कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कोर्ट की अवमानना का नोटिस झेल रहे हैं और इस बीच उन्होंने एक और विवाद को जन्म देने का काम किया है। दरअसल, राहुल गांधी ने कल एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए एक विवादित बयान दे डाला जिसमें उन्होंने अमित शाह को ‘हत्या का आरोपी’ बता दिया। हैरानी की बात तो यह है कि राहुल गांधी जिन आरोपों की बात कर रहे हैं, उन आरोपों से अमित शाह को कोर्ट द्वारा पहले ही बरी किया जा चुका है। राहुल गांधी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अब अमित शाह ने राहुल गांधी की कानूनी समझ पर सवाल उठाया है। इसके अलावा अपने बयान में राहुल गांधी ने अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए, हालांकि, इस मामले पर अमित शाह पहले ही सार्वजनिक तौर पर एक संतोषजनक जवाब दे चुके हैं।
#WATCH Congress President Rahul Gandhi in Jabalpur, Madhya Pradesh says, "Murder accused BJP President Amit Shah….waah! kya shaan hai….Have you heard Jay Shah's name? He is a magician, he made Rs 50,000 into Rs 80 crore in 3 months." pic.twitter.com/lja1k5w0Sk
— ANI (@ANI) April 23, 2019
राहुल गांधी ने कल अपनी एक रैली में फिर से ‘जोश में आकर’ एक बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा ‘हत्या के आरोपी’ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वाह! क्या शान है! हत्या के आरोपी, अच्छा जय शाह का नाम सुना है? जादूगर है जय शाह! 50 हज़ार रुपये को तीन महीने में 80 हज़ार करोड़ बना दिया उसने’। राहुल गांधी इस बयान के माध्यम से लोगों में भाजपा अध्यक्ष को लेकर भ्रम का माहौल बनाना चाहते थे, हालांकि अमित शाह ने थोड़ी ही देर में उनको जवाब देकर उनके ‘जोश’ को ठंडा कर दिया। उन्होंने कहा ‘मेरे ऊपर एक झूठी खबर को लेकर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं, कोर्ट ये पहले ही कह चुका है कि वह हत्या का मामला मेरे ऊपर कुछ राजनीतिक उद्देश्यों को साधने के लिए रचा गया था और इस मामले में कोर्ट को कोई सबूत ही नहीं मिला था, मैं राहुल गांधी की कानूनी समझ पर कोई सवाल नहीं उठाना चाहता’।
Amit Shah: A fake case was registered against me in which court has delivered its judgement. The gist of the judgement is it was a politically motivated case & there is no evidence in this case. I don't want to comment much on Rahul Gandhi's legal knowledge pic.twitter.com/vlnQq8CYJ2
— ANI (@ANI) April 23, 2019
आपको बता दें कि कभी गुजरात राज्य के गृह मंत्री रह चुके अमित शाह पर लगभग 15 साल पहले एक गैंगस्टर सोहराबुद्दीन शेख, उसकी पत्नी और उसके दोस्त की हत्या का आरोप दर्ज़ किया गया था। हालांकि, जांच के बाद वर्ष 2014 में उनको इस केस में कोर्ट द्वारा बरी कर दिया गया।
इस बयान से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष कोर्ट की अवमानना को लेकर विवादों में हैं। दरअसल, एक रैली में उन्होंने प्रचार के आवेश में अपनी राजनीति के लिए सुप्रीम कोर्ट का नाम इस्तेमाल किया था जिसके बाद बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने उनके खिलाफ कोर्ट की अवमानना की याचिका दायर की थी। इस याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने 22 अप्रैल को राहुल गांधी से जवाब माँगा था लेकिन सुप्रीम कोर्ट राहुल गांधी के जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ और फिर से नोटिस भेजा दिया। सुप्रीम कोर्ट से झटका मिलने के बावजूद राहुल गांधी बार बार अपनी झूठ और तथ्यों को तोड़-मोड़ कर पेश करने वाली हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। एक तरफ पहले ही अपने बयानों की वजह से वो सुप्रीम कोर्ट की अवमानना के मामले में फंसे हुए हैं और फिर से अपनी मुश्किलों को घटाने की जगह वो बढ़ा रहे हैं ।