लोकसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एबीपी न्यूज को एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है। इस इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव प्रचार में चल रहे विभिन्न मुद्दों से लेकर कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र और अपने 60 महीनों के काम-काज पर भी बातचीत की। पीएम से सवाल पूछा गया कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिंदुस्तान के मुसलमानों से रिश्ता क्या है? जवाब में पीएम बोले कि, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने मुसलमानों के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि वे मुसलमानों के लिए कुछ भी नहीं करेंगे। साथ उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने हिंदुओं के लिए भी कुछ नहीं किया और हिंदुओं के लिए भी कुछ नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि, गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने पूरे राज्य की जनता की भलाई के लिए काम किया। इसमें उन्होंने कभी हिंदू या मुसलमान का भेदभाव नहीं किया। इसी तरह अलग-अलग मुद्दों पर किये गए सवालों का पीएम ने इस इंटरव्यू में बेबाकी से जवाब दिया है। इस इंटरव्यू में प्रधानमंत्री द्वारा कही गई प्रमुख बातें निम्न हैं।
विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी जैसे लोगों के लिए प्रधानमंत्री ने कहा कि पहली बात ये है कि जो हमने कदम उठाए हैं उसी का कारण है कि भागने वालों को वहां की जेलों में भी जाना पड़ रहा है। इसी का कारण है कि उनकी सारी संपत्ति जब्त हो रही है और देश पूरी तरह देख रहा है कि हम एक के बाद जो भी हमारे पास कानूनी हथियार हैं, क्योंकि देश तो नियम से चलता है, उसका पूरा इस्तेमाल हम कर रहे हैं, लेकिन इनको भागना क्यों पड़ा। वो तो मौज कर रहे थे। दस साल में ही उन्होंने ये रूपये मारे हैं। ये हमारे आने के बाद नहीं मारे हैं। ये सारे रूपये उस समय मारे हैं लेकिन उनको पता ही नहीं था कि कोई ऐसी भी सरकार आएगी कि जो रूपये निकलवाएगी तो वो भाग गए, भागना पड़ा है। पच्चीस साल के बाद भी कोई सरकार ऐसी आ गई तो ये हंसते हुए वापिस आ जाएंगे। हम लाएंगे तो सीधा जेल के अंदर डालेंगे ये पक्का है।
क्या अमित शाह आने वाली सरकार में नंबर दो की पोजिशन में होंगे? प्रधानमंत्री से जब यह सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि ये आप इस प्रकार के खेल खेल रहे हैं, आप मेरी पार्टी में आग लगाना चाहते हैं। अगर अमित शाह सरकार में आना चाहते तो वो राज्यसभा के सदस्य तो थे ही। एक डेढ़ साल से, तब भी मंत्री बन सकते हैं। तो ये बेकार की बातें हैं, तो इस तरह का विवाद पैदा करके आपको टीआरपी मिलेगा या नहीं मैं नहीं जानता हूं।”
प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया गया कि, उनका हिंदुस्तान के मुसलमानों से रिश्ता क्या है? इस सवाल के जवाब में पीएम ने कहा, “मेरा मंत्र है सबका साथ, सबका विकास। मैं कहता हूं कि 2022 तक हिंदुस्तान का एक भी परिवार ऐसा नहीं होगा जिसके पास अपना पक्का घर नहीं होगा। अब मुझे बताइए क्या मुझे ये कहना चाहिए कि मैं मुसलमानों का पक्का घर बनाऊंगा। फिर यादव मिले तो तुम्हारा पक्का घर बनाऊंगा। दलित मिले तो कहूं। जी नहीं। मैं कहता हूं हिंदुस्तान के सभी लोगों के लिए। जब मैं कहता हूं मैं बिजली दूंगा हर परिवार को, तो हर परिवार मतलब 100%। मैं कहता हूं कि 18 हजार गांव जहां बिजली नहीं पहुंची है, मैं पहुंचाउंगा, मैंने पहुंचा दिया। फिर मैं नहीं पूछता वहां कौनसी जनसंख्या है। देश के शासकों को इन अलगाववादी विचारों से मुक्त होना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान से बातचीत को लेकर किये गए सवाल के जवाब में कहा, बहुत सिंपल सी बात है। वे आतंकवाद एक्सपोर्ट करना बंद कर दें। उन्होंने कहा कि अभी तक मैंने दुनिया के कई नेताओं से पूछा है और जो मैंने सुना है और जो मैं अनुभव कर रहा हूं कि एक बहुत बड़ी मुश्किल है दुनिया के लोगों की कि पाकिस्तान में आखिर पता ही नहीं चलता है कि देश कौन चलाता है। चुनी हुई सरकार चलाती है। सेना चलाती है। ISI चलाती है या जो लोग पाकिस्तान से भागकर विदेशों में बैठे हैं वो चला रहे हैं और इसलिए हर किसी के लिए ये बड़ा चिंता का विषय है कि किससे बात करें।
इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र के बारे में भी बहुत कुछ कहा। उन्होंने कांग्रेस के देशद्रोह के कानून को हटाने के वादे पर कहा, ”जो उन्होंने (कांग्रेस) घोषणापत्र में कहा है, आप मुझे बताइये भारत जैसा देश, विविधता भरा देश, जिसमें तमिलनाडु है, न्यूक्लियर पावरप्लांट को लेकर वहां पर आंदोलन चला। यही कांग्रेस पार्टी ने 6000 से ज्यादा लोगों को देशद्रोह के कानून में अंदर किया, क्यों? और आज वो दुनिया को उपदेश दे रहे हें क्योंकि किसी ने लिख के दे दिया और आपने वहां आकर बोल दिया। आप चाहते हैं कि देश के टुकड़े होंगे जैसी बातों को बल मिलता रहे? आप ये चाहेंगे कि भारत के तिरंगे झंडे को कोई रौंद दे, भारत के राष्ट्रगान का अपमान करता रहे? बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति कोई जाकर तोड़ दे? इन चीजों को रोकने के लिए क्या करोगे?” प्रधानमंत्री ने कहा कि, जो भाषा पाकिस्तान स्पॉन्सर्ड भाषा है, उस भाषा की अगर इस कांग्रेस के घोषणापत्र में बू आती है, तो देश के सुरक्षाबलों के जवानों को आप कितना डिमोरलाइज कर रहे हैं। देश का कितना नुकसान कर रहे हो आप।
प्रधानमंत्री ने कहा कि, गाली को गहना बनाना मेरी ताकत है। क्योंकि मैं तलवार की नोंक पर चलने वाला इंसान हूं और मुझे मालूम है कि झूठ-झूठ होता है और उस झूठ का जवाब कैसे देना है। गाली को गहना बनाने के लिए अपने भीतर हिम्मत होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं ये पब्लिकली कहता हूं कि हमारे देश में आजादी के बाद सिर्फ दो प्रधानमंत्री ऐसे बने हैं, जो कांग्रेस गोत्र के नहीं हैं। बाकी जितने लोग बने किसी और दल से बने होंगे लेकिन उनका सबका गोत्र कांग्रेस रहा है। एक अटल बिहारी वाजपेयी और दूसरे नरेंद्र मोदी। नमो टीवी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चला रहे हैं कुछ लोग। मैं देख नहीं पाया हूं अभी। मुझे समय नहीं मिलता है इतना।
अपने इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से मतदान करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि, किसको वोट देंगे वो आपकी मर्जी लेकिन वोट जरूर दें। गर्मी बहुत है वोट देने जाएं तो पानी की एक बोतल साथ लेकर जाएं ताकि आपको कोई दिक्कत ना हो। इस बार रमजान भी है, क्रिकेट के मैच भी चल रहे हैं, कई त्योहार भी हैं, इसके बावजूद शासन ने सारी चीजों को संभालने की जिम्मेवारी लेने की कोशिश की है। मुझे विश्वास है कि उमंग और उत्साह के साथ ये लोकतंत्र का पर्व पूर्ण होगा। नई सरकार बनेगी, फिर से एक बार मैं आपकी आशा और आकांक्षा को पूरा करने के लिए जी जान से जुटा रहूंगा। कभी कभी लोगों को लगता है कि एक टर्म के बाद दूसरे टर्म के लिए क्यों मेहनत करे। दो टर्म हों या दस टर्म हों मैं जीवन के आखिरी पल तक आपके लिए हूं, आपके लिए काम करता रहूंगा। मैं यह विश्वास देता हूं। पीएम ने इस तरह अपने इस इंटरव्यू में एक तरफ जहां लगभग सभी चुनावी मुद्दों पर अपनी राय रखी तो वहीं जनता को अपने 60 महीने के काम काज के बारे में भी बताया।