राहुल गांधी की नागरिकता पर उठे सवाल, रद्द हो सकता है राहुल गांधी का अमेठी से नामांकन

राहुल गांधी अमेठी

(PC-OpIndia)

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कभी कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली अमेठी में अपनी लाज बचाने की पूरी जद्दोजहद कर रहे हैं। भाजपा की उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने उनकी मुश्किलें पहले ही बढ़ाई हुई हैं लेकिन अब अमेठी से एक अन्य स्वतंत्र उम्मीदवार ने उनकी नागरिकता पर सवाल उठाकर उनकी चुनाव लड़ने की क्षमता पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। इससे कांग्रेस अध्यक्ष के बिना चुनाव लड़े ही चुनावी लड़ाई से बाहर होने का संकट पैदा हो गया है।

राहुल गांधी ने इन लोकसभा चुनावों के मद्देनजर चुनाव आयोग को जो अपना नामांकन दाखिल किया है, उस पर आपत्ति जताते हुए स्वतंत्र उम्मीदवार ध्रुव लाल ने चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज की है। उनके वकील रवि प्रकाश ने अपने एक बयान में कहा ‘हमने मुख्य तौर पर तीन मुद्दों को उठाया है, इनमें से एक मुद्दा राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर है। यूनाइटेड किंगडम में पंजीकृत एक कंपनी के दस्तावेजों में राहुल गांधी ने अपने आप को वहां का नागरिक बताया है’। भारतीय संविधान के लोग प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत सिर्फ भारत के नागरिक को ही भारत में चुनाव लड़ने की इजाजत है, और भारत के नागरिक के पास एक वक्त में सिर्फ भारत की नागरिकता ही हो सकती है। रवि प्रकाश ने आगे कहा ‘किस आधार पर उनके पास ब्रिटिश नागरिकता है? और उन्होंने बाद में भारतीय नागरिकता कैसे ली? और हम रिटर्निंग ऑफिसर से अपील करते हैं कि जब तक इस मामले में कोई स्पष्टीकरण नहीं मिलता है, तब तक उनके नामांकन को स्वीकार ना किया जाए। राहुल गांधी द्वारा दायर हलफनामे में यूनाइटेड किंगडम में वर्ष 2003 से वर्ष 2009 तक रही उस कंपनी का कोई ज़िक्र नहीं है। उनकी शैक्षणिक योग्यता भी उनके हलफनामे से मेल नहीं खाती। उन्होंने कॉलेज में अपना नाम ‘राउल विंन्सी’ लिखवाया है, और राहुल गांधी के नाम से उनके पास कोई दस्तावेज़ नहीं है’। ध्रुव लाल की इस शिकायत के बाद इसपर अमल करते हुए अमेठी के रिटर्निंग ऑफिसर राम मनोहर मिश्रा ने राहुल गांधी के हलफनामा की जांच प्रक्रिया को 22 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी की हालत पहले ही बहुत दयनीय है, प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी के पार्टी छोड़ने के कारण पार्टी पहले ही बैकफूट पर हैं, ऐसे में अब कांग्रेस अध्यक्ष पर ऐसे गंभीर आरोप लगना कांग्रेस के लिए किसी झटके से कम नहीं। भाजपा नेता और सांसद डॉक्टर सुब्रमण्यम ने प्रवर्तन निदेशालय को लिखे अपने पत्र के माध्यम से राहुल गांधी के संभव अयोग्यता को बड़ी आसानी से समझाया है।  

 आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राहुल गांधी की कथित एम. फिल की डिग्री में क्रेडेंशियल को लेकर भी सवाल उठाए थे। अमेठी में 6 मई को चुनाव होने हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या राहुल गांधी यहां से चुनाव लड़ने के योग्य घोषित हो पाते हैं या नहीं, और अगर वे योग्य घोषित हो भी जाते हैं तो क्या वे यहां से चुनाव जीतते हैं या नहीं, लेकिन इसके लिए अभी हमें सही समय का इंतज़ार करना होगा ।

 

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