़ रहे हैं, जिनके सामने भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह मैदान में हैं, तो वहीं महागठबंधन की ओर से राजद नेता तनवीर हसन की किस्मत दांव पर लगी है, जिसके बाद अब इस सीट पर त्रिकोणीय मुक़ाबला होने जा रहा है। कन्हैया कुमार को वामपंथी गैंग के सदस्यों का पूरा समर्थन हासिल है, फिर चाहे वे सीपीआई के नेता हों या स्वरा भास्कर जैसे बॉलीवुड के अभिनेता। हालांकि, इस पूरी लिबरल गैंग के समर्पित समर्थन के बावजूद इस बार कन्हैया की नैया पार लगते नहीं दिखाई दे रही, क्योंकि उनके विपक्ष में दो बड़े मजबूत जनाधार वाले नेता मैदान में हैं।

यहां आपके लिए यह भी जानना जरूरी है कि जेएनयू विवाद केस में दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार के खिलाफ अपनी चार्जशीट में राजद्रोह का मुकदमा दर्ज़ किया हुआ है। पहले वे बेगूसराय से महागठबंधन के उम्मीदवार तय होने वाले थे लेकिन उनके इसी राजद्रोह के केस की वजह से राजद नेता तेजस्वी यादव ने उनको अपनी पार्टी से दूर रखना बेहतर समझा और वहां से अपने उम्मीदवार तनवीर हसन को मैदान में उतार दिया। अब वे सीपीआई के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन इस पार्टी का बेगूसराय सीट पर कोई खास प्रभाव नहीं है, जिसकी वजह से अब वे झूठ और फरेब की राजनीति कर अपनी जमानत जब्त होने के बचाव के उपाय खोज रहे हैं।

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