कन्हैया कुमार के समर्थकों ने विरोध कर रहे लोगों को घर में घुसकर पीटा

कन्हैया कुमार

(PC: India TV)

टुकड़े-टुकड़े गैंग के प्रमुख सदस्य और बिहार के बेगूसराय से सीपीआई पार्टी के उम्मीदवार कन्हैया कुमार को एक बार फिर लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। दरअसल, उनकी एक रैली में कुछ लोगों ने उनको काले झंडे दिखा दिये। हालांकि लोकतन्त्र के नाम पर दिन रात छाती पीटने वाले कन्हैया के समर्थकों का हिंसक चेहरा भी देखने को मिला जब उन्होंने काले झंडे दिखाने वाले लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा

कन्हैया कुमार गढ़पुरा प्रखंड के कोरये गांव से गुजर रहे थे, तभी वहां पर कुछ लोग अपना विरोध जताने के लिए आए और कन्हैया कुमार को काले झंडे दिखाने लगे। इसके बाद वहां मौजूद कन्हैया के समर्थक बढ़क गए और उन्होंने विरोध कर रहे लोगों पर जमकर हमला बोल दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने लोगों को घरों में घुस-घुसकर पीटा। इस घटना की एक वीडियो भी सामने आई है जिसमें दो पक्षों के बीच जमकर हाथापाई होती दिखाई दे रही है।

आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही कन्हैया की एक और वीडियो सामने आई थी जिसमें उनके प्रचार करने के दौरान स्थानीय जनता ने उनको घेर लिया था और भारत-विरोधी नारे लगाने को लेकर उनसे लाजवाब सवाल पूछ डाले थे। इसके बाद कन्हैया कुमार ने उनको बीजेपी का आदमी भी घोषित कर दिया था।

इन घटनाओं के बाद यह तो साफ है कि कन्हैया कुमार व उनके समर्थक उनका विरोध करने वाले लोगों को लेकर काफी असहिष्णु हैं। लेकिन देशद्रोह का मुकदमा झेल रहे कन्हैया को यह जरूर समझ लेना चाहिए कि वे वातानुकूलित कमरों में बैठकर दिए जाने वाले स्क्रिपटिड इंटरव्यू में तो मुश्किल सवालों से बच सकते हैं, हालांकि सड़कों पर लोगों के बीच जाकर उनके सवालों के जवाब देने में सारी फर्जी नेतागिरी बाहर आ जाती है। वैसे तो वे भाजपा सरकार और पीएम मोदी पर लोकतन्त्र विरोधी होने का आरोप आए-दिन मढ़ते रहते हैं, हालांकि उनके समर्थकों की इस गुंडागर्दी पर उन्होंने अपनी चुप्पी अब तक नहीं तोड़ी है। उनको यह बात समझनी चाहिए कि 24 घंटे एजेंडावादी लोगों के बीच में रहने से ना तो वो लोगों से अपना संपर्क साध पाएंगे और ना ही वे लोगों के नेता बन पाएंगे।

यहां आपको बता दें कि कन्हैया कुमार पर जेएनयू के छात्र नेता रहने के दौरान भारत-विरोधी नारे लगाने का आरोप है, इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने उनपर देशद्रोह का मुकदमा भी दर्ज किया हुआ है। इन सबके बावजूद सीपीआई ने उनको बिहार की बेगूसराय सीट से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया हुआ है। हालांकि, उनकी स्थिति वहां पर बेहद कमजोर बताई जा रही है। एक तरफ तो उनकी सीपीआई पार्टी का बेगूसराय सीट से कोई खास वोटबैंक नहीं है, तो वहीं दूसरी तरफ उनकी खुद की छवि बड़ी विवादित रही है। अब इस वीडियो के सामने आने के बाद यह पूर्ण रूप से स्पष्ट हो गया है कि वहां के लोग भी कन्हैया कुमार को करारा सबक सिखाने के मूड में हैं।   

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