कठुआ रेप पीड़िता के पिता के खाते से गायब हुए दस लाख

कठुआ

कठुआ रेप मामले में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कठुआ कांड की पीड़िता के पिता के बैंक अकाउंट से किसी ने 10 लाख रुपये से अधिक निकलवा लिए हैं। ये वो पैसे थे को वित्तीय सहायता के नाम पर कठुआ पीड़िता के पिता को देश-विदेश से चंदे के रूप में एकत्रित किये गये थे। पीड़िता के पिता ने बताया कि उन्हें यस बात कभी पता नहीं चलती अगर वो दो दिन पहले बैंक में पैसे निकलवाने नहीं जाते।

उन्होंने कहा, “किसी ने हमारे संयुक्त खाते से 10 लाख रुपये से अधिक की निकासी की हैं। मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। इस खाते में 20 लाख से अधिक थे अब हमारे खाते में केवल 35,000 रुपये बचे हैं। जब खाता खुलवाया गया था तो कुछ दिन बाद हमें बताया गया कि एक करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि जमा हुई है। लेकिन मुझे ये नहीं पता कि ये राशि कहां गयी।”

पीड़िता के पिता ने पासबुक दिखाते हुए बताया कि ‘किसी असलम खान नाम के व्यक्ति ने इसी साल 11, 14, 15 व 18 जनवरी को चेक के जरिए 2-2 लाख रुपये निकलवाए हैं। इसके अलावा 21, 22 जनवरी को भी चार लाख रुपये बैंक से निकलवाए गए हैं। यह पैसा किसी नसीम नामक व्यक्ति ने चेक के जरिए निकला है।‘ पीड़िता के पिता ने कहा कि ‘मैं तो अनपढ़ हूं और चेक पर भी अंगूठा ही लगाता हूं। मुझे नहीं पता ये पैसे कहां और कैसे गये।’

पिछले साल की न्यूज़ 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कठुआ रेप केस का ट्रायल कारगिल से 530 किलोमीटर दूर पठानकोट में चल रहा है जहां सुनवाई के लिए परिवार को लंबी दूरी तय कर जाना पड़ता है। पीड़िता के परिवार को कारगिल से पठानकोट के 530 किलोमीटर के लंबे रास्ते के दौरान खर्चे के लिए कई भेड़ और बकरियां बेचनी पड़ीं। पिता ने कहा था, “मुझे तीन से चार बार कोर्ट जाना पड़ा। हर बार यात्रा के खर्चों के लिए मैंने कुछ भेड़ और बकरी बेच दी। मैं अपनी बच्ची को न्याय दिलाने के लिए सारी संपत्ति बेच दूंगा।”

इससे पहले ‘द ट्रिब्यून’ ने कठुआ रेप पीड़िता की माँ को उद्धृत करते हुए कहा,”वो तथाकथित सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता जो मेरी बेटी के साथ हुई क्रूरता और हत्या के बाद त्वरित न्याय की मांग करने में सबसे आगे थे वो अब अपना हित साधने के बाद से गायब हैं। पीड़िता की माँ ने आगे कहा, “उन लोगों मकसद सिर्फ इस मामले से अपना हित साधना था न कि मेरी बच्ची को न्याय दिलाना नहीं था। जिन्होंने ये जघन्य अपराध किया है हम चाहते हैं कि उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए।” रेप पीड़िता के बायोलॉजिकल पिता ने कहा, कई लोगों उस घटना का फायदा उठाया और अब सभी नदारद हैं।”

यहां गौर करने वाली बात ये है कि सामाजिक कार्यकर्ता और वकील तालिब हुसैन जिसने जम्मू कश्मीर में कठुआ रेप केस और हत्या मामले में न्याय की मांग के लिए आंदोलन का नेतृत्व किया था वो भी रेप मामले में गिरफ्तार हुआ था। तालिब हुसैन पर जेएनयू की छात्रा ने सोशल मीडिया के जरिए रेप के आरोप लगाए थे जिसके बाद मशहूर वकील इंदिरा जयसिंह उनके एक केस की पैरवी छोड़ दी थी। तालिब हुसैन पर आरोप है कि उसने दहेज के लिए अपनी पत्नी को जान से मारने की कोशिश की थी। वादित जेएनयू छात्र कार्यकर्ता शेहला राशिद भी उन कार्यकर्ताओं में से एक थीं और शेहला पर भी पीड़ित परिवार के लिए जुटाए गए पैसों के गबन का आरोप लगा है लेकिन शेहला ने द ट्रिब्यून की रिपोर्ट को ख़ारिज दिया था। शेहला ने उस समय कहा था कि उसने खुद बायोलॉजिकल परिजनों से मुलकात की थी तब उन्होंने कहा था कि उन्हें कोई परेशानी नहीं है उन्हें जुटाए हुए फंड मिले हैं।

पीड़ित के पिता भी उन नेताओं की अनुपस्थिति के बारे में हैरान हैं जो शुरू में उनकी मदद करने आए थे। उसने सोचा, “मुझे नहीं पता कि वे नेता कहाँ हैं? शुरू में कई लोगों ने आकर मदद की। उन्होंने हाल ही में मुझसे संपर्क नहीं किया। ”पीड़िता के पिता को यह पता नहीं है कि तालिब हुसैन महबूबा मुफ्ती की अगुवाई वाली पीडीपी में शामिल हो गए हैं जबकि जेएनयू नेता अब पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल की पार्टी में शामिल हो गए हैं।

आज पीड़िता के पिता को डोनेशन में मिले पैसों को लेकर इतनी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन आज वो सभी लोग गायब हैं जो कल तक इस मामले में उनकी मदद के लिए बड़ी बड़ी बातें कर रहे थे। उनका कहना है कि मुझे नहीं पता वो सभी नेता कहां चले गये। उस समय बहुत से लोग मदद के लिए सामने आये थे लेकिन कुछ समय के पश्चात् उन्होंने मुझसे कोई सम्पर्क नहीं साधा। लोकसभा चुनाव के बीच अब कोई भी नेता सामने नहीं आ रहा न ही नेशनल कॉन्फ्रेंस और न ही पीडीपी। अब उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि जो मेरी बेटी को न्याय दिलाने में मदद करेगा मेरा वोट भी उसी को जायेगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “मैं मतदान करूंगा, निश्चित रूप से। यह मेरा अधिकार है। मैं उस नेता को वोट दूंगा जो मेरे बच्चे को न्याय दिलाने का वादा करेगा। यही मेरी एकमात्र आशा है।”  इसके साथ ही पीड़िता के पिता ने अपने दर्द को भी  बयां किया और कहा, “मैं उसके कपड़े और छोटे जूते देखता हूं और उसे बहुत याद करता हूं। मुझे मेरी बेटी के लिए न्याय चाहिए। मैं दोषियों के लिए मौत की सजा चाहता हूं।”

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