देश की सबसे पुरानी पार्टी किस कदर परिवारवाद में डूबी हुई है, यह एक बार फिर पूरे देश को पता चल चुका है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने रविवार को मीडिया के सामने एक ऐसी बात कही जिससे साफ पचा चलता है कि, इस पार्टी में परिवार ही प्रथम है और इस परिवार की किसी भी बात को टालने या उस पर सवाल उठाने की कोई हिम्मत नहीं कर सकता। दरअसल, राज बब्बर ने इस बयान में रॉबर्ट वाड्रा के पार्टी में शामिल होने को लेकर बड़ी बात कही है। बता दें कि, वाड्रा वर्तमान में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना कर रहे हैं और इसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही है। जांच एजेंसी का दावा है कि वाड्रा की लंदन में करीब 12 मिलियन पाउंड की नौ संपत्ति है। यह आरोप लगाया जाता है कि इन संपत्तियों को 2005-10 के बीच यूपीए शासन के दौरान वाड्रा द्वारा एकत्र किया गया था।
राज बब्बर ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी वाड्रा के बारे में कहा कि, वे परिवार का हिस्सा हैं और अगर वे पार्टी में आना चाहते हैं तो उन्हें कौन मना करेगा? राज बब्बर ने कहा, “बहुत क्लियरिटी है। ये परिवार जो है कांग्रेस पार्टी के लिए समर्पित है। इसमें कौन इंचार्ज? आप सोनिया जी को पीछे कर देंगे? क्या ये हम कर सकते हैं। सोनिया जी इस परिवार का मुखिया है। उनको ना राहुल जी पीछे कर सकते हैं ना प्रियंका जी। सबकी अपनी अपनी जिम्मेदारी है। प्रियंका जी को मिली है, राहुल जी हमारे अध्यक्ष हैं और सोनिया जी का हाथ हमारे ऊपर हैं। अगर वो आना चाहेंगे तो पार्टी भी इस बारे में सोचेंगे। परिवार का हिस्सा है वो। उनको कौन मना करेगा?”
Uttar Pradesh Congress chief Raj Babbar on Robert Vadra: Agar wo chahenge to party unke baare mein, zaroor chahegi ki wo parivaar ka hisaa hain, party mein sammilit karne ke liye kaun mana karega unko? pic.twitter.com/1dmuw9MLzs
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 14, 2019
बता दें कि, पिछले सप्ताह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन से पहले हुए रोड़ शो में रॉबर्ट वाड्रा अपने दोनों बच्चों के साथ शामिल हुए थे। इसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों और मीडिया में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि, मनी लान्ड्रिंग के आरोपी रॉबर्ट वाड्रा को कांग्रेस परिवारवाद के तहत पार्टी में शामिल कर सकती है। अब राज बब्बर के इस बयान से स्पष्ट है कि, पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भले ही वाड्रा के कांग्रेस में आने के खिलाफ हों लेकिन गांधी परिवार के सामने कोई नहीं बोल पाएगा।
कांग्रेस की परिवारवाद की राजनीति को आगे बढ़ाते हुए रॉबर्ट वाड्रा की पत्नी और राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा कुछ महीने पहले ही सक्रिय राजनीति में शामिल हुई हैं। सक्रिय राजनीति में प्रियंका गांधी की एंट्री के ऐलान के बाद पति रॉबर्ट वाड्रा ने फेसबुक पर पोस्ट लिखा था कि ‘शुभकामनाएं प्रियंका… तुम्हारी जिंदगी के हर मोड़ पर तुम्हारे साथ हूं।’ पत्नी के राजनीति में आने के बाद वाड्रा ने राजनीति में आने के संकेत देते हुए लिखा था कि, ‘मैं बड़े स्तर पर लोगों की सेवा करने के लिए तैयार हूं। उन्होंने आगे लिखा था कि महीनों और सालों तक लोगों के बीच काम करने के बाद मुझे ऐसा लगता है कि मुझे आम जनता के लिए बड़े स्तर पर कुछ करने की जरूरत है।’ जमीन घोटालों में फंसे वाड्रा ने लिखा था, ‘खासतौर पर यूपी में काम करने के बाद ऐसा लगा कि यहां काफी कुछ करना बाकी है। मेरे हिसाब से बीते कुछ सालों में सीखे गए अपने अनुभव को यूं ही बेकार होने देना सही नहीं है।’
स्पष्ट है कि, वाड्रा अपने दाग धोने के लिए राजनीति में आने की सोच रहे हैं और कांग्रेस में ऐसा कोई नहीं हैं जो गांधी परिवार के विपरीत जाकर उनकी पार्टी में एंट्री का विरोध कर सकें। अब भारत का युवा यह सवाल पूछ रहा है कि, देश की इस सबसे पुरानी पार्टी में परिवारवाद कब तक चलेगा। नेहरू के बाद इंदिरा फिर राजीव, फिर सोनिया, फिर राहुल और फिर प्रियंका। अब गांधी परिवार के जीजाजी रॉबर्ट वाड्रा भी कांग्रेस में आना चाहते हैं और वे शायद ऐसा सोचते हैं कि, कांग्रेस में आते ही उनके पाप भी धुल जाएंगे।